
दिल्ली के सब्जी मंडी इलाके में बिल्डिंग गिरने से जो हादसा हुआ था, उसमें जांच रिपोर्ट दायर कर दी गई है. इस रिपोर्ट में कहा गया है कि बिल्डिंग गिरने के लिए नॉर्थ दिल्ली म्यूनिसिपल कॉर्पोरेशन का कोई भी कर्मचारी जिम्मेदार नहीं है.
बता दें कि इस हादसे में दो बच्चों की जान चली गई थी. यह हैरानी की बात है कि मामले में कॉर्पोरेशन के सभी अफसरों और कर्मचारियों को क्लीन चिट दे दी गई है.
रिपोर्ट में आगे कहा गया है कि बिल्डिंग उस तरह से टूटी-फूटी नहीं दिखती थी, साथ ही उसकी किसी ने शिकायत भी नहीं की थी. नॉर्थ दिल्ली के सब्जी मंडी इलाके में पिछले हफ्ते चार मंजिला इमारत गिरी थी. इसमें दो भाई दब गए थे. इनकी उम्र सात और 12 साल थी. दोनों की बाद में मौत हो गई थी. मारे गए बच्चे उस वक्त वहां से अपनी मां के साथ गुजर रहे थे.
NDMC ने बनाई थी कमिटी
मामले में नॉर्थ दिल्ली म्यूनिसिपल कॉर्पोरेशन (NDMC) ने जांच के आदेश दिए थे. बिल्डिंग डिपार्टमेंट को सात दिन के अंदर इसपर रिपोर्ट जमा करनी थी. अब उसमें किसी को भी जिम्मेदार नहीं ठहराया गया है. रिपोर्ट तीन सदस्य की कमिटी ने दायर की है.
इस मामले में मोहक अरोड़ा नाम के शख्स के खिलाफ एक मामला दर्ज किया गया था. वह इमारत के भूतल पर मरम्मत करा रहा था. पुलिस ने बताया था कि IPC की धारा 304 (गैर इरादतन हत्या), 288 (इमारतों को गिराने या मरम्मत करने के संबंध में लापरवाह आचरण) और 34 (सामान्य इरादा) के तहत मामला दर्ज किया गया था.
इमारत 75 साल पुरानी थी और इमारत के भूतल का उपयोग व्यावसायिक उद्देश्य के लिए किया जा रहा था जबकि शेष हिस्से में रिहायश थी.