
भारत इस बार जी20 समिट की अध्यक्षता कर रहा है. 9 से 10 सितंबर को देश की राजधानी दिल्ली में जी20 समिट का आयोजन किया जा रहा है. इसको लेकर राजधानी में कई सारे निर्माण कार्य किए गए हैं साथ ही सड़कों की चमका दिया गया है. वहीं, फव्वारों को लेकर AAP ने बीजेपी पर निशाना भी साधा है. इन सबको लेकर आजतक ने दिल्ली के एलजी वीके सक्सेना से खास बातचीत की है.
आजतक से हुई बातचीत में एलजी सक्सेना ने कहा, ''दिल्ली को जरूरत थी कि कोई उसे संभाले. उन्होंने कहा कि दो महीने में जो काम हुआ है उसमें बहुत मेहनत की गई है. इसमें फाउंटेन लगाए गए हैं रोड बनाए गए हैं बाकी कई जगहों पर इन दो महीना में 15 हजार टन कचरा रिमूव किया गया है. दिल्ली में जितनी भी एजेंसीज हैं, उन्हें सुंदर बनाने का काम किया है. 2 महीने से लगातार काम चल रहा था.
'दिल्ली बहुत ज्यादा नेगलेक्टेड थी'
एलजी सक्सेना ने कहा कि दो महीने पहले दिल्ली बहुत ज्यादा नेगलेक्टेड थी. वहीं, दिल्ली में आई बाढ़ को लेकर एलजी ने कहा कि जो बाढ़ आई वह बहुत बड़ी थी. यह पूरी तरह से मैन मेड बाढ़ थी और इसे रोका जा सकता था. जहां हम राजघाट में खड़े हैं वहां 8 फीट पानी था.
एलजी ने कहा कि चैलेंज आते हैं और जरूरत यह होती है कि उसे हैंडल कैसे किया जाता है. उसके लिए लीडरशिप की जरूरत होती है. हमारे अलग-अलग विभागों की टीम ने मिलकर काम किया और आज हम इस मुकाम पर हैं. जो हमारे अधिकारी हैं उनमें क्षमता बहुत है सिर्फ बात यह थी कि उनको हम कैसे यूटिलाइज करते और किस तरीके से करते हैं.
'देश की इज्जत का सवाल है'
एलजी ने आजतक को बताया कि अधिकारियों को मोटिवेट किया गया. उन्हें बताया गया है कि यह देश की इज्जत का सवाल है और इसलिए सभी जुट गए और सब ने काम किया. दिल्ली में चौबीसों घंटे काम चला है. दिन में काम किया गया और रात में भी काम किया गया. मैं खुद रात को अलग-अलग जगहों पर चल रहे काम को देखने के लिए पहुंचा हूं.
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'अगर हम चाहें तो कुछ भी कर सकते हैं'
एलजी वीके सक्सेना का कहना है कि एक बात साबित हो गई कि अगर हम चाहें तो कुछ भी कर सकते हैं. अगर आप किसी भी देश की राजधानी में जाएं तो वहां जाकर के एक कल्चर मिलता है, वहां की विरासत देखने को मिलती है. हमारी भी यही कोशिश थी कि हम अपनी विरासत, कलर और आर्ट को दिखाएं. इसलिए हमने मूर्तियां लगाई हैं, फव्वारे लगाए हैं. इसमें कई सारे कलाकारों ने भी काम किया है.
वहीं, शेर और घोड़े की मूर्तियों पर एलजी सक्सेना ने कहा कि शेर ताकत देश की ताकत का प्रतीक है और घोड़े को गति के प्रति के तौर पर लगाया गया है. प्रधानमंत्री ने जो ताकत दी है उसी को यह शेर दिखता है और जो भी मूर्तियां लगाई है वह सोच समझकर के लगाई गई हैं, फव्वारे लगाए गए हैं उसके पीछे सोच यह है कि पानी बहुत सूथिंग इफेक्ट देता है.
