
राजनीति में 10 साल पहले आने वाली आम आदमी पार्टी ने जिस तेजी से संगठन का विस्तार किया है, उतने ही विवादों से लेकर घोटाले की वजह से सुर्खियों में रही है. AAP के अब तक 5 मंत्रियों को अलग-अलग मामलों में गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है. एक दिन पहले दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया को सीबीआई ने आबकारी नीति मामले में गिरफ्तार किया है. 10 महीने पहले स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन को ईडी ने मनी लॉन्ड्रिंग केस में अरेस्ट किया था. इसके अलावा, एक मंत्री फर्जी डिग्री, एक सीडी कांड में फंसने से जेल गया है. पांचवां मंत्री पंजाब की भगवंत मान सरकार में रिश्वत लेने के आरोप में गिरफ्तार हुआ है. AAP के कई विधायक और नेता भी विवादों में आए और जेल भेजे गए हैं.
मनीष सिसोदिया: आबकारी नीति में घोटाले पर एक्शन
दिल्ली में आबकारी नीति में घोटाले के मामले में सीबीआई ने रविवार को डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया को गिरफ्तार किया. इससे पहले करीब आठ घंटे की लंबी पूछताछ हुई. सिसोदिया आम आदमी पार्टी के दूसरे सबसे बड़े नेता हैं और पार्टी के रणनीतिकारों में से एक हैं. दिल्ली सरकार में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के बाद दूसरे सबसे ताकतवर नेता हैं.
एजेंसी द्वारा पिछले साल 17 अगस्त को केस दर्ज किए जाने के बाद सिसोदिया को पूछताछ के लिए दूसरी बार तलब किया गया था. उनसे पिछले साल 17 अक्टूबर को पूछताछ की गई थी. इस केस में AAP के कई बड़े नेताओं को भी अरेस्ट किया गया है. इससे सुबह सिसोदिया ने अपनी गिरफ्तारी की आशंका जताई थी. उन्होंने कहा था कि वह 7-8 महीने जेल में रहने के लिए तैयार हैं.
सत्येंद्र जैन: मनी लॉन्ड्रिंग केस में शिकंजा कसा गया
प्रवर्तन निदेशालय ने सोमवार को दिल्ली में AAP सरकार में स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन (Satyendra Jain) को गिरफ्तार किया है. ईडी जैन की 4.81 करोड़ की संपत्ति जब्त कर चुकी है. बताया गया है कि जैन के परिवार के लोग कुछ ऐसी फर्म से जुड़े थे जो PMLA के तहत जांच के दायरे में हैं. ईडी की जांच में पता चला है कि साल 2015-16 के दौरान जब सत्येंद्र कुमार जैन एक लोक सेवक थे. जैन पर अधिकारों के दुरुपयोग के भी कई आरोप लग चुके हैं. सत्येंद्र जैन की बेटी सौम्या जैन को मोहल्ला क्लिनिक के लिए सलाहकार नियुक्त किए जाने के मामले ने भी काफी तूल पकड़ा था. इस मामले की जांच सीबीआई तक को दी गई थी.
सीडी कांड में फंसे मंत्री संदीप कुमार, बर्खास्त किए गए
आम आदमी पार्टी में मंत्री रहे संदीप कुमार 2016 में राशन कार्ड बनवाने के बहाने महिला से रेप केस में फंस चुके हैं. इस मामले में उनको जेल भेजा गया था. इस घटना की एक सीडी भी सामने आई थी. पीड़िता की शिकायत पर पुलिस ने केस दर्ज किया था. संदीप कुमार 2015 में दिल्ली की सुल्तानपुर माजरा विधानसभा सीट से जीतकर विधायक बने. संदीप कुमार केजरीवाल सरकार में महिला एवं बाल कल्याण विकास मंत्री बनाया गया था. उनके पास एससी-एसटी कल्याण मंत्रालय का भी प्रभार था. लेकिन, 2016 में एक ऐसी सीडी वायरल हुई, जिसमें संदीप कुमार को दो महिलाओं के साथ आपत्तिजनक हालात में देखे जाने के आरोप लगे. महिला का कहना था कि वह संदीप कुमार के पास राशन कार्ड बनवाने गई थी. यहां कोल्ड ड्रिंक में नशीला पदार्थ मिलाकर पिला दिया गया. उसके बाद रेप किया गया. मामले में केजरीवाल ने संदीप को सरकार और पार्टी से बर्खास्त कर दिया था.
