
दो दिन से हो रही बारिश से एक तरफ जहां दिल्लीवालों को गर्मी से थो़ड़ी राहत मिली है तो वहीं दूसरी तरफ इस बारिश ने 'रावण' को बेहाल कर दिया है. विजय दशमी यानि दशहरा बस कुछ ही दिन दूर है ऐसे में रावण को सजाने की तैयारियां ज़ोरों पर हैं. लेकिन हैरान करने वाली बात ये है कि इस बेमौसम बरसात से रावण को बचाने के लिए कोई खास इंतज़ाम नहीं हैं.
राजधानी दिल्ली के वेस्ट दिल्ली इलाके में हर साल की तरह इस साल भी रौनक है और वजह है रंग बिरंगे, हर डिज़ाइन के रावण. राजौरी गार्डन से तिलक नगर तक के 2 किमी के दायरे में इन दिनों रावण वहां से गुजरने वाले लोगों का ध्यान अपनी ओर आकर्षित कर रहा है. लेकिन जिस खूबसूरती औऱ मेहनत से रावण को सजाया जा रहा है बारिश से बचाने के लिए यहां पर कोई विशेष इंतज़ाम नहीं है.
मौसम विभाग के मुताबिक हफ्ते के आने वाले दिनों में भी राजधानी दिल्ली में भीगा भीगा मौसम रहने वाला है ऐसे में सड़क पर रखे रावण का बुरा हाल है. सड़क पर रखे रावण, कुंभकरण और मेघनाथ के ये पुतले अभी आधे ही तैयार हुए हैं. कपड़ा, ग्लास पेपर, बास और गोंद से बन कर तैयार हो रहे पुतलों पर बारिश के पानी से किस तरह का नुकसान हो सकता है इसका अंदाज़ा लगाया जा सकता है.
रावण के पुतलों पर काम कर रहे एक कलाकार ने बताया- 'इऩ पुतलों को हम सड़क पर ही रखते हैं, आधे पुतले मेट्रो के नीचे रखा गया है, बारिश से बचाने का कोई इंतज़ाम नहीं है ऐसे में बहुत तेज़ बारिश से काफी नुकसान हो सकता है'. रावण में अलग-अलग रंग भर रहे एक कलाकार ने बताया- 'ये इनैमल पेंट है जो पानी से नहीं छूटता, लेकिन ये कागज के रंग और इसमें इस्तेमाल किए गए कपड़े का रंग बारिश के पानी से जरुर फीका पड़ जाएगा'.
लोगों को दशहरे का बेसब्री से इंतज़ार है, हालांकि दशहरे में अभी थोड़ा वक्त है अगर आने वाले दिनों में भी अगर दिल्ली में बारिश होती है तो भीगे हुए रावण को सुखाने के लिए कलाकारों को काफी दिक्कतों का सामन करना पड़ सकता है. और अगर ऐसा होता है तो पुतले के कारोबार में भी काफी फर्क पड़ेगा जिससे पुतला बाज़ार के कलाकारों का नुकसान होना तय है.