
मुख्यमंत्री और दिल्ली जल बोर्ड के चेयरमैन अरविंद केजरीवाल ने सोमवार को नए वाटर ट्रीटमेंट प्लांट का शिलान्यास किया. चंद्रावल में शिलान्यास से पहले सीएम केजरीवाल, पार्टी विधायकों और अधिकारियों के साथ लंबी पाठ-पूजा करते भी नजर आए. सरकार का दावा है कि नए वाटर ट्रीटमेंट प्लांट से रोजाना 47.7 करोड़ लीटर पानी मिलेगा. ये प्लांट तीन साल में बनकर तैयार हो जाएगा.
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आने भाषण में दावा करते हुए कहा, 'इस प्लांट से दिल्ली के करीब 22 लाख लोगों को रोजाना 24 घंटे पीने का साफ पानी मिलेगा. इससे पुरानी दिल्ली, चांदनी चौक, पहाड़ी धीरज, ईदगाह, सिविल लाइंस, करोलबाग, कमला नगर, मल्कागंज, राजेंद्र नगर, शादीपुर, पटेल नगर, नारायणा, एनडीएमसी के कुछ इलाके और दिल्ली कैंट के लोगों को पीने का साफ पानी मिलेगा. इस वाटर ट्रीटमेंट प्लांट की कुल लागत 599 करोड़ रुपये है. ये उच्च स्तर के अमोनिया वाले पानी का शोधन भी करेगा.'
सीएम केजरीवाल के चार बड़े दावे और वादे-
1. पिछले 70 साल में दिल्ली की 58 फीसदी कॉलोनियों में टोंटी से पानी पहुंचा और हमारी सरकार आने के बाद केवल साढ़े 4 साल में 30 फीसदी कॉलोनियों में टोंटी से पानी पहुंच गया, ये बहुत बड़ी बात है.
2. वन विभाग की जमीन पर बसी कुछ कॉलोनियों और कुछ अन्य कॉलोनियों, जहां कुछ तकनीकी दिक्कतें हैं, को छोड़कर हम अगले डेढ़ साल में दिल्ली की सभी कॉलोनियों में पानी की पाइप लाइन बिछा देंगे.
3. पिछले साढ़े 4 साल के अंदर दिल्ली की जिन 30 फीसदी कॉलोनियों में पानी पहुंचाया गया, वो पानी कहां से आया. दरअसल, हमारे इंजीनियर्स ने मैनेजमेंट सुधारा है, लीकेज रोकी है, पानी चोरी रोकी है. टैंकर माफिया को हमने खत्म किया है, इन वजहों से इन कॉलोनियों में भी पानी पहुंच सका है.
4. आने वाले 3-4 साल में ज्यादा से ज्यादा 2024 तक दिल्ली की हर कॉलोनी में 24 घंटे पीने का पीने का साफ पानी टोंटी से उपलब्ध करा देंगे.
'1994 के बाद पानी का आवंटन बढ़ाया नहीं गया'
आगे अरविंद केजरीवाल ने कहा, 'पूरा देश-पूरी दुनिया जब पानी की कमी से जूझ रही है तो आने वाले समय की चुनौतियों से निपटने के लिए हमने तैयारी शुरू कर दी है. इसके लिए हम कई मोर्चों पर काम कर रहे हैं. दिल्ली के लिए 1994 में जब पानी का आवंटन हुआ था तब दिल्ली की आबादी सवा करोड़ थी. उसके बाद दिल्ली के लिए पानी का आवंटन बढ़ाया नहीं गया है. आज दिल्ली की आबादी सवा दो करोड़ है. हम केंद्र सरकार से अपील करेंगे कि आबादी के हिसाब से दिल्ली के लिए पानी का आवंटन बढ़ाया जाए. इसके अलावा हम रेनवाटर हार्वेस्टिंग पर भी काफी काम कर रहे हैं. सरकारी बिल्डिंग्स और स्कूलों में स्ट्रक्चर बनाए जा रहे हैं. बिल्डिंग बायलॉज में भी बदलाव किया गया है. 150 वर्गमीटर से ज्यादा वाली बिल्डिंग्स के लिए रेनवाटर हार्वेस्टिंग जरूरी कर दिया गया है.
अरविंद केजरीवाल ने बताया कि फिलहाल दिल्ली सरकार के पास रोजाना 930 एमजीडी पानी उपलब्ध है. केजरीवाल ने कार्यक्रम के दौरान कहा, 'हमें 1200 एमजीडी पानी की जरूरत है. बारिश के मौसम में एक दिन में 6 लाख क्यूसेक पानी बह जाता है. बरसात के दिनों में एक दिन में जितना पानी बहता है अगर हम उसे यमुना फ्लड प्लेन में संचय कर लें तो पूरी दिल्ली की पूरे साल की पानी की जरूरत पूरी की जा सकेगी. यमुना फ्लडप्लेन में पानी संचय करने की क्षमता है. आने वाले 1-2 साल में हम यमुना फ्लडप्लेन में पानी संचय करने में कामयाब हो जाएंगे.'