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'धमाके से पास से गुजर रही कार के खुल गए एयरबैग...' दिल्ली बेबी केयर सेंटर अग्निकांड की कहानी चश्मदीदों की जुबानी

चश्मदीद अनीता का 15 दिन का बच्चा बेबी केयर सेंटर में भर्ती था. उन्होंने कहा- हमें किसी हॉस्पिटल वाले ने जानकारी नहीं दी की हादसा हुआ है, न्यूज में देख कर हम यहां आए. एक दिन पहले मैंने अपने बच्चे को देखा था और वह ठीक था, खा पी रहा था. डॉक्टर ने आज बच्चे को डिस्चार्ज करने के लिए बोला था. मैं यहां पहुंची तो देखा कि बिल्डिंग में भयंकर आग लगी है. मेरा बच्चा कहां है कुछ पता नहीं चल पा रहा.

पूर्वी दिल्ली के विवेक बिहार स्थित बेबी केयर सेंटर में आग लगने से 7 बच्चों की मौत हो गई. (फोटो: आजतक) पूर्वी दिल्ली के विवेक बिहार स्थित बेबी केयर सेंटर में आग लगने से 7 बच्चों की मौत हो गई. (फोटो: आजतक)
अरविंद ओझा
  • नई दिल्ली,
  • 26 मई 2024,
  • अपडेटेड 4:25 PM IST

पूर्वी दिल्ली के विवेक विहार इलाके में शनिवार रात एक बच्चों के अस्पताल में भीषण आग लग गई. इस घटना में कई बच्चे झुलस गए जिन्हें नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया. इनमें से 7 बच्चों की मौत हो गई. कई अन्य घायल बच्चों का इलाज चल रहा है. दिल्ली अग्निशमन विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि कम से कम 12 नवजात शिशुओं को हॉस्पिटल से रेस्क्यू किया गया था. 

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दिल्ली फायर सर्विस चीफ अतुल गर्ग के मुताबिक रात 11:32 बजे फायर सर्विस डिपार्टमेंट को घटना के संबंध में एक कॉल मिली. दमकल की 9 गाड़ियां तुरंत मौके पर पहुंचीं और आग बुझाने का काम शुरू किया. आग लगने की घटना का कारण अभी तक पता नहीं चल पाया है. आजतक ने कुछ चश्मदीदों से इस घटना के बारे में बात की. अश्विनी, बेबी केयर सेंटर के सामने की बिल्डिंग में रहते हैं. 

अश्विनी के मुताबिक वह देर रात अपनी कार से गुजर रहे थे, तभी बेबी केयर सेंटर वाली बिल्डिंग में इतना जोरदार ब्लास्ट हुआ की उनकी कार के एयरबैग खुल गए, उन्होंने देखा तो बिल्डिंग में भीषण आग लगी थी. अश्विनी ने बताया कि ब्लास्ट इतना जोरदार था कि उनके घर के कांच भी टूट गए. उन्होंने बताया कि बेबी केयर सेंटर कुछ सालों पहले ही खुला था. जानकारी के मुताबिक अस्पताल में रखे कुछ ऑक्सीजन सिलेंडर में भी ब्लास्ट हुआ.

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एक अन्य चश्मदीद अनीता का 15 दिन का बच्चा बेबी केयर सेंटर में भर्ती था. उन्होंने कहा, 'हमें किसी हॉस्पिटल वाले ने जानकारी नहीं दी की हादसा हुआ है, न्यूज में देख कर हम यहां आए. एक दिन पहले मैंने अपने बच्चे को देखा था और वह ठीक था, खा पी रहा था. डॉक्टर ने आज बच्चे को डिस्चार्ज करने के लिए बोला था. मैं यहां पहुंची तो देखा कि बिल्डिंग में भयंकर आग लगी है. मेरा बच्चा कहां है कुछ पता नहीं चल पा रहा.' अस्पताल के पास की इमारत भी आग की लपटों में घिर गई. गनीमत रही की उसमें किसी के हताहत होने या घायल होने की कोई खबर नहीं है. 

एक अन्य मासूम के पिता ने कहा, 'मेरा बेटा 3 दिन का था, यहां एडमिट करवाया था. पहले किसी ने बताया नहीं, न्यूज में देखकर मैं यहां आया तो पता चला पूरी बिल्डिंग जल गई. पहले बोले फलाना अस्पताल जाओ, वहां गया तो पता चला जो बच्चे मर चुके हैं वे GTB अस्पताल में हैं. अब जीटीबी गया तो जाने नहीं दे रहे हैं. बच्चे को रखने का 10 हजार रुपए फीस लेते थे. कैसे-कैसे करके फीस दिया था. अब यहां आग लग गई. हमें नहीं मालूम था कि यहां अवैध तरीके से ऑक्सीजन सिलेंडर की भराई का काम चलता था.'

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इस बीच, डीसीपी शाहदरा ने कहा कि दिल्ली पुलिस ने बेबी केयर न्यू बॉर्न हॉस्पिटल के मालिक नवीन चींचीं के खिलाफ IPC की धारा 336, 304A और 34 के तहत FIR दर्ज कर ली ​है. उसके खिलाफ उचित कानूनी कार्रवाई की जा रही है. वह पश्चिम विहार का रहने वाला है. डीसीपी के मुताबिक अस्पताल में 12 नवजात भर्ती थे. उन सभी को रेस्क्यू करके पूर्वी दिल्ली के एक एडवांस एनआईसीयू अस्पताल में भेजा गया. डॉक्टरों ने इनमें से 6 को तुरंत मृत घोषित कर दिया और एक बच्चे की रविवार सुबह मौत हो गई. सातों शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए जीटीबी अस्पताल भेज दिया गया है.

इस त्रासदी पर टिप्पणी करते हुए दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज ने X पर लिखा, 'बहुत दुर्भाग्यपूर्ण घटना की सूचना मिली है. मैंने सचिव (स्वास्थ्य) से मौजूदा स्थिति के बारे में अपडेट देने को कहा है. दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा. लापरवाही बरतने वाले या किसी भी गलत काम में शामिल पाए जाने वालों के लिए सख्त सजा सुनिश्चित की जाएगी.' दिल्ली अग्निशमन सेवा के प्रमुख अतुल गर्ग ने बताया कि  रविवार सुबह तक आग पूरी तरह बुझा ली गई थी. तीन मंजिला बेबी केयर सेंटर आग में बुरी तरह जल गया.

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