
दिल्ली नगर निगम चुनाव की घोषणा होते ही बीजेपी के दफ्तर में हर रोज़ सैकड़ों लोग बायोडाटा लेकर टिकट की आस में खड़े हैं. भीड़ बढ़ता देख पार्टी कार्यालय में एक बायोडाटा पेटिका रख दी गई है और कहा गया है कि चुनाव लड़ने वाले अपना बायोडाटा बॉक्स में डालकर अपने क्षेत्रों में जाकर जनसपर्क अभियान चलाएं और उपयुक्त समय पर उनको पार्टी कार्यालय में बुलाया जाएगा.
इस बीच टिकटों पर मंथन को लेकर राष्ट्रीय संगठन मंत्री बीएल संतोष ने करीब 2 घंटे पंत मार्ग पर मीटिंग ली. मीटिंग में मौजूद सूत्र ने बताया कि राष्ट्रीय स्तर के 25 लोग बैठक में शामिल थे. राष्ट्रीय टीम में केरल, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश और हर राज्य के बड़े नेता शामिल किये गये. 15 सालों से एमसीडी में दिल्ली बीजेपी का शासन है, लिहाजा एंटी इनकंबेंसी की काट के लिए रायशुमारी का सहारा लिया जा रहा है ताकि पार्षद रहते जिन्होंने काम किया उनका टिकट ना कट जाए.
चूंकि एमसीडी लोकल स्तर का चुनाव है, लिहाजा जिताऊ प्रत्याशी की छवि लोकल स्तर पर नापने के लिए ही रायशुमारी कराई जाएगी. अगर लोकल स्तर पर कैंडीडेट जातीय और सामाजिक समीकरण में फिट बैठता है लेकिन ठीक छवि वाला नहीं है तो टिकट नही मिलेगा.
राष्ट्रीय स्तर के नेता संभाल रहे कमान
बीजेपी के लिए कोई चुनाव छोटा नहीं होता है. इसकी बानगी पंत मार्ग पार्टी कार्यालय में देखने को मिली. बैठक में तेजस्वी सूर्या, सुनील देवधर, विनोद तावड़े, लाल सिंह, बिजयंत जय पांडा, अल्का गुर्जर, आदेश गुप्ता समेत कई मौजूद थे. दो दर्जन राष्ट्रीय नेताओं की मौजूदगी में 250 वॉर्ड को लेकर मंथन में तय हुआ कि सभी कार्यकर्ताओं और मतदाताओं की लामबंदी में जुट जाएं. सूत्र बता रहे हैं कि आने वाली 13 नवंबर तक टिकटों के फाइनल की प्रक्रिया भी होगी.
परिसीमन ने बिगाड़ दिया सारा सियासी खेल
परिसीमन से बीजेपी के महापौर और निगम में बड़े पदों पर रहे लोगों की सीट या तो खत्म हो चुकी है या फिर वॉर्ड आरक्षित हो गया है. ऐसे में इनके सामने नई सीट तलाशने का विकल्प ही बचा है. नॉर्थ दिल्ली नगर निगम के पूर्व मेयर जय प्रकाश का वार्ड सदर बाजार है, जो परिसीमन के बाद अब महिला के लिए आरक्षित हो गया है.
सामान्य श्रेणी में आने वाली इस सीट पर दावेदारी से महरूम जय प्रकाश का कहना है कि ये पार्टी को तय करना है. हो सकता है कोई पैराशूट कैंडीडेट ही चुनाव के समय ला दिया जाए तो फिर पार्टी का काम देखेंगे. जनकपुरी वेस्ट से पार्षद व साउथ दिल्ली नगर निगम में महापौर रहे नरेंद्र चावला के इलाके में 3 में से 2 सीटें महिलाओं के लिए आरक्षित है.
वर्तमान में दिल्ली बीजेपी ओबीसी मोर्चा के अध्यक्ष संतोष पाल लक्ष्मी नगर वार्ड से पार्षद बनकर आए लेकिन अब यह वार्ड महिला के लिए आरक्षित हो गया है. बीजेपी आप के खिलाफ निगम चुनाव में गंदा पानी, यमुना की सफाई, एयर पलूशन, सड़क पर गड्ढ़ा, भ्रष्टाचार के मुद्दे उठाएगी.