
दिल्ली में आवारा कुत्तों के कारण होने वाली घटनाओं से बचाव के लिए मेयर शैली ओबेरॉय ने मंगलवार को अधिकारियों के साथ आपातकालीन बैठक की. वसंत कुंज में कुत्तों द्वारा बच्चों को काटने की घटना के बाद मेयर शैली ओबेरॉय ने आपातकालीन बैठक बुलाई थी.
मेयर ने अधिकारियों को आवारा कुत्तों से दिल्ली वालों को बचाने के मुद्दे पर एक हफ्ते के भीतर एक्शन प्लान बनाने को कहा है. इस मुद्दे पर मेयर ने बुधवार को पशुओं से जुड़े एनजीओ, गौशाला संचालकों और वेटनरी एक्सपर्ट्स की मीटिंग बुलाई है.
हाल ही में दिल्ली के पॉश इलाके वसंत कुंज के सिंधी कैंप में आवारा कुत्तों ने कहर बरपाते हुए 2 दिनों में दो मासूमों को नोच डाला. मरने वाले बच्चे एक ही परिवार के थे. घटना के सामने आने के बाद से एमसीडी ने इन कुत्तों को पकड़ना शुरू कर दिया है. बताया गया कि 5 साल का आदित्य झुग्गी के बाहर आया ही था कि कुत्तों का झुंड उस पर टूट पड़ा, घबराया हुआ आदित्य जमीन पर गिर गया. आवारा कुत्तों ने उसे बुरी तरह से नोच डाला, बाद में इलाज के दौरान मासूम की मौत हो गई.
इससे पहले 10 मार्च को 7 साल के आनंद पर आवारा कुत्तों ने हमला कर मौत के घाट उतार दिया था. फॉरेस्ट लैंड पर कुछ गरीब परिवार झुग्गी बनाकर रहते हैं. इस इलाके को सिंधी कैंप कहा जाता है. पुलिस की जांच में पता चला है कि घटना में जिन दो बच्चों की जान गई है वह एक ही परिवार के थे.
घटना के बाद एक्शन में आई दिल्ली नगर निगम (MCD) ने वसंत कुंज के सिंधी कैंप और उसके आसपास के इलाके से करीब 20 आवारा कुत्तों को पकड़ा. एमसीडी ने इन आवारा कुत्तों का जांच के कराने के बाद स्टरलाइज कराया. साथ ही इन कुत्तों को ऑब्जर्वेशन में रखा गया है.
देखा जा रहा है कि कहीं कोई कुत्ता पागल तो नहीं हो गया रहा है. पशु चिकित्सा विभाग के वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि एमसीडी ऐप 311 में डॉग स्टरलाइजेशन मॉड्यूल को शुरू करने से डॉग स्टेरेलाइजेशन संबंधी पूरा आंकड़ा ऑनलाइन है. उन्होंने कहा कि कई बार हमें शिकायत मिलती है कि हमारी फील्ड टीमों द्वारा कुछ पड़ोस से आवारा कुत्तों को उठाया जा रहा है, लेकिन न्यूटियरिंग सर्जरी के बाद उसी इलाके में वापस नहीं छोड़ा जा रहा है.
उन्होंने कहा कि दिल्ली नगर निगम इस मोबाइल एप्लिकेशन के माध्यम से आवारा कुत्तों की नसबंदी की निगरानी करेगा साथ ही यह सुनिश्चित करेगा कि सर्जरी के बाद जानवरों को उसी जगह छोड़ा जाए जहां से इन्हें उठाया गया है.