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बीजेपी के निर्माणाधीन दफ्तर पर केजरीवाल सरकार का एक्शन, 5 लाख का जुर्माना भी ठोका

पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने CAQM के आदेश पर बीजेपी के निर्माणाधीन दफ्तर में चल रहे निर्माण कार्य को बंद कराया. उन्होंने 5 लाख का जुर्माना भी लगाया. गोपाल राय औचक निरीक्षण करने पहुंचे थे. दरअसल, दिल्ली में प्रदूषण को देखते हुए CQAM के आदेश पर निर्माण और विध्वंस कार्यों पर रोक लगाई गई है.

बीजेपी के निर्माणाधीन दफ्तर पर केजरीवाल सरकार का एक्शन बीजेपी के निर्माणाधीन दफ्तर पर केजरीवाल सरकार का एक्शन
पंकज जैन
  • नई दिल्ली,
  • 01 नवंबर 2022,
  • अपडेटेड 3:58 PM IST

दिल्ली की केजरीवाल सरकार ने बीजेपी के निर्माणाधीन दफ्तर पर चल रहे निर्माण कार्य को न सिर्फ बंद करा दिया, बल्कि 5 लाख का जुर्माना भी लगाया है. केजरीवाल सरकार में पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने ये कार्रवाई की है. डीडीयू मार्ग स्थित बीजेपी के निर्माणाधीन दफ्तर पर ये कार्रवाई हुई है. दरअसल, दिल्ली में प्रदूषण को देखते हुए निर्माण और विध्वंस कार्यों पर रोक लगाई गई है. 

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पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने CAQM के आदेश पर बीजेपी के निर्माणाधीन दफ्तर में चल रहे निर्माण कार्य को बंद कराया. उन्होंने 5 लाख का जुर्माना भी लगाया. गोपाल राय औचक निरीक्षण करने पहुंचे थे. इस दौरान राय ने ये कार्रवाई की. पर्यावरण मंत्री गोपाल राय के छापे से पहले निर्माण स्थल गेट पर 'भारतीय जनता पार्टी सभागार' लिखा हुआ था. छापेमारी की कार्रवाई के बाद आनन फानन में इसे ढक दिया गया.

 

दिल्ली में लागू हैं ग्रेप के तीसरे चरण की पाबंदियां

दरअसल, दिल्ली में प्रदूषण को देखते हुए CQAM के आदेश पर ग्रेप के तीसरे चरण की पाबंदियों को लागू किया गया है.  बढ़ते प्रदूषण को देखते हुए निर्माण और विध्वंस कार्यों पर रोक लगाई गई है. निर्माण कार्यों की निगरानी के लिए 586 टीमों का गठन किया गया है. इतना ही नहीं 521 वाटर स्प्रिगलिंग मशीनें, 233 एंटी स्मॉग गन, 150 मोबाईल एंटी स्मॉग गन से पानी का छिड़काव किया जा रहा है.

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400 के पार पहुंचा AQI

देश की राजधानी में बढ़ते प्रदूषण से हालात गंभीर हो गए हैं. दिल्ली के कई इलाकों में मंगलवार को वायु गुणवत्ता सूचकांक एयर क्वॉलिटी इंडेक्स (AQI) 400 के पार है तो वहीं, नरेला में खतरनाक स्थिति है. जहां, AQI 571 दर्ज किया गया है. इस बीच दिल्ली-एनसीआर में प्रदूषण से अभी राहत मिलने की उम्मीद नहीं है. दरअसल, धान की फसलों की कटाई नवंबर में अधिक होती है, ऐसे में पराली जलाने के मामले बढ़ सकते हैं, जिससे दिल्ली की हवा में प्रदूषण का स्तर बढ़ने की उम्मीद है.
 

 

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