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DU में लगी सावरकर, भगत सिंह और सुभाष चंद्र बोस की प्रतिमा

आर्ट्स फैकल्टी गेट पर डूसू अध्यक्ष शक्ति सिंह ने सोमवार देर रात इन तीनों मूर्तियों को लगाया. शक्ति सिंह अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के टिकट पर उपाध्यक्ष का चुनाव जीते थे लेकिन बाद में अंकित बसोया के इस्तीफे के बाद अध्यक्ष बने थे.

वीर सावरकर की प्रतिमा (फोटो-आनंद कुमार) वीर सावरकर की प्रतिमा (फोटो-आनंद कुमार)
चिराग गोठी
  • नई दिल्ली,
  • 20 अगस्त 2019,
  • अपडेटेड 2:27 PM IST

दिल्ली यूनिवर्सिटी के नॉर्थ कैंपस में रातोंरात वीर सावरकर, सुभाष चंद्र बोस और भगत सिंह की मूर्तियां स्थापित की गईं. आर्ट्स फैकल्टी गेट पर डूसू अध्यक्ष शक्ति सिंह ने सोमवार देर रात इन तीनों मूर्तियों को लगाया. शक्ति सिंह अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के टिकट पर उपाध्यक्ष का चुनाव जीते थे लेकिन बाद में अंकित बसोया के इस्तीफे के बाद अध्यक्ष बने थे.

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वीर सावरकर, भगत सिंह और सुभाषचंद्र बोस की मूर्ति लगने के बाद विवाद खड़ा हो गया है, क्योंकि डीयू प्रशासन ने इसकी इजाजत नहीं दी थी. डूसू अध्यक्ष शक्ति सिंह का कहना है कि मूर्ति लगाने के लिए डीयू प्रशासन से कई बार मांग की थी, लेकिन अनसुनी कर दी गई.

इससे पहले डूसू नॉर्थ कैंपस का नाम वीर सावरकर के नाम पर रखे जाने की मांग हुई. डूसू पर एबीवीपी का कब्जा है. अभी हाल में शक्ति सिंह ने नॉर्थ कैंपस का नाम स्वतंत्रता सेनानी वीर सावरकर के नाम पर करने की मांग उठाई. इसके कुछ ही दिन बाद नॉर्थ कैंपस के गेट पर वीर सावरकर के साथ भगत सिंह और बोस की प्रतिमा लगाई गई है.

प्रतिमा लगाने पर विवाद

वीर सावरकर, सुभाष चंद्र बोस और भगत सिंह की प्रतिमाएं लगाने को लेकर विवाद हो गया है. प्रतिमाएं लगवाने के लिए डूसू अध्यक्ष ने प्रॉक्टर से इजाजत मांगी थी. इजाजत नहीं मिलने पर उन्होंने खुद प्रतिमाएं लगवा दी. दिल्ली विश्वविद्यालय के आर्ट्स फैकल्टी के बाहर ये प्रतिमाएं लगाई गई हैं. 2 घंटे के अंदर ही प्रतिमाएं लगवाई गई थीं.

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