जितेंद्र तोमर: वकालत की फर्जी डिग्री रखने में पकड़े गए
साल 2015 में दिल्ली सरकार में कानून मंत्री जितेन्द्र सिंह तोमर को गिरफ्तार किया गया था. उन पर वकालत की फर्जी डिग्री रखने के आरोप लगे थे. एक आरटीआई के हवाले से पता चला कि जितेंद्र की डिग्री बोगस है. ठीक एक दिन बाद भागलपुर यूनिवर्सिटी ने दिल्ली हाईकोर्ट को बताया कि जो पंजीकरण नंबर उनकी डिग्री पर है, उस नंबर पर कोई और पंजीकृत है. डिग्री पूरी तरह से गलत और बोगस है. जितेंद्र पहले कांग्रेस नेता भी रहे हैं. दिल्ली चुनाव में वो आम आदमी पार्टी से त्रिनगर से चुनाव जीते और केजरीवाल सरकार में कानून मंत्री बने. उनको दिल्ली के पर्यटन, कला और संस्कृति की भी जिम्मेदारी दी गई थी.
विजय सिंघला: पंजाब में एक प्रतिशत मांगने के आरोप में अरेस्ट
पंजाब सरकार में स्वास्थ्य मंत्री विजय सिंगला को भ्रष्टाचार के मामले में जेल भेजा गया था. उन पर स्वास्थ्य विभाग से जुड़े टेंडर में एक प्रतिशत कमीशन मांगे का आरोप लगा है. पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने मंत्री विजय सिंगला को बर्खास्त कर दिया. इसके बाद एंटी करप्शन ब्रांच ने गिरफ्तार कर लिया. पुलिस से विजय सिंगला के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है. 52 साल के विजय सिंगला पंजाब के मनसा से विधायक हैं. उन्होंने मनसा सीट से कांग्रेस प्रत्याशी सिद्धू मूसेवाला (एक दिन पहले हत्या हो गई) को हराया था. सिंगल ने 19 मार्च को मंत्रीपद की शपथ ली थी. उन्हें स्वास्थ्य मंत्रालय दिया गया था. सिंगला पेशे से डेंटिस्ट हैं और डेंटल क्लीनिक भी चलाते हैं. सिंगला आप में 7 साल पहले शामिल हुए थे.
आसिम अहमद खान: बिल्डर से 6 लाख रुपये घूस लेने के मामले में फंसे
साल 2018 में दिल्ली सरकार में मंत्री आसिम अहमद खान का नाम भी भ्रष्टाचार के मामले में सामने आया था. तब CM अरविंद केजरीवाल ने अपने कैबिनेट मंत्री आसिम अहमद खान को हटा दिया था. आसिम पर 6 लाख रुपये की रिश्वत लेने का आरोप लगा था. आसिम अहमद खान दिल्ली सरकार में खाद्य आपूर्ति मंत्री थे, CM केजरीवाल ने आसिम के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोप की जांच CBI से कराने की सिफारिश की थी. आसिम पर एक बिल्डर से 6 लाख रुपये घूस लेने का आरोप है. केजरीवाल ने कहा था- 'शिकायत करने वाले ने आसिम से बातचीत की. ऑडियो रिकॉर्डिंग मेरे पास भेजी. इसके बाद मैंने मंत्री के खिलाफ कार्रवाई की.' जबकि आसिम खान ने कहा था- मेरे खिलाफ साजिश की गई है.
