
दिवाली के बाद आज मंगलवार को दिल्ली में प्रदूषण का स्तर पिछले पांच साल में सबसे कम रहा. इस बीच दिल्ली में पानी का छिड़काव करने के लिए मंगलवार से 150 मोबाइल एंटी स्मॉग गन सड़कों पर उतार दी गई हैं. दिल्ली की सभी 70 विधानसभा में दो-दो मोबाइल एंटी स्मोग गन से छिड़काव कराया जाएगा.
दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय के मुताबिक, इस दीपावली के अगले दिन पिछले साल की तुलना में प्रदूषण में 30 फीसदी की गिरावट आई है. दिल्ली सरकार के मुताबिक, वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) पिछले साल 462 की तुलना में मंगलवार को 323 है.
गोपाल राय ने दावा किया कि दिल्ली के लोगों ने इस साल दिवाली पर सुप्रीम कोर्ट के आदेश को माना. लोगों ने पटाखे न के बराबर जलाए. प्रदूषण का स्तर आज के दिन पिछले पांच साल में सबसे कम है. एक्यूआई 2018 में 390, 2019 में 368, 2020 में 435, 2021 में 462 था. इस साल आज एक्यूआई 323 है.
हॉट स्पॉट पर रहेंगी एक-एक एक्स्ट्रा मोबाइल एंटी स्मोग गन
एक्यूआई को देखते हुए आज से पूरे दिल्ली में सड़कों पर मोबाइल एंटी स्मोग गन से पानी के छिड़काव का अभियान शुरू कर दिया गया है. इसके अलावा दिल्ली के हॉटस्पॉट पर एक-एक एक्स्ट्रा मोबाइल एंटी स्मोग गन तैनात की गई हैं.
ये मोबाइल एंटी स्मोग गन सुबह 10 बजे से शाम 6 बजे तक पानी का सड़क पर छिड़काव करेंगी. एक स्मोग गन 10 किलोमीटर एक साइड में पानी का छिड़काव करेगी. बताते चलें कि पिछले साल 10 मोबाइल एंटी स्मोग गन से छिड़काव कराया गया था.
पंजाब में पराली जलाने की घटनाओं में आई कमी
पंजाब में पराली जलने की लगातार घटना पर पर्यावरण मंत्री गोपाल राय से सवाल पूछा गया. इस पर उन्होंने कहा कि पंजाब में सरकार की पहल से पराली के जलने की संख्या में कमी आई है. पिछले साल दिवाली के दिन पंजाब में पराली के जलने की 3,032 घटनाएं हुई थीं.
वहीं इस साल पराली जलाने के 1,019 मामले ही सामने आए हैं. हरियाणा में पिछली साल दिवाली के दिन पराली के जलने की 228 मामले सामने आए थे. इस साल 250 मामले ही सामने आए हैं. इसके उलट उत्तर प्रदेश में पिछले साल पराली जलाने के 123 मामले सामने आए थे. मगर, इस साल इनकी संख्या बढ़कर 215 हुई है.