'जहां तक कंट्रोवर्सी का सवाल है तो हम किसी को रोक नहीं सकते'
देश अपने कल्चर को राजधानी में दिखता है. यहां भी वही किया जा रहा है और जहां तक कंट्रोवर्सी का सवाल है तो हम किसी को रोक नहीं सकते, जिसको जो कहना है वह कह सकता है. मगर, हमारी कोशिश दिल्ली को सुंदर बनाने के लिए है. ताकि जो विदेशी मेहमान हैं वह यह इंप्रेशन लेकर के जाए कि हिंदुस्तान मजबूत तो है ही खूबसूरत भी है.
यक्षिणी खुशहाली का प्रतीक है इसलिए सड़कों पर उनकी मूर्तियां भी लगाई गई हैं. यह बहुत सुंदर मौका है अपने देश की प्रगति और ताकत को दिखाने का और यह बहुत बड़ा अवसर है, जिसमें सभी को जुट जाने की जरूरत है.
सुरक्षा व्यवस्था को लेकर क्या बोले एलजी?
सुरक्षा के इंतजामों को लेकर एलजी ने कहा कि सुरक्षा के बड़े पुख्ता इंतजाम किए गए हैं. दिल्ली पुलिस पूरी मुस्तैदी से लगी हुई है. बहुत सारे सुरक्षा कवच हम लोगों ने बनाए हैं, जिनको डिस्क्लोज नहीं किया जा सकता, लेकिन इतना बता सकता हूं कि किसी भी घटना को यहां पर होने नहीं दिया जाएगा. सारी फोर्सेस तैयार हैं और चप्पे- चप्पे पर हमारी नजर है. किसी ने कोई हरकत की तो सख्त कार्रवाई की जाएगी.
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दिल्ली को कैसे प्रदर्शित किया जाएगा?
एलजी वीके सक्सेना ने कहा कि सभी राष्ट्रीय अध्यक्ष यहां आ रहे हैं. उनकी पत्नियों भी अलग-अलग जगह पर जाएंगी. इसलिए हमारे देश का जो इंप्रेशन है वह गरीब का है उसको बदलने का मौका हमारे पास है. दुनिया को दिखाने का भी कि हम कितने कम समय में तैयारी कर सकते हैं. मात्र 2 महीने के अंदर दिल्ली की शक्ल बदल गई है एक बड़ा हिस्सा बदल गया है और बाकियों पर हम आने वाले समय में काम करेंगे.
कैसे कायम रहेगी G20 की विरासत?
जी20 की विरासत को लेकर एलजी ने कहा कि आमतौर पर यह देखा जाता है कि भारत सरकार और राज्य सरकारों के प्रोग्राम के बाद शहर फिर से खराब हो जाता है. जो भी हमने जी-20 की तैयारी के लिए किया है वह परमानेंट बेसिस पर किया गया है ताकि आने वाले समय में यही एटमॉस्फेयर लोगों को मिलता रहे. उन्होंने आगे कहा कि दिल्ली को 10 दिनों में किसी भी बड़े प्रोग्राम को होस्ट करने के लिए तैयार रहना चाहिए और इसी तरीके से हमने यहां पर काम किया है.
एलजी का कहना है कि 15 सितंबर के बाद से फिर हम इसी स्पीड से दिल्ली के अंदर काम करेंगे. सभी अफसरों को बता कर रखा गया है कि आप कुछ दिन आराम कर लीजिएगा, लेकिन 15 सितंबर के बाद हम फिर दिल्ली को बेहतर करने के लिए जुट जाएंगे. मेरा मानना है कि दिल्ली मेरा घर है और जिस तरीके से लोग अपने घर की सफाई का ध्यान रखते हैं उसी तरीके से अधिकारियों को भी मैं कहता हूं और जब भी सड़क पर रहता हूं तो लोगों को साफ सफाई रखने के लिए कहता हूं और मुझे लगता है कि दिल्ली को इसी तरीके से हम सवार कर रखेंगे.