
दिल्ली के उपहार अग्निकांड में दोषी सुशील अंसल पर 2013 में पासपोर्ट नवीनीकरण आवेदन में आपराधिक मामलों की जानकारी छिपाने के आरोप में एफआईआर दर्ज कर ली गई है. सुशील अंसल ने जानकारी छिपाकर तत्काल पासपोर्ट साल 2013 में बनवाया गया था. दिल्ली हाईकोर्ट में सुनवाई के दौरान दिल्ली पुलिस ने कोर्ट में हलफनामा दाखिल कर सुशील अंसल के ख़िलाफ़ एफआईआर दर्ज करने की जानकारी दी है.
पुलिस ने कोर्ट को बताया कि अंसल के अलावा तीन पुलिसकर्मियों के खिलाफ भी एफआईआर दर्ज की गई है. उनमें से दो 2014 में रिटायर भी हो चुके हैं. पुलिसवालों पर आरोप है कि उन्होंने सुशील अंसल के खिलाफ आपराधिक मामले की जानकारी होने के बावजूद अपनी सत्यापन रिपोर्ट में इसका जिक्र तक नहीं किया. और इसके बाद सुशील अंशल को यात्रा दस्तावेज जारी किया गया था.
हाइकोर्ट ने पुलिस से अगली सुनवाई पर स्टेटस रिपोर्ट दाखिल करने को कहा है और सुनवाई 5 मार्च के लिए टाल दी है. हाईकोर्ट ने पिछले साल 17 दिसंबर को दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच को जांच कर एफआईआर दर्ज करने को कहा था.
कोर्ट ने कहा था कि अंसल ने पासपोर्ट के लिए केंद्र सरकार को भी गुमराह किया. दिल्ली पुलिस ने जानबूझकर अंसल के आपराधिक रिकॉर्ड और उसे कोर्ट से हुई सज़ा को छिपाया. पुलिस की रिपोर्ट पर ही अंसल को पासपोर्ट जारी हुआ था.
कोर्ट ने कहा था कि जब नया आवेदन किया जाता है तो आवेदन में सारी आवश्यक जानकारी उपलब्ध करानी होती है. अगर कोई जानकारी नहीं दी गई है तो पासपोर्ट अधिकारी आवेदक से इसके बारे में पूछते हैं. लेकिन अधूरी जानकारी के बावजूद अंसल को पासपोर्ट जारी कर दिया गया था. लिहाज़ा इस मामले में विदेश मंत्रालय भी इसकी जांच कर अपनी रिपोर्ट पेश करे.
गलत जानकारी देकर पासपोर्ट बनवाने का आरोप लगाते हुए एसोसिएशन ऑफ द विक्टिम ऑफ उपहार ट्रेजडी ने सुशील अंसल के खिलाफ दिल्ली हाई कोर्ट में अर्जी दाखिल की और विक्टिम एसोसिएशन ने इस मामले की जांच सीबीआई से कराने की मांग की है. साथ ही सुशील अंसल सहित पासपोर्ट जारी करने में सहयोग करनेवाले पासपोर्ट अधिकारी और दिल्ली पुलिस के अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है.