Advertisement

हर तरफ जहरीली हवा का कहर: दिल्ली में हेल्थ इमरजेंसी, यूपी में आपात बैठक

राजधानी दिल्ली और एनसीआर की हवा लगातार खराब होती जा रही है. हालात ऐसे हो गए हैं कि दिल्ली में हेल्थ इमरजेंसी लगानी पड़ी है. 5 नवंबर तक स्कूलों में भी छुट्टी का ऐलान कर दिया गया है. वहीं यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मे भी प्रदूषण के बढ़ते स्तर को देखते हुए आपात बैठक की. इसके अलावा पंजाब, हरियाणा सरकार को पराली पर सख्ती से रोक लगाने को कहा गया है.

हवा में बढ़ा प्रदूषण (फोटो-ANI) हवा में बढ़ा प्रदूषण (फोटो-ANI)
नीलांशु शुक्ला
  • नई दिल्ली/लखनऊ,
  • 02 नवंबर 2019,
  • अपडेटेड 8:49 AM IST

  • दिल्ली-एनसीआर में खतरनाक स्तर पर पहुंचा प्रदूषण
  • प्रदूषण के कारण दिल्ली में 5 नवंबर तक स्कूल बंद
  • स्मॉग और प्रदूषण पर सीएम योगी ने की आपात बैठक
  • प्रदूषण से निपटने के लिए जरूरी कदम उठाने के निर्देश

दिल्ली से लेकर उत्तर प्रदेश तक सांसों पर धुएं और जहरीली हवा का कहर जारी है. राजधानी दिल्ली में स्कूल बंद करने के साथ हेल्थ इमरजेंसी लागू कर दी गई है तो वहीं यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने प्रदूषण के बढ़ते स्तर को लेकर आपात बैठक बुलाई.

Advertisement
दमघोंटू हुई दिल्ली-एनसीआर की हवा

देश की राजधानी दिल्ली की हवा दमघोंटू हो गई है. दिल्ली में एयर क्वालिटी इंडेक्स 470 पर है, जो कि खतरनाक स्तर है. दिल्ली की खराब हवा का अंदाजा इससे लगाया जा सकता है कि जहरीली हवा की गंभीरता को देखते हुए पर्यावरण प्रदूषण (रोकथाम एवं नियंत्रण) प्राधिकरण (ईपीसीए) को पब्लिक हेल्थ इमरजेंसी घोषित करनी पड़ी है.

दिल्ली में प्रदूषण के कारण 5 नवंबर तक बंद स्कूल

पर्यावरण प्रदूषण (रोकथाम एवं नियंत्रण) प्राधिकरण (ईपीसीए) ने शुक्रवार को दिल्ली-एनसीआर में हेल्थ इमरजेंसी की घोषणा कर दी. जिसके बाद दिल्ली सरकार ने सभी स्कूलों को पांच नवंबर तक बंद करने के आदेश दे दिए हैं. मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने शुक्रवार को इस निर्णय की घोषणा करते हुए ट्वीट किया, पराली के धुंए के कारण दिल्ली में प्रदूषण उच्च स्तर पर पहुंच गया है. इसलिए सरकार ने सभी स्कूलों को पांच नवंबर तक बंद रखने के का फैसला किया है.

Advertisement

वायु प्रदूषण और स्मॉग के चलते दिल्ली-एनसीआर की हवा बेहद खराब हो गई है. यूपी के कई हिस्सों में भी हवा जहरीली हो गई है. बढ़ते वायु प्रदूषण के चलते मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार देर शाम संबंधित अधिकारियों के साथ बैठक की. जिसमें फैसला लिया गया कि जहां भी निर्माण कार्य किया जा रहा है उसे कवर किया जाए. इसके अलावा जिन जगहों पर धूल हो वहीं पानी का छिड़काव किया जाए. कूड़े का सही निस्तारण किया जाए.

योगी आदित्यनाथ ने दिए ये निर्देश

सीएम योगी की बैठक में स्वास्थ्य विभाग और नगर निगम को फॉगिंग करने का निर्देश भी दिया गया. प्रत्येक नगरीय क्षेत्रों में पीडब्ल्यूडी विभाग को आदेश दिया गया कि जिन जगहों पर प्रदूषण ज्यादा है, वहां कुछ समय के लिए निर्माण कार्य रोक दिया जाए. मुख्यमंत्री ने कृषि विभाग को निर्देश दिए कि वह यह सुनिश्चित करे कि किसान प्रदेश में कहीं भी पराली न जलाएं. सीएम योगी ने इस संबंध में किसानों को जागरूक करने के लिए एक अभियान चलाने के भी निर्देश दिए. उन्होंने खेतों में पराली जलाने से जमीन की उत्पादकता पर पड़ने वाले प्रभाव की जानकारी किसानों को देने के निर्देश दिए.

पराली जलाने से हवा की गुणवत्ता खराब

पंजाब और हरियाणा में प्रतिबंध के बावजूद लगातार पराली जलाए जाने के कारण दिल्ली-एनसीआर की वायु गुणवत्ता बहुत ज्यादा बिगड़ गई है. सिस्टम ऑफ एयर क्वालिटी एंड वेदर फोरकास्टिंग एंड रिसर्च (सफर) इंडिया के अनुसार, दिल्ली में एयर क्वालिटी इंडेक्स 412 पर पहुंच गया है जो गंभीर श्रेणी में आता है.

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement