जंतर मंतर पर भड़काऊ नारे लगाने वालों की हुई पहचान, केजरीवाल पर हमले की कोशिश करने वाला भी शामिल

जंतर-मंतर पर भाजपा नेता और सुप्रीम कोर्ट के वकील अश्वनी उपाध्याय के कार्यक्रम के दौरान कुछ लोगों ने अभद्र, आपत्तिजनक और भड़काऊ नारे लगाए थे. इनका वीडियो भी सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रहा है.

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भड़काऊ नारे लगाने के मामले में भूपेन्द्र तोमर उर्फ पिंकी चौधरी का भी नाम भड़काऊ नारे लगाने के मामले में भूपेन्द्र तोमर उर्फ पिंकी चौधरी का भी नाम
अरविंद ओझा/तनसीम हैदर
  • नई दिल्ली,
  • 09 अगस्त 2021,
  • अपडेटेड 12:37 AM IST
  • भारत छोड़ो आंदोलन की वर्षगांठ पर रखा गया था कार्यक्रम
  • कार्यक्रम के दौरान भड़काऊ नारे लगाने का आरोप

दिल्ली के जंतर मंतर पर 8 अगस्त को भड़काऊ नारे लगाने वाले सभी लोगों की पहचान हो गई है. वायरल वीडियो में भगवा कपड़ा पहने जो शख्स नारे लगा रहा है, उसका नाम उत्तम मालिक  बताया जा रहा है.

इसके अलावा नॉर्थ ईस्ट दिल्ली का रहने वाला दीपक सिंह, भूपेन्द्र तोमर उर्फ पिंकी चौधरी (गाजियाबाद) और विनीत उर्फ क्रांति नारे लगाने वाले लोगों में शामिल हैं. पिंकी पर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर हमला करने की कोशिश करने का भी आरोप लग चुका है. 

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दरअसल, जंतर-मंतर पर भाजपा नेता और सुप्रीम कोर्ट के वकील अश्विनी उपाध्याय के कार्यक्रम के दौरान कुछ लोगों ने अभद्र, आपत्तिजनक और भड़काऊ नारे लगाए थे. इनका वीडियो भी सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रहा है. 

पिंकी ने कहा- नारे लगाने वाले हमारे बच्चे
पिंकी चौधरी ने 2020 में JNU में हमले की जिम्मेदारी भी ली थी. पिंकी पर गाजियाबाद में केजरीवाल पर हमला करने का भी आरोप है. आजतक से बातचीत में भूपेन्द्र तोमर उर्फ पिंकी ने कहा, मैं जंतर मंतर पर था. लेकिन मैंने नारे नहीं लगाए. मेरी वीडियो भी है. हालांकि, पिंकी ने कहा, जो भी हिंदू आए थे, हमने बुलाए थे. सभी लड़के हमारे थे. हमने सबको बुलाया था. पूरे देश से लड़के आए थे. कुछ बच्चों ने नारे लगाए, हम उनका मुंह नहीं मोड सकते. हमारे बच्चों ने नारे लगाए. नारे लगाने वालों को बच्चा बताते हुए पिंकी ने कहा, अब घर में बच्चे गलती कर देते हैं, तो हम ये तो नहीं कह देते कि हमने पैदा नहीं किए.

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गिरफ्तार हो सकते हैं अश्विनी उपाध्याय 

आपत्तिजनक टिप्पणी के मामले में पुलिस एक्शन में आ गई है. दिल्ली पुलिस ने अज्ञात लोगों के खिलाफ एफआईआर भी दर्ज की. बताया जा रहा है कि दिल्ली पुलिस कमिश्नर ने आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं.

दिल्ली पुलिस का कहना है कि रविवार की घटना में शामिल अश्विनी उपाध्याय और अन्य को गिरफ्तार किया जाएगा. दिल्ली पुलिस कानून के मुताबिक मामले को संभाल रही है और किसी भी तरह की सांप्रदायिक विद्वेष को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. 

बताया जा रहा कि अश्विनी उपाध्याय को कनॉट पैलेस थाने में बुलाया गया. पुलिस मामले में पहचाने गए आरोपियों को गिरफ्तार करने के लिए छापे डाल रही है. 

अश्विनी उपाध्याय ने लिखा पुलिस को पत्र

अश्विनी उपाध्याय ने इस मामले में पुलिस कमिश्नर को पत्र लिखा है. उन्होंने कहा, 15 अगस्त की तरह 8 अगस्त भी एक ऐतिहासिक दिन है क्योंकि 8 अगस्त 1942 को भारत छोड़ो आंदोलन शुरू किया गया था. इस ऐतिहासिक दिन को मनाने के लिए जंतर-मंतर पर सेव इंडिया फाउंडेशन द्वारा एक छोटा कार्यक्रम आयोजित किया गया था. मैं इस संस्था का पदाधिकारी नहीं हूं. 

उन्होंने कहा, इस ऐतिहासिक कार्यक्रम में सरकार से अंग्रेजी कानून खत्म कर नया कानून बनाने की मांग की गई थी. 12 बजे कार्यक्रम खत्म होते ही हम लोग वहां से चले गए. सोशल मीडिया में एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें एक व्यक्ति उन्मादी भाषण दे रहा है.

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कुछ लोग मुझे बदनाम करने के लिए मेरा नाम लेकर यह वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर कर रहे हैं, जबकि वीडियो में दिख रहे लोगों को न तो मैं जानता हूं, न तो इनमें से किसी से मिला हूं और न तो इन्हें बुलाया गया था. 

वीडियो सही हो तो कार्रवाई करें

अश्विनी उपाध्याय ने कहा, मैं आपसे अपील करता हूं कि इस वीडियो की सत्यता के साथ साथ इसके बनाए जाने के समय और स्थान की जांच करने का निर्देश दें. अगर वीडियो सही है तो इसमें शामिल लोगों पर कार्रवाई की जाए. अगर वीडियो गलत है तो सोशल मीडिया पर इसे शेयर करने वालों पर कार्रवाई हो. 


 

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