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उत्तर भारत के अधिकांश राज्य इन दिनों भीषण गर्मी की चपेट में हैं. लू लगने के चलते देश के अलग-अलग राज्यों में मरने वालों की संख्या लगातार बढ़ रही है. अकेले राजधानी दिल्ली में बीते 72 घंटे में लगभग पांच लोगों की मौत हीटवेव के चलती हुई है. दिल्ली के राम मनोहर लोहिया अस्पताल में हीटवेव स्ट्रोक की चपेट में आने से एक व्यक्ति को डॉक्टर ने मृत घोषित कर दिया. वही सफदरजंग अस्पताल में भी 17 जून की शाम को एक व्यक्ति की मौत हो गई थी.
दिल्ली में प्रचंड गर्मी बनी जानलेवा
दिल्ली के एलएनजेपी अस्पताल में भी 16 जून की शाम को एक कार मैकेनिक की हीट स्ट्रोक से मौत गई, जिसे तबीयत बिगड़ने पर एलएनजेपी अस्पताल में भर्ती कराया गया और वहीं इलाज के दौरान उसने दम तोड़ दिया. वहीं इस समय दिल्ली के राममनोहर लोहिया अस्पताल में हीट वेव की चपेट में आए लगभग 36 लोग भर्ती हैं.
बिहार से आए 70 साल के एक बुजुर्ग की भी हीटवेव की चपेट में आने से एलएनजेपी अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई. वहीं दिल्ली के एलएनजेपी अस्पताल में कुल 7 लोग भर्ती हैं, जिन्हें हीट वेव की शिकायत है और उन लोगों में हाई ग्रेड फीवर के लक्षण हैं. ऐसे में बुखार 106 से लेकर 107 डिग्री तक पहुंच जाता है. एलएनजेपी अस्पताल के एमडी डॉ सुरेश कुमार ने बताया कि 16 जून की शाम को एक व्यक्ति की मौत हो गई, जिसे हीट वेव की शिकायत थी.
डॉ सुरेश कुमार ने बताया कि हीट वेव की चपेट में आने वाले ज्यादातर लोग वो हैं, जो दिन में बाहर काम करते हैं. साथ ही इनमें ज्यादा संख्या 60 साल से बड़े लोगों की है. अकेले एलएनजेपी अस्पताल में हीट वेव वार्ड में रखे गए सात लोगों में से पांच को वेंटिलेटर पर रखा गया है और इनमें से तीन मरीजों की उम्र 65 साल से ऊपर है. इन सभी मरीजों में ज्यादातर इलेक्ट्रोलाइट की कमी, स्किन का रुखा हो जाना, 105 डिग्री से भी ज्यादा का बुखार और शरीर में पानी की बेहद कमी जैसे लक्षण देखे जा रहे हैं.
नोएडा में हीटवेव की चपेट में आने से हुई 10 लोगों की मौत
एक रिपोर्ट के मुताबिक, नोएडा में भी बीते 24 घंटे में लगभग 10 से ज्यादा लोगों की मौत हुई है, जो हीट वेव का शिकार हुए थे. उनहें अलग-अलग अस्पतालों में ले जाया गया, जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई. दिल्ली के अलग-अलग निजी अस्पतालों और छोटे-मोटे क्लिनिक पर भी हीट वेव के शिकार मरीजों की संख्या औसतन बढ़ रही है. पहाड़गंज में क्लीनिक चलाने वाले डॉक्टर गौरव कुमार ने बताया है कि उनके यहां लू और हीट वेव से पीड़ित लोगों की संख्या पिछले एक महीने में 2 गुना से ज्यादा बढ़ गई है और इसमें सबसे ज्यादा संख्या उन लोगों की है जो या तो रिक्शा चलाते हैं या दिन में मजदूरी करते हैं.