
दिल्ली के उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना ने आम आदमी पार्टी के नेता सत्येंद्र जैन के खिलाफ महाठग सुकेश चंद्रशेखर से 10 करोड़ रुपए की उगाही के मामले में सीबीआई जांच की मंजूरी दे दी है. दिल्ली के पूर्व स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन पर तिहाड़ जेल के पूर्व डीजी संदीप गोयल के साथ मिलकर जबरन वसूली रैकेट चलाने और दिल्ली की विभिन्न जेलों में हाई प्रोफाइल कैदियों से प्रोटेक्शन मनी के नाम पर उगाही करने का आरोप है.
मनी लॉन्ड्रिंग के आरोपी सुकेश चन्द्रशेखर ने दिल्ली के एलजी वीके सक्सेना को लिखी शिकायती चिट्ठी में जैन पर जबरन वसूली करने के आरोप लगाए थे और मामले में सीबीआई जांच की मांग की थी. उपराज्यपाल ने भ्रष्टाचार निवारण (पीसी) अधिनियम की धारा 17ए के तहत सत्येंद्र जैन के खिलाफ सीबीआई जांच के लिए अपनी मंजूरी दी. केजरीवाल सरकार में पूर्व मंत्री रहे जैन को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने मई 2022 में मनी लॉन्ड्रिंग मामले में गिरफ्तार किया था. वह कई महीनों तक तिहाड़ जेल में बंद रहे. फिलहाल सत्येंद्र जैन को अदालत ने हेल्थ इश्यू के आधार पर अंतरिम जमानत दे रखी है.
तिहाड़ जेल में बंद रहने के दौरान सत्येंद्र जैन पर वीवीआई ट्रीटमेंट लेने का आरोप लगा था, जब जेल से उनका एक सीसीटीवी फुटेज वायरल हुआ था, जिसमें वह जेल स्टाफ से शरीर की मालिश करवाते और फल-मेवा खाते दिखे थे. वीके सक्सेना ने मामले में आवश्यक कार्रवाई के लिए सीबीआई जांच को मंजूरी देते हुए मामले को गृह मंत्रालय के पास भेज दिया. इससे पहले एलजी ने गत 9 फरवरी को जैन और तिहाड़ जेल के पूर्व डीजी संदीप गोयल के इशारे पर धन उगाही के लिए तिहाड़ जेल के तत्कालीन अधीक्षक राज कुमार के खिलाफ सीबीआई जांच की भी मंजूरी दे दी थी.
सुकेश चंद्रशेखर ने सत्येन्द्र जैन और राज कुमार के अलावा तिहाड़ जेल के पूर्व डीजी संदीप गोयल और मुकेश प्रसाद पर भी 2019-22 के दौरान विभिन्न किस्तों में 12.50 करोड़ रुपये की उगाही करने का आरोप लगाया था. जैन, गोयल, प्रसाद और कुमार पर पैसों के बदले सुकेशऔर दिल्ली जेलों में बंद अन्य हाई-प्रोफाइल कैदियों को अनुचित लाभ पहुंचाने के लिए पब्लिक सर्वेंट के रूप में अपने आधिकारिक पदों का दुरुपयोग करने का आरोप है.