
दिल्ली हाईकोर्ट ने दिल्ली सरकार को आदेश दिया कि वो कोविड अस्पतालों में उन नम्बरों को सर्कुलेट कराए जो ऑक्सीजन की समस्या को लेकर उनसे सीधे संपर्क कर सकते हैं. कोर्ट ने सभी अस्पतालों और नर्सिंग होम को नोडल ऑफिसर उदित प्रकाश से संपर्क करने को कहा है.
हाईकोर्ट ने कहा कि दिल्ली सरकार के मुताबिक उनको एलोकेट की गई 480 मीट्रिक टन ऑक्सीजन में से 100 मीट्रिक टन कम मिल रही है. कोर्ट ने कहा कि केंद्र देखे कि क्या नजदीक की जगहों से ऑक्सीजन लेकर जल्दी दिल्ली में पहुंचाई जा सकती है?
दिल्ली सरकार ने कहा कि दूर के इलाकों से आ रही थोड़ी थोड़ी ऑक्सीजन को अगर नज़दीक के ही किसी राज्य से भेजा जाए, तो हमें ऑक्सीजन जल्दी मिल पाएगी. कोर्ट ने केंद्र को कहा कि आप उत्तर प्रदेश की नजदीकी जगहों से ऑक्सीजन भेज सकते हैं?
इसके जवाब में तुषार मेहता ने कहा कि वो इस बारे में इंस्ट्रक्शन लेने के बाद ही कुछ कह सकते हैं. अगर बाकी राज्यों से ये बात करके संभव हो सकता है तो किया जा सकता है. लेकिन दिल्ली सरकार इनको लेकर सीधे कंट्रोल रूम से बात करके सॉल्व कर सकते हैं.
तुषार मेहता ने कहा कि उन्हें CJI के farewell को ज्वॉइन करना है, इसलिए वो जाना चाहते हैं. जिसके बाद कोर्ट ने उन्हें जाने की इजाजत दे दी.
वहीं बत्रा अस्पताल ने कहा कि नोडल ऑफिसर विजय कुमार से बात करने के बाद 1000 लीटर ऑक्सीजन मिला, जबकि चार्ट के मुताबिक हमें तीन गुना ज़्यादा मिलनी थी. हमें कोर्ट में याचिका लगाने में कोई खुशी नहीं हो रही है, लेकिन हमारी हालात ऐसी है कि हम क्या करें. हमें रात को 9.30 बजे ऑक्सीजन मिली.