
अगले साल दिल्ली में तीनों नगर निगमों के चुनाव (Delhi MCD polls 2022) होने हैं. हर साल की तरह इस साल भी बजट की तारीख आ चुकी है. साथ ही, बजट की प्रक्रीया को हमेशा से 15 दिन पहले पूरी कर लेने के आदेश दिए गए हैं.
निगम चुनावों के बजट को सियासी नेता नहीं, बल्कि तीनों निगमों के कमिश्नर पेश करते हैं जिसमें निगमों से जुड़ी बजट योजनाएं और खर्च का लेखा-जोखा होता है. पिछले कई सालों का ट्रेंड कहता है कि 10 दिसंबर के आस-पास बजट की तैयारी शुरू होती थी और जिसे अंतिम रूप देते-देते फरवरी का महीना आ जाता था, लेकिन इस बार 15 दिनों पहले 23 से 26 नंवबर के बीच प्रक्रिया शुरू होकर, फरवरी से पहले पूरी कर लेने का आदेश दिया गया है.
बजट की तैयारियों में जुटे अधिकारियों का कहना है कि पहले दक्षिणी दिल्ली नगर निगम के आयुक्त बजट पेश कर सकते हैं. इसके लिए 23 नंवबर दक्षिणी निगम की विशेष स्थायी समिति की बैठक होगी. दक्षिणी निगम के बाद, उत्तरी निगम के आयुक्त संजय गोयल 25 नंवबर को बजट पेश करेंगे. 26 नंवबर को पूर्वी निगम के आयुक्त विकास आनंद स्थायी समिति की विशेष बैठक में बजट रखेंगे.
कैसा होगा बजट?
इस बार कर्मचारियों की दिवाली फीकी रही, वहीं रिटायर्ड लोगों को भी पेंशन नहीं मिलने से परेशानी हुई. ऐसे में माना जा रहा है कि आधिकारी रेवेन्यू जुटाने का जो खाका पेश करेंगे उससे सभी को फायदा होगा. माना जा रहा है कि चुनावी साल में कई लोकलुभावन घोषणाएं भी हो सकती हैं. बजट की तैयारी में जुटे अधिकारियों ने बताया कि इसमें ना केवल विभागों के काम शामिल होते हैं बल्कि नई योजनाओं का खाका रखा जाता है.
बीते निगम चुनाव की स्थिति
बीजेपी के सामने चौथी बार निगमों पर कब्जा करने की चुनौती होगी. बीते चुनाव में आम आदमी पार्टी दूसरे नंबर पर थी तो कांग्रेस तीसरे पर. EDMC की 64 सीटों में भाजपा ने 47 सीटों पर जीत दर्ज की थी तो NDMC की 64 और SDMC की 70 सीटों पर जीत दर्ज की थी. 2017 में 14 मार्च को आचार संहिता लागू थी और 22 अप्रैल को चुनाव हुआ था.