
दिल्ली में जहां एक तरफ राजनीतिक गतिरोध अपने चरम पर हैं तो वहीं दूसरी तरफ दिल्ली में सीलिंग अभियान भी तेज़ी से चलाया जा रहा है. बुधवार को भी दिल्ली की तीनों एमसीडी के तहत आने वाले इलाकों में कुल 113 सम्पत्तियों को सील किया गया तो वहीं कुछ सम्पतियों को अवैध निर्माण के चलते तोड़ना पड़ा.
साउथ एमसीडी के वेस्ट ज़ोन, साउथ ज़ोन और नजफगढ़ ज़ोन में शाम तक कुल 23 सम्पत्तियों के खिलाफ सीलिंग की कार्रवाई की गई. साउथ ज़ोन में पंचशील पार्क एन ब्लॉक में 8 सम्पत्तियों की स्टिल्ट पार्किंग को सील किया गया. यहां पार्किंग का इस्तेमाल व्यावसायिक गतिविधियों के लिए किया जा रहा था. इसके अलावा वेस्ट ज़ोन के जनकपुरी, अशोक नगर, न्यू महावीर नगर और गणेश नगर में स्टिल्ट पार्किंग और बेसमेंट मिलाकर कुल 11 सम्पत्तियों को सील किया गया. वहीं नजफगढ़ ज़ोन के द्वारका में 4 सम्पत्तियां सील की गईं.
उत्तरी दिल्ली में भी बुधवार शाम तक 55 सम्पत्तियां सील की गईं. निगम के मुताबिक सीताराम बाजार, अजमेरी गेट, नारायणा विहार, रोहिणी सेक्टर 6 और 8, हर्ष विहार, अशोक विहार, आदर्श नगर और मुखर्जी नगर में कुल 55 जगहों पर सीलिंग हुई. निगम के करोल बाग ज़ोन के एडीसी पीके झा ने बताया कि सीलिंग से बचने के लिए व्यापारी अब ज्यादा संख्या में निगम कार्यालयों में आकर कंवर्जन और पार्किंग चार्ज जमा करवा रहे हैं. झा ने बताया कि करोल बाग ज़ोन के महाराणा प्रताप बाग मार्केट से निगम ने एक ही दिन में 84 लाख रुपये जमा किए हैं.
पूर्वी दिल्ली के शाहदरा नार्थ और साउथ ज़ोन में भी बुधवार शाम तक कुल 35 संपत्तियों को सील किया गया. निगम से मिली जानकारी के मुताबिक शाहदरा नार्थ ज़ोन के तहत आने वाले लोनी रोड, दुर्गापुरी एक्सटेंशन, ईस्ट ज्योति नगर और अशोक नगर में कंवर्जन और पार्किंग चार्ज जमा ना कराने के चलते 19 सम्पत्तियां सील की गई. वहीं शाहदरा साउथ ज़ोन के तहत आने वाले राम विहार, बाहुबली एंक्लेव, शांति विहार और शरद विहार में 16 सम्पत्तियों को सील किया गया. इसके अलावा न्यू अशोक नगर और झिलमिल में 2 सम्पत्तियों को डिमोलिश किया गया है.