Advertisement

दिल्ली के स्कूल में बम होने की दी धमकी, कमिश्नर की ID पर भेजा ईमेल... पुलिस ने आरोपी को किया ट्रेस

गुरुवार को दिल्ली में एक स्कूल को बम से उड़ाने की धमकी मिली थी. यह मेल मेल पुलिस कमिश्नर की ऑफिशियल मेल आईडी पर आया था. पुलिस का कहना है कि ईमेल भेजने वाले के बारे में जानकारी हो गई है. अधिकारियों ने बताया कि आरोपी नाबालिग है. इस मामले में Juvenile Justice Act के तहत कार्रवाई की जा रही है.

बुधवार को धमकी मिलने के बाद मच गया था हड़कंप. बुधवार को धमकी मिलने के बाद मच गया था हड़कंप.
हिमांशु मिश्रा
  • नई दिल्ली,
  • 03 मई 2024,
  • अपडेटेड 9:05 AM IST

Delhi School Bomb Threat: दिल्ली में गुरुवार को एक स्कूल को बम से उड़ाने की धमकी मिली थी. यह मेल पुलिस कमिश्नर की ऑफिशियल मेल आईडी पर आया था. इससे पहले बुधवार को दिल्ली एनसीआर के 150 स्कूलों को बम से उड़ाने की धमकी मिली थी, जिससे दहशत फैल गई थी. इसके बाद दिल्ली पुलिस कमिश्नर संजय अरोड़ा की ऑफिशियल मेल आईडी पर धमकी भरा मेल आया. इस मामले में पुलिस ने तत्काल जांच की, और यह मेल भेजने वाले को ट्रेस कर लिया.

Advertisement

जानकारी के अनुसार, दिल्ली पुलिस मुख्यालय को ईमेल भेजने के आरोप में एक किशोर को पकड़ा गया है. आरोप है कि उसने ईमेल भेजकर कहा था कि बाहरी दिल्ली के नांगलोई इलाके में बम लगाया गया है. इसके  बाद इलाके में गहन जांच की गई तो पता चला कि ईमेल भेजने वाला नाबालिग है. उसके माता-पिता को सौंपने से पहले पुलिस ने उसकी काउंसलिंग की.

मध्य दिल्ली में जय सिंह रोड पर दिल्ली पुलिस मुख्यालय नांगलोई से लगभग 18 किलोमीटर दूर है. पीएचक्यू ने एक बयान में कहा कि ईमेल भेजने वाला नाबालिग है, इसलिए जेजे एक्ट के अनुपालन में उसकी पहचान का शेयर नहीं की जा सकती. उसने शरारत करते हुए यह मेल भेज दी थी. 

बता दें कि इससे पहले बुधवार को दिल्ली-एनसीआर के 200 से अधिक स्कूलों को बम की धमकी वाला ई-मेल मिला था, जिसके बाद हड़कंप मच गया था. इस मामले में जांच के दौरान पता चला कि मेल भेजने के लिए जिस आईपी एड्रेस का इस्तेमाल किया गया, वो विदेश में है और उसकी लोकेशन रूस नजर आई. इसके बाद दिल्ली पुलिस ने इंटरपोल के माध्यम से रूसी मेलिंग सेवा कंपनी Mail.ru से संपर्क किया और घटना के बारे में डिटेल की मांग की.

Advertisement

यह भी पढ़ें: 'विस्फोटक रखे हैं...', एक मैसेज से दिल्ली-NCR के 80 स्कूलों में दहशत... जानिए धमकी भरे ईमेल का क्या है रूस कनेक्शन?

पुलिस ने सीबीआई को भी पत्र लिखकर धमकी भरे ई-मेल के बारे में इंटरपोल चैनलों के माध्यम से जानकारी मांगी थी. इस मामले में पुलिस ने जो एफआईआर दर्ज की थी, उसमें कहा गया कि स्कूलों को बम की धमकी वाले जो ई-मेल मिले, इससे उनका इरादा बड़े पैमाने पर दहशत पैदा करना और एनसीआर में व्यवस्था को बिगाड़ना था. पुलिस ने अज्ञात लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया था.

यह भी पढ़ें: दिल्ली: बम की धमकी के बाद खाली कराया गया स्कूल, बम निरोधक दस्ता मौजूद

200 से अधिक स्कूलों को बुधवार सुबह ई-मेल मिला तो अभिभावकों और छात्रों में दहशत फैल गई थी. सूचना मिलने के बाद आनन-फानन में पुलिस ने स्कूलों में पहुंचकर छात्रों को निकालकर चेकिंग की थी. इस दौरान डॉग और बम स्क्वॉड भी मौजूद रहा. हालांकि जांच-पड़ताल के बाद स्कूलों में पुलिस को कुछ नहीं मिला था. 

पुलिस ने जब मेल भेजने वाले के संबंध में जांच शुरू की तो पता चला कि जिस आईपी एड्रेस से मेल आया है, उसका सर्वर विदेश में मौजूद है. जांचकर्ताओं को इस मामले में यह भी संदेह था कि मेल भेजने वाले ने ई-मेल भेजते समय अपनी पहचान छिपाने के लिए VPN (वर्चुअल प्राइवेट नेटवर्क) का इस्तेमाल किया है.

Advertisement

साल 2023 में भी एक स्कूल को मिला था धमकी भरा ईमेल

पुलिस ने जांच के दौरान पाया कि दक्षिण दिल्ली के एक स्कूल को भी 2023 में एक फेक धमकी भरा ई-मेल मिला था. उस समय भी मेल भेजने वाले ने उसी मेल सेवा mail.ru का इस्तेमाल किया था. उस मामले में अभी भी मेल भेजने वाले का पता नहीं चल सका है.

वहीं इस बार मेल पर धमकी के मामले में दिल्ली पुलिस ने इंटरपोल के माध्यम से कंपनी को पत्र लिखा और मदद मांगी. जांचकर्ता इस मामले को लेकर IFSO (इंटेलिजेंस फ्यूजन एंड स्ट्रैटेजिक ऑपरेशंस) और भारतीय साइबर क्राइम कोऑर्डिनेशन सेंटर (I4C) सहित अन्य एजेंसियों की भी मदद ले रहे हैं.

(एजेंसी के इनपुट के साथ)

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement