
एमसीडी सदन में पार्षदों की मारपीट का मामला गर्म होता जा रहा है. अब आम आदमी पार्टी और बीजेपी के बीच पोस्टर वॉर शुरू हो गया है. AAP ने शनिवार को बीजेपी के खिलाफ पोस्टर जारी कर ट्वीट किया- BJP वाले जो इतना मचा रहे शोर हैं, ये ही लोकतंत्र के हत्यारे और Ballot चोर हैं. पोस्टर में भी लिखा- 'बैलेट चोर मचाए शोर'. इसमें बीजेपी सांसद मनोज तिवारी, गौतम गंभीर, पार्षद-मेयर उम्मीदवार रेखा गुप्ता और पार्षद चंदन चौधरी और हरीश खुराना नजर आ रहे हैं. AAP का यह पोस्टर शनिवार सुबह BJP का एक पोस्टर सामने आने के बाद जारी किया गया.
आज दिल्ली सीपी से मिलेंगी शैली
एमसीडी मेयर शैली ओबेरॉय आज शाम 5 बजे पुलिस कमिश्नर से मुलाकात करेंगी. शुक्रवार रात MCD सदन में हुई हिंसक झड़प के बाद शैली ओबेरॉय ने पुलिस कमिश्नर से मिलने के लिए समय मांगा था. शैली इसे लेकर कमलानगर थाने में शिकायत भी की थी कि BJP के पार्षदों ने उनपर हमला किया और उन्हें जान से मारने की कोशिश की. मुलाकात में मेयर शैली के साथ AAP नेता आतिशी और कई पार्षद भी मौजूद रहेंगे.
बीजेपी ने आतिशी को बताया 'खलनायिका'
सदन में हुई घटना के बाद बीजेपी ने सोशल मीडिया पर पोस्टर जारी किया, जिसमें AAP की आतिशी मार्लेना को पूरे प्रकरण को अंजाम देने के लिए दोषी ठहराया गया है. बीजेपी ने ट्विटर पर आतिशी की तस्वीर वाला पोस्टर शेयर किया और लिखा, 'आप की खलनायिका, जिसने एमसीडी हाउस में बवाल कराया.'
इस पोस्टर में आतिशी और बीजेपी पार्षदों की तस्वीरें हैं. इस विवाद को 2023 में सबसे चौंकाने वाला ड्रामा बताया गया है. इसमें कहा गया है कि यह आप द्वारा निर्मित और पार्टी प्रमुख अरविंद केजरीवाल द्वारा निर्देशित फिल्म हैं जिसमें खलनायक के रूप में आतिशी हैं.
एमसीडी सदन में चले थे लात-घूंसे
एमसीडी मेयर शैली ओबेरॉय ने शुक्रवार को छह सदस्यीय प्रमुख नगरपालिका समिति के चुनाव में एक वोट को अवैध घोषित कर दिया था, जिसके बाद बीजेपी और आप के पार्षदों ने एक-दूसरे को लात, घूंसे और धक्का-मुक्की कर एमसीडी सदन को अखाड़ा बना दिया था.
सदन ने एक काला दिन देखा: आतिशी
AAP विधायक आतिशी ने का आरोप है कि बीजेपी पार्षद तब भड़क गए, जब उन्हें लगा कि वे चुनाव हार जाएंगे. इसके बाद उन्होंने उपद्रव शुरू कर दिया, इस कारण मेयर को सदन से भागना पड़ा. ओबेरॉय ने कहा,"यह एक काला दिन है. संविधान का मजाक उड़ाया गया और सदन ने एक काला दिन देखा. हमने बीजेपी पार्षदों को बुलाया और उनकी मांगों के बारे में पूछा और हमने फिर से चुनाव करवाया, लेकिन फिर भी उन्होंने मुझ पर हमला किया." मेयर ने कहा कि सभी मतपत्रों को फाड़ दिया गया है और स्थायी समिति के सदस्यों का 27 फरवरी को फिर से चुनाव होगा.