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Delhi MCD Election 2022: दिल्ली में शराब की दुकान खोलना सही या नहीं? लोगों से पूछेंगे BJP सांसद

Delhi MCD Election News: दिल्ली में भाजपा के सातों सांसद और विधायक 10 लाख लोगों से पूछेंगे कि शिवरात्रि, महावीर जयंती, गुरु पर्व पर शराब की दुकानें खोलने का फैसला ठीक है क्या? प्रदेश बीजेपी महामंत्री कुलजीत सिंह चहल का कहना है कि 1120 जगहों पर जनमत होगा. इसमें सांसद और विधायक के अलावा जिलों के अध्यक्षों-उपाध्यक्षों भी शामिल होंगे.

शराब की दुकान (फाइल फोटो) शराब की दुकान (फाइल फोटो)
राम किंकर सिंह
  • दिल्ली,
  • 04 मार्च 2022,
  • अपडेटेड 1:39 PM IST
  • दिल्ली एमसीडी चुनाव के लिए तैयारियां तेज
  • लोगों से शराब पर सवाल पूछेंगे बीजेपी सांसद
  • पर्चा बांटकर 10 लाख लोगों की ली जाएगी राय

Delhi MCD Elections: कोरोना महामारी के दौरान आपने मेट्रो के बाहर लंबी-लंबी लाइनें लगीं देखी होंगी. ठीक वैसी ही लाइनें शराब के डिस्काउंट ऑफर पर लगने लगी तो आनन-फानन में ना केवल डिस्काउंट बंद हुआ बल्कि दिल्ली हाई कोर्ट को पुलिस ने कहा कि वैध लाइसेंस वाली दुकानों और उसके कर्मियों की सुरक्षा को कोई खतरा नहीं होने देगी. अब ऐसे में यह मुद्दा एमसीडी चुनाव में बड़ा बनकर उभर सकता है.

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BJP नेता पूछेंगे जनता से शराब पर सवाल

अब दिल्ली के सातों सांसद और दिल्ली सरकार में विधायक दिल्ली के 10 लाख लोगों से पूछेंगे कि शिवरात्रि, महावीर जयंती, गुरु पर्व पर शराब की दुकानें खोलने का फैसला ठीक है क्या? प्रदेश बीजेपी महामंत्री कुलजीत सिंह चहल का कहना है कि 1120 जगहों पर होना वाले जनमत में मुख्य रुप से पार्टी के सांसद, विधायक, प्रदेश के पदाधिकारी एवं मोर्चा एवं जिलों के अध्यक्षों-उपाध्यक्षों के नेतृत्व में लगभग 10 लाख से अधिक लोगों की राय ली जाएगी.   

लोगों के बीच जो पर्चा बांटे जाएंगे उसमें शराब नीति के संदर्भ में पूछे गए सवाल हैं. मसलन,ड्राइ डे से संबंधित,स्कूल-मंदिर के बगल में खोले गए शराब के ठेकों से संबंधित, शराब पीने की उम्र कम करने के संबंध में. दिल्ली बीजेपी के मीडिया हेड नवीन कुमार जिंदल का दवा है कि शराब नीति के खिलाफ बीजेपी के 50 हजार से अधिक कार्यकर्ताओं के साथ व्यापारियों के संगठन एवं आरडब्ल्यूए के लोग दिल्ली के विभिन्न स्थानों पर महिला, युवाओं एवं गणमान्य के बीच जाएंगे. 

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दिहाड़ी मजदूर भी काम करने की जगह शराब के ठेकों पर लंबी लाइनों में खड़े होकर शराब की बोतलें खरीद घर में पीकर पड़े हुए थे, जिससे उनके घर की रोजी-रोटी भी चलना मुश्किल हो गया है. पिछले साल नवंबर में शुरु शराब नीति का विरोध जगह-जगह हो रहा है. जिसमें करीब 850 शॉप्स खोली गई हैं. दरअसल, बीजेपी का ये विरोध वक्त के साथ तेज हो रहा है क्योंकि तीन टर्म से निगम में शासन कर रही है और केजरीवाल की आम आदमी पार्टी सबसे बड़े लड़इया के रुप में चुनौती दे रही है.


 

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