
दिल्ली के तिहाड़ जेल में गैगस्टर टिल्लू ताजपुरिया के हत्या के मामले में दिल्ली पुलिस ने 936 पन्नों की चार्जशीट कोर्ट में दाखिल की है. दिल्ली पुलिस ने तीन अगस्त को पटियाला हाउस कोर्ट में ये चार्ज शीट दाखिल की है.
चार्जशीट के मुताबिक दिल्ली पुलिस ने टिल्लू ताजपुरिया की हत्या के मामले में 6 लोगों को आरोपी बनाया है. दिल्ली पुलिस ने 113 लोगों के बयान को चार्जशीट में शामिल किया है. पटियाला हाउस कोर्ट चार्जशीट पर संज्ञान लेने के बाद इस मामले पर 17 अगस्त को सुनवाई करेगा.
दिल्ली पुलिस ने टिल्लू ताजपुरिया की हत्या के अपराध में दीपक उर्फ तीतर, योगेश उर्फ टुंडा, रियाज़ खान उर्फ सोनू, राजेश उर्फ करमबीर, विनोद उर्फ चवन्नी और अतुल रहमान खान को गिरफ्तार किया था. दिल्ली पुलिस ने चार्जशीट के साथ डिजिटल साक्ष्य भी कोर्ट में जमा किया है.
दिल्ली पुलिस ने जांच के दौरान घटना का CCTV फुजेट भी जब्त किया था, चश्मदीदों के CrPc 164 और 161 का बयान दर्ज किया है. हत्या में शामिल हथियार को भी जब्त किया गया है. दिल्ली पुलिस ने जांच के दौरान आरोपियों के पास से हत्या में इस्तेमाल किए गए 6 चाकू भी बरामद किए हैं. इनको भी न्याय प्रक्रिया में अहम सबूत माना जाता है.
कब और कैसे हुई थी टिल्लू ताजपुरिया की हत्या
इसी साल 2 मई को दिल्ली की तिहाड़ जेल में गैंगस्टर सुनील उर्फ टिल्लू ताजपुरिया की हत्या कर दी गई थी. इस वारदात को गोगी गैंग के दीपक तीतर, योगेश, राजेश और रियाज ने अंजाम दिया था.
टिल्लू ताजपुरिया को हत्या के 20 दिन पहले ही जेल नंबर-8 के हाई सिक्योरिटी वार्ड नंबर-5 में शिफ्ट किया गया था. उसे वार्ड नंबर-5 के ग्राउंड फ्लोर के सेल में बंद किया गया था. उसी वार्ड की पहली मंजिल पर गैंगस्टर जितेंद्र गोगी और लॉरेंस बिश्नोई के गुर्गें बंद थे.
गोगी गैंग के गुर्गे पिछले काफी वक्त से टिल्लू को मारने की फिराक में थे. उन सबको जैसे ही खबर मिली कि टिल्लू ग्राउंड फ्लोर पर शिफ्ट कर दिया गया है तो वो सभी तुरंत टिल्लू ताजपुरिया को मारने की साजिश में जुट गए.
हमलावरों ने 1 मई की पूरी रात पहली मंजिल पर जागकर बिताई थी. यहां तक कि उन्होंने अपने जूते तक नहीं उतारे थे. 2 मई की सुबह 6:10 पर जैसे ही देखा कि इस वक्त कोई सुरक्षाकर्मी नहीं है तो उन्होंने लोहे की जाली को तोड़ा.
इसके बाद एक-एक कर चादर के सहारे नीचे कूद गए और टिल्लू पर ताबड़तोड़ हमले करने शुरू कर दिए. ये बात भी सामने आई है कि हमलावरों ने वारदात को अंजाम देने से पहले पेन किलर टैबलेट्स खा रखी थीं ताकि हमले के बाद पिटाई की जाए तो दर्द न हो. इस हत्याकांड की जिम्मेदारी कनाडा में बैठे गैंगस्टर सतिंदर सिंह उर्फ गोल्डी बराड़ ने ली थी.