
Delhi MCD Election 2022: दिल्ली नगर निगम चुनाव के लिए तैयारियों में जुटे राजनीतिक दल भरपूर ताकत का प्रदर्शन कर रहे हैं. चुनावी जंग में उत्तरी दिल्ली का मॉडल टाउन काफी चर्चा में रहने वाला है. यूं तो दिल्ली का मॉडल टाउन फिल्मों और गानों में खूब सुर्खियां बटोरता रहा है, लेकिन यहां की राजनीति भी कम फिल्मी नहीं है. मॉडल टाउन विधानसभा में 3 नगर निगम वार्ड हैं. संगम पार्क, मॉडल टाउन और कमला नगर की अपनी अनोखी और अलग अहमियत है.
संगम पार्क वार्ड (76)
मॉडल टाउन का संगम पार्क वार्ड राजनीतिक दलों का सबसे बड़ा वोट बैंक का गढ़ है. इस वार्ड में जे जे क्लस्टर और झुग्गी झोपड़ी में रहने वाली आबादी काफी ज्यादा हैं. नगर निगम के कर्मचारी भी यहां रहते हैं, जो लंबे समय से मालिकाना हक की मांग करते आए हैं. साल 2017 में संगम पार्क वार्ड 76 की सीट अनुसूचित जाति (SC) के लिए आरक्षित थी. जो साल 2022 में जनरल कैटेगरी में महिला के लिए आरक्षित कर दी गई है.
वार्ड 76 में 62 फीसदी SC/ST वोटर्स, 22 फीसदी जनरल वोटर्स, 12 फीसदी मुस्लिम वोटर्स हैं. 56 बूथ वाले संगम पार्क में 80 फीसदी इलाका झुग्गी झोपड़ी वाला है और 12 फीसदी इलाके में सरकारी फ्लैट हैं जबकि बाकी 8 फीसदी इलाका बड़े बंगलों से घिरा हुआ है. साल 2017 में आम आदमी पार्टी (एएपी) के रिंकू माथुर ने 11 हजार 278 वोट पाकर वार्ड 76 से चुनाव जीता था. दूसरे नंबर पर बीजेपी के हरी शंकर रावत और तीसरे नंबर पर कांग्रेस से सुदामा पासवान थे. सीवर लाइन, नालों में गंदगी और खराब सड़क इस वार्ड के बड़े मुद्दों में से एक हैं.
मॉडल टाउन वार्ड (77)
मॉडल टाउन की चर्चित नैनी झील इसी वार्ड का हिस्सा है. रिहायशी इलाकों के बीच मौजूद झील में लोग बोट राइड का लुत्फ लेने के लिए आते हैं. हालांकि यहां झील की साफ सफाई भी एक बड़ा चुनावी मुदा है. वार्ड 77 की सीट साल 2017 में हुए चुनाव के दौरान महिला के लिए आरक्षित थी जो साल 2022 में पुरुष के लिए आरक्षित कर दी गई है. मॉडल टाउन वार्ड में पूर्वांचली, बनिया और पंजाबी वोटर्स का दबदबा है. इस वार्ड में 30 फीसदी आबादी SC/ST/OBC हैं, 30 फीसदी जनरल, 30 फीसदी पूर्वांचली और 10 फीसदी पंजाबी रहते हैं. मॉडल टाउन वार्ड का 27 फीसदी हिस्सा पॉश इलाका है जबकि 36 फीसदी हिस्सा गांव का है,जो राजपुरा गांव के नाम से जाना जाता है.
स्पोर्ट्स एक्टिविटी के अलावा रेसलर सुशील के क्राइम से चर्चित हुआ छत्रसाल स्टेडियम भी इसी वार्ड का अहम हिस्सा है. 63 बूथ वाले मॉडल टाउन वार्ड में साल 2017 में बीजेपी की महिला उम्मीदवार सीमा गुप्ता ने 24 हजार 213 वोट पाकर जीत दर्ज की थी. जबकि कांग्रेस की आकांक्षा ओला दूसरे और आम आदमी पार्टी (एएपी) की स्वाति सचदेवा तीसरे नंबर पर थीं. मॉडल टाउन में सड़क और पार्किंग एक बड़ी समस्या है.
कमला नगर वार्ड 78
उत्तरी दिल्ली के पॉश और चर्चित बाजारों में से एक कमला नगर मार्केट है. दिल्ली यूनिवर्सिटी के नजदीक होने की वजह से यहां युवाओं की भीड़ काफी ज्यादा होती है. इस वार्ड में गुप्ता और बनिया समाज के वोटर्स का दबदबा है. 71 फीसदी आबादी जनरल कैटेगरी है और 15 फीसदी आबादी अल्पसंख्यक समाज जैसे सिख, जैन और मुस्लिम हैं.
45 बूथ वाले कमला नगर वार्ड के 35 फीसदी इलाके में कोठी हैं जबकि 24 फीसदी इलाके में गांव बसा हुआ है. हालांकि कमला नगर मार्केट के 31 फीसदी हिस्से में झुग्गी झोपड़ी है. झुग्गी इलाके में सड़क और नाली की सफाई एक बड़ा मुद्दा है तो वहीं मार्केट इलाके में पार्किंग और टॉयलेट की समस्या अहम है. साल 2017 में कमला नगर सीट जनरल के लिए आरक्षित थी और साल 2022 में सीट महिला के लिए आरक्षित कर दी गई है. 2017 में इस वार्ड से बीजेपी के जोगी राम जैन ने सबसे अधिक 9 हजार वोट पाकर चुनाव जीता था. जबकि कांग्रेस दूसरे और AAP तीसरे नंबर पर थी.
मॉडल टाउन दिल्ली की पॉश विधानसभा में से एक है. साल 1993 में बीजेपी के छत्री लाल गोयल मॉडल टाउन के पहले विधायक बने थे. साल 1998 से 2008 तक इस विधानसभा में कांग्रेस का दबदबा रहा, कांग्रेस के चर्चित नेता कंवर करण सिंह ने मॉडल टाउन विधानसभा से लगातार 3 बार जीत हासिल की थी. हालांकि 2013 में आम आदमी पार्टी की एंट्री के साथ ही पूर्वांचली नेता अखिलेश पति त्रिपाठी ने कांग्रेस का सूपड़ा साफ कर दिया. वो लगातार 3 बार मॉडल टाउन से विधायक चुने जा चुके हैं.
साल 2020 में आम आदमी पार्टी के बागी नेता कपिल मिश्रा भी बीजेपी की टिकट पर मॉडल टाउन विधानसभा का चुनाव लड़ चुके हैं. उन्हें विधानसभा चुनाव में 41.36 फीसदी वोट मिले थे. कांग्रेस की टिकट पर वार्ड का चुनाव लड़ चुकीं आकांक्षा ओला साल 2020 में विधायकी चुनाव में भी किस्मत आजमा चुकी हैं.