
दिल्ली में प्रदूषण की स्थिति एक बार फिर विस्फोटक बनती दिख रही है. दिवाली के अगले दिन जरूर सात साल में सबसे साफ हवा देखने को मिली, लेकिन अब राजधानी की हवा दमघोंटू हो गई है. दिल्ली के अलग-अलग इलाकों से जो रिपोर्ट आ रही है, उसके मुताबिक 38 इलाकों में हवा बहुत खराब श्रेणी में पहुंच चुकी है, वहीं कुछ इलाकों में प्रदूषण गंभीर स्तर पर दर्ज हुआ है.
इस समय आनंद विहार में PM10- 575 और PM2.5- 188 चल रहा है. ये सामान्य से 5.5 गुना ज्यादा है. जहांगीरपुरी में PM10- 410 और PM2.5- 230 दर्ज किया गया है. पंजाबी बाग में PM10- 440 और PM2.5- 206 चल रहा है. ये सामान्य से 4 गुना ज्यादा माना जाता है. इसी तरह द्वारका में PM10- 565 और PM2.5- 244 के स्तर पर पहुंच गया है. मेजर ध्यानचंद स्टेडियम (इंडिया गेट) में भी स्थिति संतोषजनक नहीं है. वहां पर PM10- 342 और PM2.5- 199 दर्ज हुआ है. इस समय ओखला, आरकेपुरम, पटपड़गंज में भी प्रदूषण की स्थिति खतरनाक बनी हुई है.
अब दिल्ली के बाद जरूर साफ हवा का दावा किया गया था. जोर देकर कहा गया था कि कई सालों बाद दिवाली के बाद भी प्रदूषण की स्थिति विस्फोटक नहीं बनी थी. लेकिन बाद में एक्सपर्ट्स ने साफ कर दिया था कि उस साफ हवा के पीछे मौसमी कारण थे. असल में मौसम वैज्ञानिकों की मानें तो दिवाली के वक्त बंगाल की खाड़ी में कम दबाव का क्षेत्र बनने की वजह से नॉर्थ ईस्ट कई राज्यों में बारिश हुई और तेज हवाएं चलीं. वहीं, भारतीय सीमा से सटे बांग्लादेश के तट पर चक्रवात सितरंग (Cyclone Sitrang) के असर ने दिल्ली को प्रदूषण से राहत दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई.
बता दें कि शून्य से 50 के बीच AQI अच्छा, 51 से 100 के बीच ‘संतोषजनक’, 101 से 200 के बीच ‘मध्यम’, 201 से 300 के बीच ‘खराब’, 301 से 400 के बीच ‘बहुत खराब’ और 401 से 500 के बीच AQI ‘गंभीर’ माना जाता है.