सोमनाथ भारती पर बीवी ने लगाया था प्रताड़ना का आरोप
आम आदमी पार्टी के नेता सोमनाथ भारती भी लगातार विवादों में रहे हैं. 2013 में पत्नी लिपिका मित्रा ने उनके खिलाफ द्वारका नॉर्थ थाने में घरेलू हिंसा का आरोप लगाकर शिकायत दर्ज कराई थी. गिरफ्तारी से बचने के लिए सोमनाथ हाईकोर्ट के बाद सुप्रीम कोर्ट तक पहुंचे थे. सोमनाथ की पत्नी ने शिकायत में उल्लेख किया था कि जब वे गर्भवती थीं और सातवां महीना चल रहा था तब सोमनाथ उनके पीछे कुत्ते छोड़ देते थे. उन्होंने कहा कि उन्होंने उन्हें एक बार गर्भपात के लिए मजबूर किया और उसने अपनी कलाई काट लेने की कोशिश की.’लिपिका बच्चों के साथ द्वारका में अलग रह रही हैं. सोमनाथ दिल्ली के मालवीय नगर सीट से विधायक चुने गए थे. चुनाव जीतने के बाद सोमनाथ को कानून, पर्यटन, प्रशासनिक सुधार जैसे मंत्रालयों की जिम्मेदारी मिली थी. 2014 में भारती को इस्तीफा देना पड़ा था. इसके अलावा, भारती पर एम्स में कर्मचारियों से मारपीट का भी आरोप लगा था. ये मामला अभी भी कोर्ट में लंबित है. पिछले साल वह यूपी के दौरे पर थे. यहां दिए गए विवादित बयान को लेकर उन्हें गिरफ्तार भी किया गया था.
अमानतुल्लाह खान: वक्फ बोर्ड की संपत्तियों के मामले में जेल
आम आदमी पार्टी के विधायक अमानतुल्लाह खान लगातार विवादों में रहे हैं. पिछले साल खान को वक्फ बोर्ड के कामकाज में गड़बड़ियों के आरोप में एसीबी ने अरेस्ट किया था. अमानतुल्लाह खान पर वक्फ बोर्ड के बैंक खातों में 'वित्तीय गड़बड़ी', वक्फ बोर्ड की संपत्तियों में किरायेदारी का निर्माण, वाहनों की खरीद में 'भ्रष्टाचार' और दिल्ली वक्फ बोर्ड में सेवा नियमों में उल्लंघन करते हुए 33 लोगों की 'अवैध नियुक्ति' के आरोप हैं. इस संबंध में ACB ने जनवरी 2020 में भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम और भारतीय दंड संहिता के विभिन्न प्रावधानों के तहत केस दर्ज किया था.
अमानतुल्ला खान ने दिल्ली वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष के रूप में काम करते हुए 32 लोगों को अवैध रूप से नियमों का उल्लंघन करते हुए भर्ती किया. दिल्ली वक्फ बोर्ड के तत्कालीन सीईओ ने इस तरह की अवैध भर्ती के खिलाफ बयान जारी किया था. आरोप है कि दिल्ली वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष के रूप में अमानतुल्ला खान ने भ्रष्टाचार और पक्षपात किया है.
AAP MLA प्रकाश जारवाल: महिला से बदसलूकी में जेल गए
आम आदमी पार्टी के देवली से विधायक प्रकाश जारवाल साल 2017 में एक 53 साल की महिला से बदसलूकी के आरोप में फंस गए थे. महिला ने आरोप लगाया था कि प्रकाश जारवाल ने ना केवल उसे धमकाया बल्कि उसके साथ बदसलूकी भी की. उसके बाद प्रकाश जारवाल 2018 में दिल्ली के मुख्य सचिव अंशु प्रकाश से मारपीट के मामले में फंसे. मामले में पुलिस ने विधायक प्रकाश जारवाल को गिरफ्तार कर लिया था. प्रकाश की गिरफ्तारी उस वक्त हुई जब वो एक शादी में शरीक होने जा रहे थे.
