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दिल्‍ली: अपनी मांगों को लेकर फिर सड़कों पर उतरे सफाई कर्मचारी

दिल्ली में सफाई कर्मचारी एक बार फिर सड़कों पर हैं. फंड की कमी को पूरा करना एक लंबे समय से सफाई कर्मचारियों की बड़ी मांग रही है.

अपनी मांगों को लेकर फिर सड़कों पर उतरे सफाई कर्मचारी अपनी मांगों को लेकर फिर सड़कों पर उतरे सफाई कर्मचारी
पंकज जैन/दीपक कुमार
  • नई दिल्‍ली,
  • 17 सितंबर 2018,
  • अपडेटेड 8:52 PM IST

दिल्ली सरकार से लेकर केंद्र सरकार के सामने लगातार विरोध प्रदर्शन के जरिये सफाई कर्मचारी संगठन आवाज उठा रहे हैं लेकिन समस्या का समाधान निकालने की बजाय पूरे मामले में सिर्फ राजनीति हो रही है. यही वजह है कि सफाई कर्मचारी यूनियन ने मंगलवार को दो अलग-अलग जगहों पर एक बार फिर विरोध प्रदर्शन किया.

शुरुआत में प्रदर्शनकारी पूर्वी दिल्ली के विश्वास नगर के समुदाय भवन पहुंचे. यहां हेल्थ चेकअप कैंप लगाकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का जन्‍मदिन मनाया जा रहा था. जिसमें केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा के पहुंचने से पहले ही सफाई कर्मचारियों ने समुदाय भवन के मुख्य मार्ग को घेर लिया. दिल्ली पुलिस के साथ धक्का- मुक्की करते हुए तमाम सफाई कर्मचारी समुदाय भवन के मुख्य गेट पर पहुंच गए.

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प्रदर्शन के दौरान सफाई कर्मचारी पूर्वी दिल्ली नगर निगम के कर्मचारियों को बकाया फंड देने और उन्हें पक्का करने की मांग करते रहे. हालांकि केंद्रीय मंत्री जेपी नड्डा के पहुंचने से पहले ही कड़ी मशक्कत के बाद दिल्ली पुलिस समुदाय भवन के सामने से सफाई कर्मचारियों को हटाने में कामयाब हो पाई.

मंत्री राजेंद्र पाल गौतम के खिलाफ नारेबाजी

इसके बाद सफाई कर्मचारियों ने पूर्वी दिल्ली के ताहिरपुर इलाके में कई किलोमीटर मार्च करते हुए विरोध जताया है. दिल्ली सरकार में मंत्री राजेंद्र पाल गौतम के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और मंत्री का पुतला दहन भी किया. प्रदर्शन की वजह से मुख्य सड़क पर काफी देर तक लंबा जाम भी लगा रहा. प्रदर्शन में बड़ी संख्या में पुरुष और महिला सफाई कर्मचारियों ने हिस्सा लिया.

आप नेता का आरोप- एमसीडी में घोटालों ने बर्बाद किया

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पूरे मामले में सवाल पूछने पर आम आदमी पार्टी के पूर्वी दिल्ली से नगर निगम में नेता विपक्ष कुलदीप कुमार ने बीजेपी पर हमला बोल दिया. कुलदीप कुमार ने कहा कि पूर्वी दिल्ली में हड़ताल की वजह से बुरा हाल है. एमसीडी में कई घोटालों ने उसे बर्बादी की कगार पर पहुंचा दिया है. सफाई कर्मचारियों की सैलरी से घोटाला किया जाता है.

पिछले 11 सालों में बीजेपी सफाई कर्मचारियों को सैलरी देने में नाकाम रही है. पिछले 4 सालों में जितना फंड आम आदमी पार्टी सरकार ने दिया है उतना कांग्रेस की सरकार ने नहीं दिया होगा. आज एमसीडी का एक रुपया दिल्ली सरकार के ऊपर बकाया नहीं है जबकि दिल्ली सरकार के एमसीडी पर 6 हजार करोड़ रुपये उधार हैं.

बीजेपी जनता को बहकाती है

आम आदमी पार्टी प्रवक्ता और उत्तरी-पूर्वी दिल्ली से लोकसभा प्रभारी दिलीप पांडे ने कहा कि कोर्ट में जाकर एमसीडी के कमिश्नर लिखित हलफनामा देकर फंड मिलने की जानकारी देते हैं. बीजेपी के लोग सफाई कर्मचारियों को बहकाते हैं और अपने भ्रष्टाचार का ठीकरा दूसरों पर फोड़ते हैं. सफाई न होने से जनता को परेशानी हो रही है, बीजेपी आम लोगों की सेहत से खिलवाड़ करने से बाज नहीं आ रही है.'

सफाई कर्मचारी पिछले कई दिनों से हड़ताल पर हैं और विरोध प्रदर्शन के जरिये दिल्ली सरकार और केंद्र सरकार के सामने मांग रख रहे हैं. लेकिन त्योहार से पहले दिल्ली में सफाई कर्मचारियों की हड़ताल और विरोध से कई बड़े सवाल खड़े होते हैं कि आखिर दिल्ली सरकार निगम को कितना फंड दे रही है. इसके अलावा निगम कर्मचारियों को कितनी सैलरी दे रहा है.

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