
फ्रांस और ऑस्ट्रिया में आतंकी हमले के बाद दिल्ली पुलिस बेहद सतर्क है. चूंकि दिल्ली में सभी देशों के दूतावास हैं, इसलिए यहां चौकसी लाजिमी है. सतर्कता के अलावा दिल्ली पुलिस संभावित खतरे से निपटने के लिए ट्रेनिंग ले रही है. दिल्ली पुलिस लाइन में पुलिस जवानों ने एडवांस ट्रेनिंग की. इस दौरान जवानों ने फायरिंग की प्रैक्टिस की और आतंक की चुनौतियों से निपटने के गुर सीखे.
दिल्ली के पुलिस लाइन में नए सिरे से दिल्ली पुलिस के जवानों को आतंकी हमले का सामना करने की ट्रेनिंग दी गई. बता दें कि दिल्ली में हमेशा से आतंकी हमले का खतरा रहता है. फ्रांस और ऑस्ट्रिया में टेरर अटैक के बाद दिल्ली अलर्ट पर है.
चूंकि दिल्ली में सभी देशों के दूतावास भी है, इसलिए दिल्ली पुलिस के सामने चुनौतियां ज्यादा है. जवानों को एडवांस ट्रेनिंग दी जा रही है कि कैसे आतंकियों से मुकाबला करना है. जवानों को सिचुएशन के हिसाब से ट्रेनिंग दी जा रही है. जैसे अगर ऊंची बिल्डिंग में आतंकी दाखिल होते हैं तो वहां मुकाबला कैसे करना है.
इस बाबत दिल्ली के पुलिस जवानों को ट्रेनिंग दी जा रही है. इसकी शुरुआत साउथ ईस्ट डिस्ट्रिक्ट इलाके के जवानों की ट्रेनिंग से शुरू हुई.
डीसीपी आर पी मीणा ने आज तक को बताया कि एन्टी टेरर यूनिट को आतंकी हमले की ट्रेनिंग तो दी ही जाती है, लेकिन हमारी कोशिश है कि लोकल पुलिस को भी दक्ष बनाया जाए. क्योंकि लोकल पुलिस किसी भी आतंकी वारदात में सबसे पहली रिस्पांडर होती है. इसलिए इन्हें ट्रेनिंग दी जा रही है और तैयार किया जा रहा है.