विजय नायर: आबकारी नीति मामले में गए जेल
आम आदमी पार्टी के नेता विजय नायर को सीबीआई ने पिछले साल दिल्ली की आबकारी नीति के कथित घोटाले के मामले में गिरफ्तार किया था. विजय नायर पिछले 8 सालों से आम आदमी पार्टी से जुड़े हैं. इस केस में जांच कर रही ED का कहना था कि विजय नायर को AAP ने आबकारी नीति को सुचारू रूप से लागू करवाने के लिए ही नियुक्त किया था. आबकारी नीति पर हुई हरेक गतिविधि तय में विजय नायर पूरी तरह शामिल थे.
ताहिर हुसैन: दिल्ली दंगों के आरोप में फंसे
आम आदमी पार्टी के पूर्व पार्षद ताहिर हुसैन मार्च 2020 में हुए दिल्ली दंगों का मुख्य आरोपी है. दिल्ली की कड़कड़डूमा कोर्ट ने ताहिर हुसैन के खिलाफ आपराधिक साजिश रचने और दंगा भड़काने की धाराओं समेत अन्य धाराओं में आरोप तय किए थे. ताहिर हुसैन पर दो समुदायों के बीच सांप्रदायिक हिंसा और अफवाह फैलाने का आरोप लगाया गया था. अक्टूबर 2022 में एडिशनल सेशन जज पुलस्त्य प्रमाचला ने अपने आदेश में कहा था, 'ताहिर हुसैन के घर पर इकट्ठा हुई हथियारबंद भीड़ का मकसद हिंदुओं को टारगेट कर मारना और उनकी संपत्ति को ज्यादा से ज्यादा नुकसान पहुंचाना था.'
ताहिर हुसैन साल 2017 के MCD चुनाव में आम आदमी पार्टी के टिकट पर जीते थे. फरवरी 2020 में नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में हुए सांप्रदायिक दंगों के मामले में ताहिर हुसैन का नाम बतौर साजिशकर्ता आया था. इसके बाद आम आदमी पार्टी ने ताहिर हुसैन को पार्टी से निष्कासित कर दिया था. वहीं, पूर्वी दिल्ली नगर निगम ने 20 अगस्त 2020 को ताहिर की सदस्यता खत्म कर दी थी.
गीता रावत: घूस लेने के मामले में पकड़ी गईं
दिल्ली में आम आदमी पार्टी की निगम पार्षद गीता रावत को फरवरी 2022 में सीबीआई की एंटी करप्शन ब्रांच ने रंगे हाथों रिश्वत लेते गिरफ्तार किया था. दिल्ली में सरकारी काम करने के लिए रिश्वत की डिमांड की गई थी. आरोपी महिला प्रदेश के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के पटपड़गंज विधानसभा क्षेत्र स्थित विनोद नगर वॉर्ड से पार्षद थी. एक मूंगफली व्यापारी के जरिए गीता रावत के पास रिश्वत की कमाई जाती थी.
2013 में पहली बार चुनावी मैदान में आई थी AAP
बताते चलें कि अन्ना हजारे के भ्रष्टाचार विरोधी आंदोलन में सक्रिय रहे अरविंद केजरीवाल ने राजनीति में आने का फैसला लिया था. 2 अक्टूबर 2012 को आम आदमी पार्टी का गठन किया गया. उसके बाद केजरीवाल के नेतृत्व में 2013 में दिल्ली विधानसभा के चुनावी मैदान में कूदे. तब 28 सीटें जीतकर केजरीवाल ने सबको चौंका दिया था. इस चुनाव में 8 सीटें जीतने वाली कांग्रेस ने आम आदमी पार्टी को बिना शर्त समर्थन देकर सरकार बनाने का रास्ता साफ किया था. केजरीवाल पहली बार सीएम बने थे. आप नेतृत्व का कहना है कि पार्टी भ्रष्टाचार के मामले में जीरो टॉलरेंस की नीति के तहत कार्रवाई करती है.