
दिल्ली दंगों के मामले में गिरफ्तार जेएनयू के पूर्व छात्र उमर खालिद की गुरुवार को कोर्ट में पेशी हुई. उमर खालिद ने इस दौरान बताया है कि उनको न तो सेल के बाहर जाने की इजाजत दी जाती है और न ही किसी से जेल में बात करने की छूट है. उमर खालिद ने कोर्ट को बताया है कि उन्हें जेल में लगातार एकांत कारावास में रखा जा रहा है. उमर खालिद की 14 दिन की न्यायिक हिरासत आज खत्म हो रही थी. उन्हें तिहाड़ जेल से वर्चुअल हियरिंग के द्वारा कड़कड़डूमा कोर्ट के जज के सामने पेश किया गया.
उमर खालिद के वकील की तरफ से कोर्ट को ये भी भी बताया गया कि जेल सुपरिटेंडेंट को सेल में बंद रहने की शिकायत करने पर उसे एक बार 10 मिनट के लिए सेल से बाहर ले जाया गया, लेकिन वापस फिर बंद कर दिया गया. वकील ने कोर्ट को बताया कि उन्हें सुरक्षा कारणों का हवाला देकर सेल से बाहर नहीं निकलने दिया जाता है.
उमर खालिद ने कहा कि मुझे सुरक्षा की जरूरत है, लेकिन सुरक्षा की बात कहकर हमेशा मुझे सेल में बंद कैसे रखा जा सकता है. उमर खालिद ने कोर्ट को यह भी कहा कि क्योंकि जेल प्रशासन की शिकायत वो कोर्ट में कर रहा है, लिहाजा कोर्ट जेल प्रशासन को निर्देश दे कि इसके लिए उसे तंग न किया जाए. कड़कड़डूमा कोर्ट ने कल इस मामले में जेल सुपरिटेंडेंट को पेश होने के आदेश दिए हैं.
देखें: आजतक LIVE TV
उमर खालिद के जेल प्रशासन पर लगाए गए आरोपों पर जेल सुपरिटेंडेंट कल वर्चुअल हियरिंग के माध्यम से कड़कड़डूमा कोर्ट कोर्ट के एडिशनल सेशन जज अमिताभ रावत की कोर्ट के सामने पेश होकर अपना पक्ष रखेंगे. जज अमिताभ रावत ही कड़कड़डूमा कोर्ट में दिल्ली दंगों से जुड़े सभी मामलों की सुनवाई कर रहे हैं. दिल्ली दंगों से जुड़े एक मामले में दिल्ली पुलिस में पिछले महीने जेएनयू के पूर्व छात्र उमर खालिद को बतौर आरोपी गिरफ्तार किया था.
गौरतलब है कि दिल्ली में इसी साल फरवरी में हिंसा हुई थी, 24 फरवरी को शुरू हुई हिंसा तीन दिन तक जारी रही थी. जिसमें 50 से अधिक लोगों की मौत हुई थी, जबकि 200 के करीब लोग घायल हो गए थे. नागरिकता संशोधन एक्ट के खिलाफ जारी प्रदर्शन के बाद दो गुटों में हिंसा शुरू हुई थी.