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70 हजार रुपये के लिए हुआ था चाचा-भतीजे का कत्ल, दिल्ली डबल मर्डर केस में नया खुलासा

दिल्ली के शाहदरा में चाचा भतीजे का डबल मर्डर मामले में नया खुलासा हुआ है. जानकारी के मुताबिक मृत आकाश ने आरोपी नाबालिग को कोई काम सौंपा था जिसके बदले उसे 70 हजार रुपये देने की बात हुई थी. ये पैसे न देने पर आरोपी ने हत्या की साजिश रची थी.

घटना का सीसीटीवी फुटेज और मृतकों के बिलखते परिजन घटना का सीसीटीवी फुटेज और मृतकों के बिलखते परिजन
इसरार अहमद/हिमांशु मिश्रा
  • नई दिल्ली,
  • 01 नवंबर 2024,
  • अपडेटेड 11:31 PM IST

दिवाली की रात दिल्ली के शाहदरा में हुए चाचा भतीजे के डबल मर्डर मामले में नाबालिग आरोपी की गिरफ्तारी के बाद से हत्या की वजह सामने आई है.

70 हजार रुपयों के लिए हत्या

डीसीपी शाहदरा प्रशान्त गौतम ने बताया कि जानकारी के मुताबिक मृत आकाश ने आरोपी नाबालिग को कोई काम सौंपा था जिसके बदले उसे 70 हजार रुपये देने की बात हुई थी. अब काम पूरा हो जाने पर आकाश न तो पैसे दे रहा था और न ही आरोपी का फोन उठा रहा था. इस वजह से नाबालिग बेहद गुस्से में था. उसने एक कॉन्ट्रैक्ट किलर को हायर किया और दीपावली के दिन मौका देखकर आकाश हत्या को अंजाम दिया. 

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17 दिन से हत्या की प्लानिंग कर रहा था नाबालिग

उन्होंने बताया कि आरोपी के टारगेट पर सिर्फ आकाश था, लेकिन पहले कृष को गलती से गोली लगी, इसके बाद ऋषभ ने जब आरोपी को पकड़ना चाहा यो उसने ऋषभ को भी गोली मार दी. उन्होंने आगे बताया कि नाबालिग 17 दिन से इस हत्या की प्लानिंग कर रहा था और वह पहले भी कई वारदातों में शामिल रहा है. 

बताते चलें कि ये पूरा मामला दिवाली के दिन गुरुवार का है जब शाहदरा में एक परिवार अपने घर के बाहर दिवाली मना रहा था जब दो हथियारबंद लोग आए और एक 40 साल के शख्स और उसके 16 साल के भतीजे की गोली मारकर हत्या कर दी. वहीं शख्स का 10 साल का बेटा घायल हो गया. पुलिस ने वारदात के कुछ देर बाद ही नाबालिग आरोपी को पकड़ लिया जबकि शूटर की तलाश जारी है.

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'काम हो गया तो न पैसे दिए न फोन उठाया'

पुलिस सूत्रों के मुताबिक आरोपी ने बताया कि उसी ने इस कत्ल की साजिश रची थी. उसी ने शूटर हायर किया था, और मौका देखकर दीवाली की रात पहचान करवाने के बाद शूटर से गोली चलवाई. आरोपी ने बताया कि आकाश ने उसे कोई टास्क दिया था और टास्क पूरा हो जाने पर जब पैसे देने की बारी आई तो आकाश ने उसका फोन उठाना बंद कर दिया था.इसी वजह से उसने उसकी हत्या की प्लानिंग की.  

पीड़ित परिवार का रिश्तेदार है आरोपी

इससे पहले मृतक आकाश के भाई और ऋषभ के पिता योगेश ने बताया था कि हमलावर हमारा रिश्तेदार ही है. मास्टरमाइंड मेरा ही भतीजा लगता है. वह मेरे ताऊ के बेटे का बेटा है. वह आया उसने मेरे भाई के पैर छूए और फिर उसको मरवा दिया. मेरे बेटे ने अपने चाचा के हमलावरों को पकड़ना चाहा तो उसे भी मार दिया. योगेश ने ये भी दावा किया था कि आरोपी नाबालिग ने ही आकाश से पैसे उधार लिए थे जिन्हें वापस मांगने पर उसने आकाश ही हत्या की साजिश रची.

पांव छूकर आशीर्वाद लिया और कर दी हत्या

दिवाली पर हुए इस हमले का सीसीटीवी फुटेज सामने आया है जिसमें पीले कुर्ते में 40 साल के आकाश और उनका 16 साल का भतीजा ऋषभ गली में चटाई बम जलाने जा रहे हैं.वहीं उनका 10 साल का बेटा कृष दरवाजे पर खड़ा होकर ये सब देख रहा है. इतने में दो लोग स्कूटी से आते हैं और स्कूटी पर बैठा शख्स आकाश के पांव छूकर आशीर्वाद लेता है. दूसरा शख्स स्कूटी से उतरकर खड़ा है. वह अचानक कमर से बंदूक निकालता है और आकाश पर गोली चला देता है. दरवाजे के भीतर एक गोली कृष को भी लगती है. वहीं पटाखा जला रहा ऋषभ जब तक कुछ समझ पाता तब तक स्कूटी सवार भागने लगते हैं. ऋषभ उनके पीछे भागता है तो वे उसे भी गोली मार देते हैं और निकल जाते हैं.

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इधर, पुलिस सूत्रों का कहना है कि खुद मृत आकाश के खिलाफ हत्या के प्रयास जैसे संगीन धाराओं के तहत करीब छ: मामले दिल्ली के थानों में दर्ज हैं जिनमें गैंबलिंग एक्ट की धारा भी शामिल है. साथ ही आकाश के भाई योगेश के खिलाफ भी 14 मामले दर्ज हैं.

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