
दिल्ली पुलिस ने ग्रेटर कैलाश के दो डॉक्टरों और दो फर्जी चिकित्सकों को गिरफ्तार किया है. इनके क्लीनिक में कम पैसों में इलाज के नाम पर लोगों की जिंदगी से खिलवाड़ किया जा रहा था. खुलासा तब हुआ जब इस क्लीनिक में सर्जरी के बाद 45 वर्षीय शख्स की मौत हो गई. अब इस मामले में जांच बढ़ी तो पता चला कि चार आरोपियों के साथ-साथ फरीदाबाद के एक अन्य डॉक्टर भी इस मामले में संलिप्तता सामने आ रही है.
पता चला है कि यह डॉक्टर भी लोगों का इसी अस्पताल में ऑपरेशन करता था. एक न्यूज एजेंसी के मुताबिक, पुलिस ने बताया कि इस मामले में कई और गिरफ्तारियां भी हो सकती हैं. बता दें, मामला दक्षिणी दिल्ली के पॉश इलाके ग्रेटर कैलाश स्थित अग्रवाल मेडिकल सेंटर का है. यहां अक्टूबर महीने में सर्जरी के बाद 45 वर्षीय व्यक्ति की मौत हो गई थी. इस मामले में कथित संलिप्तता को लेकर चार डॉक्टरों को गिरफ्तार किया गया.
गिरफ्तार आरोपियों की पहचान डॉक्टर नीरज अग्रवाल, उसकी पत्नी पूजा अग्रवाल, डॉक्टर जसप्रीत और ओटी टेक्निशियन महेंद्र के रूप में हुई. न्यूज एजेंसी की मानें तो नीरज और जसप्रीत खुद तो MBBS डॉक्टर हैं. लेकिन पूजा और महेंद्र फर्जी डॉक्टर बनकर लोगों का ऑपरेशन कर रहे थे. डॉक्टर नीरज ऑपरेशन में अपनी पत्नी पूजा से मदद लेता था, जिसके पास डॉक्टरी की कोई डिग्री भी नहीं है. वहीं, झोलाछाप महेंद्र भी इसी नर्सिंग होम में गॉल ब्लैडर के मरीजों का ऑपरेशन करता था.
इन लोगों की लापरवाही के कारण कई लोगों की जान जा चुकी है. पुलिस को जब 45 साल के मरीज की मौत की शिकायत मिली तो उन्हें यह मामला संदिग्ध लगा. क्योंकि 2022 में भी यहां एक महिला की मौत सर्जरी के बाद हुई थी. उसे प्रसव पीड़ा के बाद इसी अस्पताल में भर्ती किया गया था. मृतका के परिजनों ने पुलिस को दी शिकायत में आरोप लगाया था कि डॉक्टरों ने प्रसव बिना ही सर्जरी कर दी थी.
सफदरजंग अस्पताल में नौकरी कर चुका है डॉक्टर
जानकारी के मुताबिक, यह अग्रवाल मेडिकल सेंटर डॉक्टर नीरज अग्रवाल का है. नीरज पहले सफदरजंग अस्पताल में नौकरी कर चुका है. कुछ साल काम करने के बाद उसने यह मेडिकल सेंटर खोला जिसमें उसकी पत्नी पूजा अग्रवाल एक रिसेप्शनिस्ट, Nursing Staff के तौर पर काम कर रही थी. इस अस्पताल में ऑपरेशन टेक्नीशियन के तौर पर महेंद्र भी काम करता था. इन तीनों ने इस अस्पताल में डॉक्टर जसप्रीत जो कि एक सर्जन है उसका लेटर हेड रखा था.
पुलिस ने MBBS डॉक्टर समेत चार को किया अरेस्ट
कोई भी मरीज यहां आता तो उसे ऑपरेशन के लिए बोला जाता. प्रस्क्रिप्शन डॉक्टर जसप्रीत के नाम से बनती थी. जबकि, ऑपरेशन टेक्नीशियन महेंद्र करता था. इन लोगों की लापरवाही से ही कई लोगों की ऑपरेशन के बाद जान गई. पुलिस ने चारों आरोपियों को गिरफ्तार करके उन्हें कोर्ट में पेश किया. जिसके बाद उन्हें 5 दिन की पुलिस रिमांड पर भेज दिया गया है. वहीं, अब उस डॉक्टर के बारे में भी पता लगाने की कोशिश की जा रही है जो इन लोगों के साथ मिलकर मरीजों का ऑपरेशन करता था.
इसी के साथ पुलिस ने अग्रवाल मेडिकल सेंटर का लाइसेंस रद्द करने के लिए मेडिकल काउंसिल को लेटर भी लिखा है. पुलिस सूत्रों ने कहा कि वे मामले में मेडिकल टर्मिनेशन ऑफ प्रेग्नेंसी एक्ट से संबंधित धाराएं भी जोड़ सकते हैं.
(इनपुट: अमरदीप कुमार)