Advertisement

'यमुना में झाग चिंताजनक, इसे दूर करने की जरूरत,' छठ पूजा से पहले LG ने केजरीवाल को लिखी चिट्ठी

दिल्ली के LG वीके सक्सेना ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को पत्र लिखा है. इसमें एलजी ने कहा- छठ पूजा लाखों लोगों की आध्यात्मिक, सांस्कृतिक और धार्मिक आस्था से जुड़े सबसे बड़े त्योहारों में से एक है. इसमें बड़ी संख्या में भक्त दिल्ली के तालाबों, नदियों, जलाशयों और झीलों जैसे जलाशयों में उगते और डूबते सूरज की पूजा करने के लिए इकट्ठा होते हैं.

दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने सीएम अरविंद केजरीवाल को चिट्ठी लिखी है. दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने सीएम अरविंद केजरीवाल को चिट्ठी लिखी है.
कुमार कुणाल/अमित भारद्वाज
  • नई दिल्ली,
  • 28 अक्टूबर 2022,
  • अपडेटेड 6:16 PM IST

देशभर में छठ पूजा को लेकर उत्साह देखा जा रहा है. आज से नहाए-खाए के साथ पर्व की शुरुआत हो गई है. 30 अक्टूबर को छठ पूजा मनाई जाएगी. दिल्ली में त्योहार की तैयारियों को लेकर घमासान है. BJP और AAP में एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप का दौर चल रहा है. इस बीच, दिल्ली के उप राज्यपाल विनय कुमार सक्सेना ने केजरीवाल सरकार को एक चिट्ठी लिखी है और छठ पूजा के लिए इंतजाम पूरे करने के निर्देश दिए हैं. LG ने पत्र में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को भक्तों के लिए उचित व्यवस्था सुनिश्चित करने के कहा है. एलजी ने यहां तक ​​कहा कि यमुना में झाग चिंताजनक है और इसे हटाने की जरूरत है.

Advertisement

एलजी ने चिट्ठी में लिखा- छठ पूजा लाखों लोगों की आध्यात्मिक, सांस्कृतिक और धार्मिक आस्था से जुड़े सबसे बड़े त्योहारों में से एक है. इसमें बड़ी संख्या में भक्त दिल्ली के तालाबों, नदियों, जलाशयों और झीलों जैसे जलाशयों में उगते और डूबते सूरज की पूजा करने के लिए इकट्ठा होते हैं. कोरोना महामारी के कारण उत्सव पर दो साल प्रतिबंध लगा रहा है. अब लाखों लोग दिल्लीभर में छठ का त्योहार मनाने की तैयारियां कर रहे हैं.

छठ पूजा घाटों पर सफाई व्यवस्था रखें

एलजी ने आगे कहा- मेरे संज्ञान में लाया गया है कि संबंधित विभागों द्वारा पूजा के लिए 840 से ज्यादा जगहों को चिह्नित किया गया है. भीड़ को देखते हुए प्रशासन की ओर से यह अनिवार्य हो जाता है कि सभी छठ पूजा घाटों पर पूरी तैयारियां कर ली जाएं. किसी तरह की कमियां ना छोड़ी जाएं. साथ ही छठ पूजा घाटों पर साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखा गया. त्योहार से पहले और बाद में सफाई व्यवस्था सुनिश्चित करने की सरकार की जिम्मेदारी भी सबसे अहम है.

Advertisement

छठ घाटों पर सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए जाएं

इस संबंध में लोगों को जागरूक करना भी जरूरी है, इससे लोगों को सुविधा होगी. जिन स्थानों पर भक्तों द्वारा प्रसाद चढ़ाया जाना है, वहां सिंगल प्लास्टिक पर रोक लगाकर कचरे के निपटान की व्यवस्था की जाए. घाट, कचरा संग्रहण उपाय आदि का ध्यान रखा जाए. सभी पूजा घाटों पर सुरक्षा उपाय किए जाने की आवश्यकता है, जिसमें खतरे के क्षेत्र को चिह्नित करना, किसी भी अप्रिय घटना से बचने के लिए गहरे पानी के आसपास बैरिकेडिंग, पर्याप्त प्रकाश व्यवस्था, गोताखोरों और बचाव नावों को तैनात करना आदि शामिल हैं.

यमुना में झाग गंभीर मसला, इसे तुरंत हल किया जाए

इसके अलावा, यमुना में झाग/प्रदूषण का मुद्दा गंभीर है और अगर इसे छोड़ दिया जाए तो यह भक्तों के लिए हानिकारक साबित हो सकता है. इसे तत्काल ठीक करने की आवश्यकता है. भलस्वा झील, वजीराबाद-सोनिया विहार, बादली, बवाना औद्योगिक क्षेत्र, मैदान गढ़ी, कालिंदी कुंज, बुद्ध बाजार-उत्तम नगर जैसे कुछ घाटों पर 10,000 से 4,00,00 तक भक्तों की बड़ी भीड़ पहुंचने की उम्मीद है. 

नागरिकों की सुविधाओं का रखा जाए ध्यान

नई दिल्ली नगर परिषद, दिल्ली नगर निगम और दिल्ली विकास प्राधिकरण को भी मिशन मोड में अपने अधिकार क्षेत्र में स्वच्छता सुनिश्चित करने और अन्य नागरिक सुविधाओं की व्यवस्था करने का निर्देश दिया गया है. एलजी ने कहा कि मुझे विश्वास है कि भक्तों की सुविधा के लिए सभी संबंधित एजेंसियों की तरफ से आवश्यक उपाय अब तक किए गए होंगे और वे स्वच्छ, अनुकूल, सुरक्षित और सुरक्षित वातावरण में घाटों पर जाएंगे.

Advertisement

एलजी को 'छपास की बीमारी': AAP प्रवक्ता सौरभ भारद्वाज

वहीं, AAP ने एलजी की चिट्ठी पर पलटवार किया है. आप प्रवक्ता सौरभ भारद्वाज ने कहा कि छठ पूजा को अब दो दिन हो गए हैं. छठ की तैयारी पहले से ही चल रही है और अब एलजी सक्सेना ने सीएम अरविंद केजरीवाल को एक और पत्र लिखा है. एलजी को 'छपास' नाम की बीमारी है. छपास एक ऐसी बीमारी है जिसमें एक व्यक्ति खुद के प्रचार की कोशिश में रहता है. खबरों में जगह ना मिलने से खाना नहीं पचता है. वीके सक्सेना एलजी के कार्यालय को नीचा दिखा रहे हैं. सीएम को यह पत्र लिखने का कोई मतलब नहीं है. एलजी सक्सेना सीएम केजरीवाल को कचरा, भीड़, प्लास्टिक प्रबंधन के बारे में बता रहे हैं. ऐसे पत्रों की बात को हम समझ नहीं पाते.

 

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement