
दिल्ली पुलिस ने सस्ते दाम पर फोटोकॉपी पेपर देने का झांसा देकर एक शख्स से करीब 10 लाख रुपये की ठगी करने के आरोप में तीन बदमाशों को गिरफ्तार किया है. पुलिस के मुताबिक ये ठग गुजरात के सूरत में लोगों के बैंक खातों का इस्तेमाल कर रहे थे, जो इस बात से अनजान थे कि उनके खातों का इस्तेमाल अवैध गतिविधियों के लिए किया जा रहा है.
14 सितंबर को, मोहम्मद फैजान अंसारी नाम के शख्स ने पुलिस से शिकायत की थी कि एक ई-कॉमर्स कंपनी ने उनसे लगभग 9.96 लाख रुपये की धोखाधड़ी की है. पीड़ित अंसारी ने पुलिस को बताया कि वह इंटरनेट पर फोटोकॉपी पेपर ढूंढ रहे थे, तभी उन्हें एक कंपनी मिली जिसने सस्ते दाम पर पेपर देने का वादा किया.
10 लाख का फ्रॉड करने वाले तीन गिरफ्तार
पुलिस उपायुक्त (उत्तर-पूर्व) राकेश पवेरिया ने बताया कि अंसारी ने 8 हजार रिम फोटोकॉपी पेपर खरीदने की इच्छा जताई, जिसकी कीमत 4.10 लाख रुपये थी और कुल मिलाकर 9.96 लाख रुपये ट्रांसफर कर दिए, जिसमें शिपिंग चार्ज, कंटेनर डिपॉजिट चार्ज, जीएसटी और अन्य शुल्क शामिल थे. लेकिन कोई फोटोकॉपी पेपर नहीं भेजा गया. इसके बाद स्थानीय थाने में इसकी शिकायत दर्ज कराई गई.
फोटोकॉपी का पेपर बेचने के नाम पर ठगी
जांच के दौरान पुलिस को हैरान कर देने वाली बात पता चली कि रुपया गुजरात के एक राष्ट्रीयकृत बैंक में जमा किया गया था. पुलिस ने टीम बनाकर प्लान तैयार किया और सूरत से अनीस अनवर भाई गोहिल (26), मोबिन जावेद अंसारी (31) और पारस जितेंद्र पटेल (33) को गिरफ्तार कर लिया. पुलिस ने इनके पास से पांच मोबाइल फोन, नौ सिम कार्ड और चार एटीएम कार्ड बरामद किए.