
दिल्ली में एक बार फिर सांसों का आपातकाल लग गया है. 15 दिन भी नहीं बीते कि दिल्ली की फिज़ाओं में फिर जहर घुलने लगा है. सफेद नहीं मटमैले कोहरे की चादर ने दिल्ली और आसपास के इलाकों को अपनी आगोश में ले लिया है. इस बार ये खतरा इतना गंभीर है कि इसका असर भारत-श्रीलंका के तीसरे टेस्ट मैच पर दिखा. दिल्ली के कोटला मैदान में स्मॉग से जूझते हुए खिलाड़ी मास्क लगाकर मैच से पहले जिंदगी को बचाने की जद्दोजहद में लगे हैं. दिल्ली स्मॉग से फिर बोल्ड हो गई है.
मास्क पहनकर मैदान में उतरे खिलाड़ी
भारत और श्रीलंका के बीच खेले जा रहे तीसरे टेस्ट मैच की तस्वीरें दिल्ली के आज के हालातों की कहानी बयां कर रही हैं. एक ओर विराट कोहली की मार और दूसरी ओर दिल्ली के प्रदूषण के वार ने श्रीलंकाई टीम को तोड़कर रख दिया. क्रिकेट इतिहास में इससे पहले शायद ही कभी ऐसी तस्वीरें सामने आईं हों. जब खिलाड़ी मास्क लगाकर मैदान पर उतरने को मजबूर हुए हों. तीसरे टेस्ट के दूसरे दिन लंच के बाद जब श्रीलंका की टीम मैदान पर उतरी तो वो प्रदूषण के हालात देखकर घबरा गई. मैच को करीब 20 मिनट रोकना पड़ा. जिसके बाद श्रीलंकाई खिलाड़ी मास्क पहनकर मैदान पर उतरे.
सबसे बड़ी बात मास्क सिर्फ श्रीलंकाई खिलाड़ियों और स्टाफ ने पहना जबकि विराट कोहली और अंपायर बिना मास्क मैदान पर उतरे. हालांकि इन सबके बीच श्रीलंकाई खिलाड़ियों के लिए राहत की खबर विराट का विकेट लेकर आई. ऐसा लगा शायद विराट से अपने शहर में मेहमान श्रीलंकाई खिलाड़ियों को दर्द ना देखा गया हो. विराट तो चले गए लेकिन प्रदूषण ने श्रीलंकाई खिलाड़ियों को नहीं छोड़ा. इस दौरान कमेंट्री बॉक्स में लक्ष्मण, नेहरा और आकाश चौपड़ा जैसे धुरंधर कमेंट्रेटर्स ने श्रीलंकाई टीम पर तंज मारते हुए कहा कि अगर आपको दिल्ली में खेलना है तो फेफड़ों को मजबूत करके आना होगा.
सिर्फ क्रिकेट के मैदान ही नहीं बल्कि पूरे शहर का हाल बेहाल है. इंडिया गेट से लेकर कुतुबमीनार तक स्मॉग ने दिल्ली को चपेट में ले रखा है. आंखों में जलन और सांस लेने में लोगों को परेशानी हो रही है. दिल्ली एनसीआर में आने वाले दिनों में जहरीली हवा का अलर्ट जारी किया जा चुका है.
दोपहर 2 बजे दिल्ली के कई इलाकों में पीएम 10 साढ़े चार सौ के पार पहुंच गया. वहीं पीएम 2.5 ढाई सौ के पार पहुंच गया. मानकों के तहत हवा में पीएम 10 का स्तर 100 और पीएम 2.5 का स्तर 60 से अधिक नहीं होना चाहिए. जबकि 300 के ऊपर का आंकड़ा बेहद खतरनाक माना जाता है.
ऐसे में आप अंदाजा लगा सकते हैं कि दिल्ली वाले किन हालातों से गुजर रहे हैं. स्मॉग का ये अटैक दिल्ली का दम घोटने के लिए सड़कों और हवाओं में उतर चुका है. हवा जहरीली है, फेफड़े खोलले हो रहे हैं. लेकिन इन सबसे बावजूद सरकार की ओर से कोई तैयारी नहीं की गई.