
Blue Line Metro News Today: दिल्ली मेट्रो की ब्लू लाइन का हाल आज 'मुंबई लोकल' जैसा हो गया. हर तरफ भीड़ ही भीड़ और 20 से 30 मिनट का वेटिंग टाइम. यह सब सुबह-सुबह के वक्त हुए जब लोग अपने दफ्तर जाने के लिए निकले थे. ऑफिस पहुंचने में तो लोगों को देरी हुई ही, इसकी वजह से जो परेशानी हुई सो अलग. परेशान हुए यात्रियों ने फोटो-वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर करके अपना दर्द बयां किया है.
दिल्ली मेट्रो की ब्लू लाइन में अभी सोमवार को भी परेशानी आई थी. लगभग वैसी ही दिक्कत अब आज भी आ गई. मेट्रो ने कुछ घंटे बाद इस दिक्कत को ठीक कर दिया लेकिन परेशानी उसके बाद भी खत्म नहीं हुई थी.
सोमवार को पक्षी के टकराने की वजह से ओवरहेड वायर में दिक्कत आ गई थी. लगभग ऐसी ही दिक्कत आज भी आई.
दिक्कत यमुना बैंक और इंद्रप्रस्थ मेट्रो स्टेशन के बीच हुई थी. यमुना बैंक स्टेशन इंटरचेंज स्टेशन है. मतलब यहां से यात्री दूसरी मेट्रो भी पकड़ते हैं. इसलिए नोएडा और वैशाली की तरफ जाने वाली लाइनों पर इसका असर पड़ा. परेशानी सुबह 7 बजे से ही शुरू हो गई थी और तकरीबन 10 बजे तक जाकर इस गड़बड़ी को ठीक किया जा सका.
DMRC ने क्या कहा?
मेट्रो अधिकारियों का कहना है कि ओवरहेड सप्लाई लाइन में दिक्कत कई वजहों से आती है और कई चीजों पर उनका सीधा नियंत्रण नहीं होता है. इस तरह की गड़बड़ियों को दूर करने के लिए इंजीनियरिंग विभाग की पूरी टीम तत्काल मौके पर पहुंच जाती है और कोशिश करती है कि जल्द से जल्द नॉर्मल सेवाएं बहाल कर दी जाए.
आज भी सुबह जब गड़बड़ी की शिकायत आई तब से मेट्रो की टेक्निकल टीम लगातार यमुना बैंक और इंद्रप्रस्थ मेट्रो स्टेशन के बीच काम करती रही.
1-1 घंटे का वेटिंग टाइम
अब दिक्कत ठीक होने के बाद भी ब्लू लाइन में कम से कम 10 मिनट का वेटिंग टाइम लग रहा है. आज सुबह जब तकनीकी गड़बड़ी हुई थी तो आधे घंटे से लेकर 1 घंटे के बीच तक वेटिंग टाइम चला गया था. ट्रेन कितनी देर में आएगी यह बताने वाले बोर्ड पर भी यही टाइमिंग दिख रही थी.
यह भी पढ़ें - ब्लू लाइन ने फिर रुलाया, बिजली सप्लाई बाधित, ऑफिस के समय स्टेशनों पर भारी भीड़
दरअसल तकनीकी दिक्कत आने के बाद मेट्रो लाइन पर बंचिंग की समस्या आ जाती है. बंचिंग की समस्या का मतलब है गाड़ियों का एक के पीछे एक खड़े हो जाना. इसकी वजह से तकनीकी दिक्कत दूर होने के बाद भी गाड़ियां रुक रुक कर चलती हैं.