
Delhi-NCR Weather Forecast, IMD Rainfall Alert: दिल्ली-एनसीआर में पिछले कई घंटों से आफत की बारिश जारी है. राष्ट्रीय राजधानी और उसके आसपास के सटे हुए नोएडा, ग्रेटर नोएडा, गाजियाबाद, गुरुग्राम में गुरुवार को शुरू हुई बारिश शुक्रवार सुबह तक होती रही. इससे कई इलाकों में पानी भर गया, जिससे ट्रैफिक पर असर पड़ा. दिल्ली-गुरुग्राम हाईवे जलमग्न होने की वजह से कई गाड़ियां जहां-तहां फंस गईं. गुरुग्राम के प्रशासन ने निजी संस्थानों से वर्क फ्रॉम होम की एडवाइजरी जारी की है. इसके अलावा, नोएडा के स्कूलों को बंद करने का आदेश दे दिया गया है. देश के विभिन्न हिस्सों से विदा हो रहा मॉनसून दिल्ली-एनसीआर के लिए भारी बारिश की टेंशन लेकर आया है. इसके पीछे दो अलग-अलग वेदर सिस्टम्स हैं.
अगले दो दिनों तक बारिश का अलर्ट
दिल्ली में भारी बारिश के चलते भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने 'येलो अलर्ट' जारी किया, जिसमें भारी बारिश के बारे में लोगों को आगाह किया गया. इसमें बताया गया कि विजिबिलिटी कम हो सकती, यातायात बाधित हो सकता है और कच्ची सड़कों और कमजोर संरचनाओं को नुकसान हो सकता है. राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र से मॉनसून की वापसी से ठीक पहले हुई ताजा बारिश से बड़े घाटे (सितंबर में अब तक 46 फीसदी) को कुछ हद तक पूरा करने में मदद मिलेगी. इससे हवा भी साफ रहेगी और तापमान भी नियंत्रित रहेगा. शहर का न्यूनतम तापमान 23.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया और अधिकतम तापमान 28 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने का अनुमान है. दोपहर 2 बजे वायु गुणवत्ता सूचकांक 61 (संतोषजनक श्रेणी) था. आईएमडी ने कहा कि अगले दो से तीन दिनों में दिल्ली-एनसीआर के कुछ हिस्सों में हल्की बारिश हो सकती है.
बारिश से ट्रैफिक पर असर, कई इलाकों में जलजमाव
दिल्ली-एनसीआर में भारी बारिश की वजह से यातायात प्रभावित हुआ. बारिश के कारण कई हिस्सों में जलजमाव भी हो गया. यातायात की स्थिति के बारे में यात्रियों का मार्गदर्शन करने के लिए दिल्ली यातायात पुलिस ने ट्विटर का सहारा लिया. दिल्ली यातायात पुलिस ने गुरुवार को ट्वीट किया, "जलभराव के कारण महरपाल पुर रेड लाइट से महरौली की ओर जाने वाले कैरिजवे में यातायात प्रभावित है. जलभराव के कारण फिरनी रोड और टूडा मंडी रेड लाइट, नजफगढ़ पर यातायात प्रभावित है." एक अन्य ट्वीट में कहा गया, "कृपया मोती बाग जंक्शन से महात्मा गांधी मार्ग पर शांति निकेतन के पास जलजमाव के कारण धौला कुआं की ओर यात्रा करने से बचें."
दिल्ली में कितनी दर्ज की गई बारिश?
दिल्ली के प्राथमिक मौसम केंद्र सफदरजंग वेधशाला ने गुरुवार सुबह 8:30 बजे से शाम 5:30 बजे के बीच 31.2 मिमी बारिश दर्ज की. लोधी रोड, रिज और आयानगर के मौसम केंद्रों में इस अवधि के दौरान 27.4 मिमी, 16.8 मिमी और 45.8 मिमी वर्षा हुई. दिल्ली विश्वविद्यालय क्षेत्र, जाफरपुर, नजफगढ़, पूसा और मयूर विहार में क्रमश: 16.5 मिमी, 18 मिमी, 29 मिमी, 24.5 मिमी और 25.5 मिमी बारिश दर्ज की गई. सफदरजंग वेधशाला ने सितंबर में अब तक (गुरुवार सुबह तक) सामान्य 108.5 मिमी के मुकाबले 58.5 मिमी बारिश दर्ज की है. अगस्त में 41.6 मिमी बारिश दर्ज की गई थी, जो कम से कम 14 वर्षों में सबसे कम थी. यह उत्तर पश्चिम भारत में किसी भी अनुकूल मौसम प्रणाली की अनुपस्थिति के कारण थी.
कुल मिलाकर, दिल्ली में 1 जून के बाद से सामान्य रूप से 621.7 मिमी के मुकाबले 405.3 मिमी बारिश दर्ज की गई है. आईएमडी ने मंगलवार को कहा था कि दक्षिण-पश्चिम मॉनसून दक्षिण-पश्चिम राजस्थान और आसपास के कच्छ के हिस्सों से सामान्य 17 सितंबर की तारीख के तीन दिन बाद वापस आ गया था. दक्षिण-पश्चिम मॉनसून की वापसी की घोषणा तब की जाती है जब यदि क्षेत्र में पांच दिनों तक बारिश नहीं होती है. साथ ही एंटी-साइक्लोनिक सर्कुलेशन डेवलप होता है.
नोएडा-ग्रेटर नोएडा में कक्षा आठवीं तक स्कूल बंद
एक आधिकारिक आदेश के अनुसार, नोएडा और ग्रेटर नोएडा में कक्षा 8 तक के सभी सरकारी और निजी स्कूल शुक्रवार को बंद रहेंगे. जिला विद्यालय निरीक्षक धर्मवीर सिंह ने बताया कि मौसम विभाग ने क्षेत्र में बारिश को लेकर अलर्ट जारी किया है जिसके बाद जिलाधिकारी सुहास एल यथराज ने स्कूलों को बंद करने का आदेश जारी किया. गुरुवार रात जारी एक आधिकारिक बयान के अनुसार, सिंह ने कहा, "23 सितंबर को, जिले में कक्षा 1 से 8 तक के सभी स्कूल बंद रहेंगे."
आखिर अब क्यों जमकर बरस रहे बादल? क्या है वजह?
राष्ट्रीय राजधानी और उसके आसपास के इलाकों में हो रही भारी बारिश की वजह दो अलग-अलग वेदर सिस्टम हैं. पहला एक लो प्रेशर एरिया का बनना है, जिसमें चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र उत्तर-पश्चिम एमपी/दक्षिण-पश्चिम यूपी के निचले स्तर पर मौजूद है और पूर्व से पश्चिमी यूपी, दक्षिण हरियाणा और दिल्ली एनसीआर तक पहुंच रहा है. वहीं, दूसरी वजह एक पश्चिमी विक्षोभ के सिस्टम का बनना है. यह सिस्टम कम दबाव के क्षेत्र को पश्चिम की ओर बढ़ने से रोक रहा है.
(कुमार कुणाल के इनपुट सहित)