
दिल्ली नगर निगम चुनाव के नतीजे आ चुके हैं. इनमें आम आदमी पार्टी ने जीत हासिल की और 15 साल पुराने BJP राज को उखाड़ फेंका. इन चुनावों की ओर पूरे देश की निगाहें टिकी थीं. 250 सीटों वाले इन चुनावों में आम आदमी पार्टी को 134 सीटें मिली हैं तो भाजपा को 104 वहीं कांग्रेस को सिर्फ 9 सीटों से संतुष्ट होना पड़ा है. इसके अलावा तीन सीटें ऐसी भी रहीं जहां ये तीनों ही पार्टियां नहीं जीत सकीं.
नगर निगम चुनावों में वो तीन इलाके हैं मुंडका, ईसापुर और सीलमपुर. सीलमपुर सीट से निर्दलीय उम्मीदवार शकीला बेगम ने जीत दर्ज की है. तो मुंडका से गजेंद्र सिंह दराल जीते हैं. इसके अलावा ईसापुर सीट से निर्दलीय उम्मीदवार मीना देवी जीती हैं.
सीलमपुर सीट पर शकीला बेगम ने मारी बाजी
नॉर्थ ईस्ट दिल्ली का सीलमपुर वार्ड मुस्लिम बहुल इलाका है. यहां से कुल 7 उम्मीदवार मैदान में थे. ये सीट महिला उम्मीदवार के लिए रिजर्व थी. पहले भी यहां से शकीला बेगम पार्षद हैं जो कि बहुजन समाज पार्टी की टिकट पर चुनाव जीती थीं. लेकिन इस बार वे निर्दलीय कैंडिडेट के तौर पर मैदान में उतरी थीं और जीत दर्ज की. निर्दलीय उम्मीदवार शकीला बेगम पहले भी दो बार पार्षद रह चुकी हैं. वह और उनके पति हाजी अफजाल पहले बहुजन समाज पार्टी और फिर आम आदमी पार्टी में थे. AAP से टिकट नहीं मिलने के बाद इसबार हज्जन ने निर्दलीय (ऑटो रिक्शा चुनाव चिन्ह) पर्चा भरा था.
ईसापुर से निर्दलीय जीतीं मीना देवी
दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) में महिला वार्ड के लिए आरक्षित वार्ड नंबर 126 ईसापुर से निर्दलीय उम्मीदवार मीना देवी ने जीत हासिल की है. यह सीट दक्षिण पश्चिम दिल्ली जिले और नजफगढ़ विधानसभा क्षेत्र और दिल्ली के पश्चिमी दिल्ली लोकसभा क्षेत्र का हिस्सा है.
मुंडका से गजेंद्र ने सभी दलों को किया परास्त
दिल्ली के वार्ड नंबर 35 मुंडका से निर्दलीय उम्मीदवार गजेंद्र सिंह दराल जीते हैं. यह सीट एमसीडी में जनरल वार्ड के लिए आरक्षित है. यह उत्तर पश्चिम दिल्ली जिले और मुंडका विधानसभा क्षेत्र और दिल्ली के उत्तर पश्चिम दिल्ली लोकसभा क्षेत्र का हिस्सा है.
केजरीवाल ने जनता को कहा- शुक्रिया
इन MCD चुनावों में जीत दर्ज करने के बाद AAP कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि सबसे पहले इतनी बड़ी जीत के लिए मैं दिल्ली की जनता को बधाई देना चाहता हूं. दिल्ली के लोगों का शुक्रिया कि उन्होंने अपने बेटे भाई को इस लायक समझा कि नगर निगम की जिम्मेदारी दी. हमनें रात दिन मेहनत करके स्कूल ठीक किए. लाखों बच्चों का भविष्य बनाया. लोगों ने अस्पताल की जिम्मेदारी दी हमने उसे भी ठीक कर दिया. हमनें लोगों मुफ्त बिजली दी. दिल्ली के लोगों ने आज बहुत बड़ा मैसेज दिया है कि पॉजिटिव राजनीति करो, निगेटिव राजनीति मत करो. हम गाली गलौज नहीं करते, हम मारपीट नहीं करते. आज लोगों ने भ्रष्टाचार की सफाई करने की जिम्मेदारी दी है, पार्कों को साफ करने की जिम्मेदारी है. इस विश्वास का ऋण कभी नहीं चुका पाऊंगा. मैं रात दिन एक करके इस काम को पूरा करूंगा. ऐसी हमारी कोशिश रहेगी.
PM का आशीर्वाद भी चाहते हैं केजरीवाल
इसके अलावा दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली को ठीक करने के लिए सभी के सहयोग की जरूरत है. खासकर हमें केंद्र का सहयोग चाहिए. केजरीवाल ने कहा कि मैं आज इस मंच से दिल्ली को ठीक करने के लिए मैं पीएम मोदी से आशीर्वाद चाहता हूं. दिल्ली को ठीक करने के लिए हमें पीएम मोदी और केंद्र सरकार का आशीर्वाद चाहिए. केजरीवाल ने अपने कार्यकर्ताओं को मैसेज देते हुए कहा कि अहंकार मत करना. बड़ी बड़ी सत्ता गिर गई. अहंकार किया तो जनता भले ही माफ कर दे लेकिन ऊपर वाला माफ नहीं करेगा.
अब पार्षद चुनेंगे मेयर
आपको बता दें कि नियम के मुताबिक एमसीडी में जो पार्टी भी जीत कर आएगी, उसका कार्यकाल 5 साल तक रहेगा लेकिन उसका पार्षद लगातार पांच साल तक मेयर नहीं रह सकता है. दिल्ली में मेयर का कार्यकाल सिर्फ एक साल के लिए ही होता है. वहीं मेयर का चुनाव भी सीधे तौर पर नहीं होता है. जीतकर आए पार्षद ही हर साल नया मेयर चुनते हैं. एमसीडी चुनाव में जिस पार्टी को बहुमत मिलता है, उसका कार्यकाल 5 साल का होता है. जबकि मेयर का कार्यकाल एक साल का ही होता है.