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दिल्ली: हिंसा के बाद पुलिस ने खाली कराया जाफराबाद और मौजपुर रोड, धरना खत्म

दिल्ली के जाफराबाद में नागरिकता कानून के खिलाफ धरने पर बैठीं महिलाओं को पुलिस ने हटा दिया है. पुलिस ने जगह खाली करने का महिलाओं को निर्देश दिया था, जिसके बाद महिलाओं ने बात मान ली.

जाफराबाद में नागरिकता कानून के खिलाफ धरने पर बैठी थीं महिलाएं (तस्वीर- PTI) जाफराबाद में नागरिकता कानून के खिलाफ धरने पर बैठी थीं महिलाएं (तस्वीर- PTI)
अरविंद ओझा
  • नई दिल्ली,
  • 25 फरवरी 2020,
  • अपडेटेड 11:37 PM IST

  • जाफराबाद में भारी संख्या में पुलिसबल तैनात
  • पुलिसकर्मियों पर जाफराबाद में हुआ था पथराव
  • CAA के खिलाफ धरने पर बैठी थीं महिलाएं

दिल्ली के जाफराबाद में धरने पर बैठी महिलाओं को मौके से हटा दिया गया है. पुलिस ने रास्ता क्लियर करा दिया है. जो महिलाएं धरने पर बैठीं थीं, उन्हें पुलिस ने हटा दिया है. दिल्ली पुलिस के मुताबिक महिलाएं नागरिकता कानून के खिलाफ धरने पर बैठी हैं, जो बातचीत के बाद उठने के लिए तैयार हो गईं.

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जाफराबाद में प्रदर्शन स्थल और अन्य जगहों पर भारी संख्या में पुलिसबलों की तैनाती की गई है. सुरक्षा के मद्देनजर एसएसबी, आईटीबीपी और दिल्ली पुलिस के जवान मौजूद हैं. जाफराबाद में आईटीबीपी और एसएसबी के जवानों पर जमकर पत्थरबाजी भी हुई है. पुलिस ने प्रदर्शन स्थल को पूरी तरह से खाली करा लिया है.

जाफराबाद में भी शाहीनबाग की तर्ज पर महिलाएं धरने पर बैठी थीं. महिलाओं ने सीलमपुर और मौजपुर रोड नंबर 66 का रास्ता बंद कर दिया था. जाफराबाद धरने पर बैठी महिलाएं मांग कर रही थीं कि हर हाल में केंद्र सरकार नागरिकता कानून वापस ले. महिलाओं ने ऐलान किया था कि जब तक सरकार कानून वापस नहीं लेती है, तब तक वे प्रदर्शनस्थल से पीछे नहीं हटेंगी.

वहीं मौजपुर में सभी उपद्रवियों को खदेड़ दिया गया है. इलाके में पूरी तरह से सन्नाटा पसरा है. इलाके में केवल पुलिस तैनात है. पुलिस की सख्ती का असर दिखने लगा है.

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यह भी पढ़ें: Delhi Violence: हिंसा पर दिल्ली पुलिस की अपील- काबू में हालात, अफवाहों पर ध्यान न दें

नॉर्थ-ईस्ट दिल्ली में हालात तनावपूर्ण

नागरिकता कानून को लेकर उत्तर पूर्वी दिल्ली इलाके में स्थिति गंभीर बनी हुई है. हिंसक प्रदर्शनों में कुल 10 लोग जान गंवा चुके हैं, वहीं 56 पुलिसकर्मियों समेत 200 लोग घायल हो गए हैं. उत्तरी पूर्वी दिल्ली में भड़की हिंसा के बाद मौजपुर, बाबरपुर और चांदबाग में कर्फ्यू लगा दिया गया है. इन इलाकों में भारी संख्या में पुलिसकर्मी तैनात है.

दिल्ली हिंसा पर गृह मंत्रालय की बैठक

केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह की अध्यक्षता में मंगलवार को एक बैठक हुई, जिसमें दिल्ली के कई इलाकों में हो रही हिंसा के हालात की समीक्षा की गई. इस बैठक में दिल्ली के उपराज्यपाल अनिल बैजल और मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल सहित कई वरिष्ठ अधिकारी और राजनीतिक दलों के प्रतिनिधि भी मौजूद रहे. इस दौरान अमित शाह ने सभी दलों से संयम बरतने, पार्टी लाइन से ऊपर उठने का आग्रह किया.

यह भी पढ़ें: Delhi Violence LIVE: हिंसा प्रभावित नॉर्थ ईस्ट दिल्ली में उपद्रवियों को देखते ही गोली मारने का आदेश

पुलिस की अपील- अफवाहों पर न दें ध्यान

उत्तर पूर्वी दिल्ली में खराब हालात के बाद इस इलाके में एक महीने के लिए धारा 144 लगा दी गई है. दिल्ली पुलिस ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर लोगों से संयम बरतने की अपील की है. दिल्ली पुलिस ने अपील की है कि लोग अफवाहों पर ध्यान न दें. 144 के बाद भी कुछ जगहों पर हिंसा भड़की है. उत्तर-पूर्वी दिल्ली में बसे लोगों से अपील है कि वे कानून हाथ में न लें. जो भी अराजक तत्व हैं उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. अब तक 11 एफआईआर दर्ज की जा चुकी है. कुछ लोगों को हमने हिरासत में लिया है.

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