
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में बुधवार को न्यूनतम तापमान 3.8 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचा. ये इस सीजन का दूसरा न्यूनतम तापमान बताया जा रहा है. इससे पहले भी दिल्ली का तापमान 3.7 डिग्री तक पहुंच गया था. वहीं, बुधवार को दिल्ली की हवा की गुणवत्ता में मामूली सुधार हुआ है. हवा की क्वालिटी गंभीर से सुधरकर वेरी पुअर की श्रेणी में आ गई है. सर्द हवाओं के चलने से हवा की गुणवत्ता में यह सुधार देखने को मिला है.
इससे पहले दिल्ली में गंभीर वायु प्रदूषण को देखते हुए दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि सरकार 'जरूरत पड़ने पर' ऑड-ईवन (सम-विषम) योजना लागू करेगी. मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार अपना काम कर रही है लेकिन हर किसी को वायु प्रदूषण घटाने के लिए काम करना चाहिए.
दिल्ली के मुख्यमंत्री ने कहा कि लोगों को प्रदूषण रोकने के बारे में सोचना चाहिए. हम 'जरूरत पड़ने पर' ऑड-ईवन योजना लागू करेंगे. केजरीवाल ने यह भी कहा कि केंद्र सरकार को वायु प्रदूषण रोकने की दिशा में पहल करनी चाहिए. उन्होंने कहा, मैं पिछले एक साल में कई बार केंद्रीय पर्यावरण मंत्री हर्षवर्धन से मिल चुका हूं. हवाओं की कोई सीमा नहीं है. केंद्र को पहल करनी चाहिए और सभी पड़ोसी राज्यों को वायु प्रदूषण रोकने पर विचार करना चाहिए.
बता दें कि ऑड-ईवन योजना जिन गाड़ियों के नंबर का आखिरी अंक ऑड और ईवन होता है, उसके आधार पर एक एक दिन के अंतर पर सड़क पर उतरने की इजाजत दी जाती है. 2016 में यह योजना पहली बार लागू की गई थी, जो अलग अलग श्रेणियों की गाड़ियों को दी गई छूट को लेकर विवादों में रही थी.
केजरीवाल ने कहा, अक्टूबर और नवंबर में, लगभग 20-25 दिन होते हैं जब दिल्ली में प्रदूषण का स्तर पड़ोसी राज्यों में पराली जलने के कारण बढ़ता है. जब तक केंद्र कदम नहीं उठाता है, तब तक कुछ नहीं किया जा सकता है.
केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली सरकार कई कदम उठा रही है. उन्होंने कहा, हमने बड़े पैमाने पर पौधरोपण अभियान चलाया है. सरकार जल्द ही 3,000 बसों की खरीद करेगी. इसके अलावा, हमने मेट्रो के बड़े चरण को भी मंजूरी दे दी है. हम अपनी ओर से सभी कोशिश कर रहे हैं.
दिल्ली की हवा लगातार चौथे दिन मंगलवार को ‘गंभीर’ श्रेणी में बनी रही, जिसके बाद आज इसमें मामूली सुधार हुआ है. वहीं अधिकारियों ने कहा कि तेज हवाएं चलने से कुछ राहत मिली है और हवा की क्वालिटी में सुधार हुआ है.
सीपीसीबी के मुताबिक, मंगलवार को 23 इलाकों में प्रदूषण का स्तर गंभीर था जबकि 12 क्षेत्रों में एयर क्वालिटी बहुत खराब थी. एनसीआर में, गाजियाबाद की हवा ‘गंभीर’ रिकॉर्ड की गई जबकि फरीदाबाद, गुड़गांव और नोएडा में प्रदूषण का स्तर बहुत खराब था.
सीपीसीबी ने कहा कि मंगलवार को पीएम 2.5 का स्तर 263 रिकॉर्ड किया गया और पीएम 10 का स्तर 400 रहा. दिल्ली की हवा की क्वालिटी शनिवार को ‘गंभीर’ श्रेणी में चली गई थी. राष्ट्रीय राजधानी में साल में दूसरी बार सबसे ज्यादा प्रदूषण स्तर रिकॉर्ड किया गया. तब एक्यूआई 450 दर्ज किया गया था.
सफर के मुताबिक, हवा की स्पीड बढ़ने से दिल्ली प्रदूषण में और गिरावट की संभावना है. राष्ट्रीय राजधानी में प्रदूषण बढ़ जाने के बाद, वजीरपुर, मुंडका, नरेला, बवाना, साहिबाबाद में कल-कारखानों के काम और समूचे दिल्ली एनसीआर में बुधवार तक कंस्ट्रक्शन पर रोक लगा दी गई. ईपीसीए के अध्यक्ष भूरे लाल ने कहा कि ये बुधवार तक बंद रहेंगी.