
सांसद स्वाति मालीवाल की कथित पिटाई के केस में दिल्ली पुलिस ने एक बार फिर से मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के घर पर जांच शुरू कर दी है. पुलिस की टीम रविवार को मुख्यमंत्री आवास के अंदर प्रिंटर, लैपटॉप लेकर पहुंची. कुछ देर बाद दिल्ली पुलिस की टीम यहां से सीसीटीवी का डीवीआर अपने साथ लेकर बाहर निकली.
कल ही पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज पुलिस ली थी. पुलिस सूत्रों के मुताबिक घटना के वक्त का फुटेज नहीं मिला है. पुलिस ये भी कह रही है कि बिभव जांच में स सहयोग नहीं कर रहा है.
इससे पहले शनिवार को दिल्ली पुलिस की ओर से पेश अतिरिक्त लोक अभियोजक अतुल श्रीवास्तव ने विभव कुमार की हिरासत पर बहस करते हुए कोर्ट को बताया, 'हमने डीवीआर मांगा, वह पेन ड्राइव में दिया गया...फुटेज खाली पाई गई. पुलिस को आईफोन दे दिया गया है, लेकिन अब आरोपी पासवर्ड नहीं बता रहा है. फ़ोन को फ़ॉर्मेट कर दिया गया है.' अपर लोक अभियोजक ने कहा कि आरोपी घटना स्थल पर मौजूद था. दिल्ली पुलिस को आशंका सीसीटीवी से छेड़छाड़ की गई है.
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विभव ने फोन किया फॉर्मेट
सूत्रों के मुताबिक, दिल्ली पुलिस पांच दिन की रिमांड में के दौरान विभव को लेकर मुंबई जाएगी.आरोप है कि वहीं पर विभव ने फोन को फॉर्मेट किया. पुलिस को उम्मीद है कि शायद विभव ने फॉर्मेट करने से पहले फोन का डाटा डंप किया हो. मुंबई में जिस जगह फोन को फॉर्मेट किया गया है, वहां जाने पर डंप किया गया डाटा मिल सकता है. पुलिस के मुताबिक, अगर कुछ छिपाना न हो तो आमतौर पर फोन फॉर्मेट करने से पहले लोग डाटा सेव करते हैं. हालांकि पुलिस फॉरेंसिक एक्सपर्ट की मदद से भी डाटा रिकवर करने की कोशिश करेगी. इसके अलावा, पुलिस विभव को क्राइम स्पॉट यानी सीएम आवास भी ले जाएगी, जहां उसकी कोशिश मारपीट की वजह जानने की है.
13 मई की सुबह सीएम केजरीवाल के घर पर स्वाति से मारपीट का आरोप
स्वाति मालिवाल की ओर से दर्ज करवाई गई एफआईआर के मुताबिक वो सीएम अरविंद केजरीवाल से मिलने 13 मई की सुबह उनके घर पहुंची थी. वो सबसे पहले सीएम के कैंप ऑफिस में गईं. इसके बाद उन्होंने सीएम के पीएस विभव कुमार को कॉल किया, लेकिन बात नहीं हुई. उन्होंने विभव के मोबाइल नंबर पर व्हाट्स एप मैसेज भी भेजा, लेकिन कोई जवाब नहीं मिला. इसके बाद वो हमेशा की तरह ही मुख्य दरवाजे से होकर सीएम केजरीवाल के घर में चली गईं.वहां उन्हें ड्राइंग रूम में बैठने को कहा गया और बताया गया कि मुख्यमंत्री घर में ही मौजूद हैं और वो जल्द उनसे मिलने आएंगे. लेकिन इससे पहले कि सीएम उनके पास आते, उनके पीएस विभव कुमार धक्के के साथ कमरे में घुस आए और बिना किसी उकसावे के उनके साथ गाली गलौज की शुरुआत कर दी.
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यहां तक कि बगैर किसी उकसावे के उन पर हमला कर दिया और उनके साथ मारपीट भी शुरू कर दी. उन्होंने पहले उन्हें लगातार 7-8 थप्पड़ मारे, जिससे वो बुरी तरह घबरा गईं और मदद के लिए चीखने चिल्लाने लगीं. उन्होंने किसी तरह अपने पैरों से विभव को खुद से दूर करने की कोशिश करने लगीं.
इन धाराओं के तहत दर्ज हुआ है केस
तीन दिन बाद जाकर उन्होंने दिल्ली पुलिस को अपना बयान दिया और तब पुलिस ने इस मामले में विभव के खिलाफ एफआईआर दर्ज की. फिलहाल इस एफआईआर में पुलिस विभव कुमार के खिलाफ आईपीसी की धारा 308 (गैर इरादतन हत्या की कोशिश), 323 (मारपीट करना), 341 (गलत तरीके से रोकना), 354 (शीलभंग की नीयत से हमला), 354B (महिला को निर्वस्त्र करने की कोशिश), 506 (आपराधिक धमकी) और 509 (महिला के शील हरण की कोशिश) लगाई है. इसके बाद शनिवार को पुलिस ने विभव को सीएम आवास से गिरफ्तार कर लिया.