
दिल्ली की RAU'S कोचिंग में सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी कर रहे तीन छात्रों की मौत हो गई. यह तीनों छात्र अलग-अलग राज्यों से यूपीएससी की तैयारी करने दिल्ली आए थे. इन छात्रों की पहचान यूपी के अंबेडकर नगर की रहने वाली श्रेया यादव, तेलंगाना के सिकंदराबाद की रहने वाली तान्या सोनी और केरल के एर्नाकुलम के रहने वाले नेविन डाल्विन के रूप में हुई है. जब इस घटना की जानकारी मृतकों के परिजनों को मिली तो किसी के घर वाले ट्रेन में सफर कर रहे थे तो कोई चर्च में प्रेयर कर रहा था.
तेलंगाना की रहने वाली तान्या सोनी (21) की भी इस घटना में मौत हुई थी. तान्या ने अभी 10 दिन पहले ही अपना 21वां बर्थडे मनाया था. तान्या के परिवार को इस घटना की जानकारी उस समय हुई, जब वो ट्रेन में थे. वो अपनी छोटी बेटी के एडमिशन के लिए नागपुर आए हुए थे. जब उनकी बेटी ने कई बार फोन नहीं उठाया तो तान्या की मां ने उसकी दोस्त को कॉल किया और देखने के लिए कहा. जब तान्या के दोस्तों ने इस घटना के बारे में जानकारी दी तो फिर परिवार नागपुर से सीधे दिल्ली पहुंचा.
पीटीआई से बात करते हुए तान्या के पिता ने बताया कि उसने दिल्ली यूनिवर्सिटी के महाराजा अग्रसेन कॉलेज से पॉलिटिकल साइंस और अंग्रेजी में ग्रेजुएशन किया था और पिछले एक महीने से ही इस कोचिंग सेंटर में पढ़ाई शुरू की थी.
ट्रेन में मिली बेटी की मौत की खबर, RAU's IAS में जान गंवाने वाली तान्या के सपने को पिता ने बताया
उनके पिता विजय कुमार ने कहा कि तान्या का शव हमें सौंप दिया गया है और हम अंतिम संस्कार के लिए बिहार जा रहे हैं. तान्या का परिवार बीते 25 सालों से तेलंगाना में रह रहा है. उनके पिता सरकारी कंपनी सिंगरेनी कोलियरीज कंपनी लिमिटेड (एससीसीएल) में काम कर रहे हैं. वह वर्तमान में एससीसीएल में उप महाप्रबंधक हैं.
श्रेया के चाचा ने टीवी पर देखी थी खबर
यूपी के अंबेडकर नगर की रहने वाली श्रेया यादव (25) भी RAU'S IAS में सिविल सेवा की तैयारी कर रही थी. श्रेया के पिता किसान हैं. उसने एग्रीकल्चर में ग्रेजुएशन किया था और इसी साल मई महीने में RAU'S IAS कोचिंग सेंटर ज्वाइन किया था. 12वीं में श्रेया के 85 फीसदी नंबर थे. श्रेया का बड़ा भाई अभिषेक मास कम्युनिकेशन में एमए कर रहा है. जबकि छोटा भाई मिंटू 8वीं कक्षा का छात्र है.
श्रेया के चाचा धर्मेंद्र यादव ने बताया कि उन्होंने देर रात कोचिंग सेंटर के बेसमेंट में बाढ़ की खबर देखी थी, जिसके बाद उसे कॉल किया, लेकिन उससे कोई संपर्क नहीं हो सका. उसके बाद वो गाजियाबाद से शादीपुर में श्रेया के पीजी पहुंचे, लेकिन वो बंद था. जब वो राजेंद्र नगर स्थित कोचिंग सेंटर पहुंचे तो पुलिस ने उन्हें राम मनोहर लोहिया की मोर्चरी में जाने को कहा. इंजीनियर कॉलेज में प्रोफेसर धर्मेंद्र यादव ने कहा कि श्रेया के सपने को पूरा करने के लिए उसके पिता ने लोन भी लिया था. मैंने श्रेया से पिछली बार फीस पेमेंट को लेकर ही बातचीत की थी.
टीवी पर खबर देखकर टूट गया सपना, RAU'S IAS कोचिंग में श्रेया की मौत से सदमे में परिवार
केरल के चर्च में थे नेविन के पेरेंट्स
इस घटना में केरल के एर्नाकुलम के रहने वाले नेविन डाल्विन (28) की भी जान चली गई. नेविन बीते आठ साल से दिल्ली में रह रहा था और जवाहर लाल नेहरू यूनिवर्सिटी से एमफिल के बाद अब पीएचडी कर रहा था. नेविन के पिता रिटायर्ड डीएसपी हैं, जबकि मां केरल की ही कलाडी यूनिवर्सिटी में एक विभाग की एचओडी हैं. नेविन ने 2017 में इतिहास से ग्रेजुएशन किया था और उसके बाद से ही शहर छोड़ दिया था. वो बीते आठ साल से दिल्ली में ही रह रहा था.
केरल के चर्च में प्रेयर कर रहे थे नेविन के माता-पिता, तभी दिल्ली से आई खबर- RAU's IAS में बेटा...
नेविन के पेरेंट्स को इस घटना के बारे में उस समय पता चला, जब दोनों एर्नाकुलम के एक चर्च में मॉर्निंग प्रेयर के लिए पहुंचे हुए थे. जब उन्हें इसकी जानकारी मिली तो उसके मामा शव लेने दिल्ली आए. नेविन ने फेसबुक पर अपनी बायो में लिखा था, "साहस करने का एक समय है और सावधानी बरतने का भी एक समय है और एक बुद्धिमान व्यक्ति समझता है कि कौन सा क्या है."