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Delhi Pollution: दिवाली से पहले धुंध की चादर में लिपटी दिल्ली, 350 पहुंचा AQI, आनंद विहार में हवा की स्थिति 'गंभीर'

Delhi Pollution: केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के मुताबिक, आज सुबह 7 बजे के करीब दिल्ली का औसत एक्यूआई 349 मापा गया, जो बेहद खराब स्थिति है. वहीं, आनंद विहार में हवा में प्रदूषण का स्तर गंभीर स्थिति को पार कर चुका है.

Delhi Air quality Delhi Air quality
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 23 अक्टूबर 2024,
  • अपडेटेड 7:51 AM IST

देश की राजधानी दिल्ली में अभी न तो सर्दियों की शुरुआत हुई है और न ही न दिवाली के पटाखों जलने शुरू हुए हैं. शादी का सीजन भी शुरू नहीं हुआ है, लेकिन दिल्ली सुबह-सुबह धुंध की चादर में ऐसे लिपटी है, मानो यहां किसी ने धुआँ छोड़ दिया है. हालांकि, हालात भी कुछ ऐसे ही हैं. पंजाब और हरियाणा में बड़ी तादाद में पराली जलाने की घटनाएं देखी जा रही हैं, जिससे वहां की हवा दिल्ली का रुख करके यहां के हालात बिगाड़ रही है.

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केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के मुताबिक, आज सुबह 7 बजे के करीब दिल्ली का औसत एक्यूआई 349 मापा गया, जो बेहद खराब स्थिति है. वहीं आनंद विहार में हवा में प्रदूषण का स्तर गंभीर स्थिति को पार कर चुका है.

NCR में भी बिगड़ने लगी हवा

  • ग्रेटर नोएडा- 196
  • गाजियाबाद- 320
  • नोएडा- 304
  • गुरुग्राम- 248
  • फरीदाबाद-181

कैसी है आपके शहर की एयर क्वॉलिटी, यहां कीजिए चेक 

दिल्ली के इलाके AQI
अलीपुर 366
आनंद विहार 403
अशोक विहार 358
आया नगर -
बवाना 388
बुराड़ी -
 चांदनी चौक 264
DTU 315
डॉ करणी सिंह शूटिंग रेंज 340
द्वारका सेक्टर-8 360
आईजीआई एयरपोर्ट -
दिलशाद गार्डन 273
आईटीओ -
जहांगीरपुरी 414
जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम 291
मेजर ध्यान चंद स्टेडियम 353
मंदिर मार्ग 348
मुंडका 370
द्वारका एनएसआईटी 364
नजफगढ़ 339
नरेला 354
नेहरू नगर 358
नॉर्थ कैंपस -
ओखला फेस-2 339
पटपड़गंज 365
पंजाबी बाग 364
पूसा DPCC 305
पूसा IMD 303
आरके पुरम 347
रोहिणी 384
शादीपुर 318
सिरीफोर्ट 329
सोनिया विहार 383
अरबिंदो मार्ग 316
विवेक विहार 393
वजीरपुर 381

दिल्ली-NCR में वायु प्रदूषण का क्या है हाल, देखें खास कवरेज

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कैसे मापी जाती है एयर क्वालिटी?

अगर किसी क्षेत्र का AQI जीरो से 50 के बीच है तो AQI ‘अच्छा’ माना जाता है, 51 से 100 AQI होने पर ‘संतोषजनक’, 101 से 200 के बीच ‘मध्यम’माना जाता है, अगर किसी जगह का AQI 201 से 300 के बीच हो तो उस क्षेत्र का AQI ‘खराब’ माना जाता है. अगर AQI 301 से 400 के बीच हो तो ‘बहुत खराब’ और 401 से 500 के बीच AQI होने पर ‘गंभीर’ श्रेणी में माना जाता है. वायु प्रदूषण से कई तरह की बीमारियां हो सकती हैं. इसी के आधार पर दिल्ली-एनसीआर में ग्रैप श्रेणी की पाबंदियां लगाई जाती हैं. आपको बता दें ग्रैप-2 लागू होने के बाद 5 प्रमुख पाबंदियां भी लग गई हैं.

क्या होता है ग्रैप?

ग्रैप का मतलब GRAP से है. GRAP का फुल फॉर्म ग्रेडेड रिस्पॉन्स एक्शन प्लान है. ये सरकार की एक योजना है, जिसे दिल्ली-एनसीआर में बढ़ते प्रदूषण के खिलाफ बनाया गया है. इस प्लान के जरिए प्रदूषण को कंट्रोल किया जाता है. दरअसल, इसके कई चरण हैं और ये चरण भी बढ़ते प्रदूषण के साथ बढ़ते जाते हैं. जैसे जैसे चरण बढ़ते हैं, वैसे वैसे दिल्ली में पाबंदियां भी बढ़ती जाती हैं.

GRAP के 4 चरण होते हैं

  • जब दिल्ली में हवा 201 से 300 एक्यूआई तक खराब होती है तो पहला चरण लागू किया जाता है.
  • इसके बाद अगर हवा ज्यादा खराब होती है और एक्यूआई 301 से 400 तक पहुंच जाता है तो इसका दूसरा चरण लागू हो जाता है.
  • अगर हवा ज्यादा खराब हो जाए यानी एक्यूआई 400 से भी ज्यादा हो जाए तो तीसरा चरण लगता है.
  • हालात ज्यादा खराब होने पर GRAP का चौथा लेवल लागू कर दिया जाता है.

दिल्ली-NCR में ग्रैप-2 के तहत ये पाबंदियां लागू

  • डीजल जनरेटर चलने पर रोक लगेगी.
  • प्राइवेट गाड़ियों के इस्तेमाल को कम करने के लिए पार्किंग फीस को बढ़ाया जाएगा.
  • प्रतिदिन सड़कों पर मैकेनिकल/वैक्यूम स्वीपिंग और पानी का छिड़काव होगा.
  • सीएनजी-इलेक्ट्रिक बसों और मेट्रो की सर्विस को बढ़ाया जाएगा. 
  • RWA अपने सिक्योरिटी गार्ड को हीटर देंगी ताकि वे गर्माहट के लिए कूड़ा, लकड़ी या कोयला न जलाएं. 
  • नैचुरल गैस, बायो गैस, एलपीजी से चलने वाले जेनरेटर चल सकेंगे.
  • 800kwa से अधिक क्षमता वाले जेनरेटर तभी चल सकेंगे जब वह रेट्रोफिटिंग करवाएंगे.

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