
दिल्ली-एनसीआर एक बार फिर से भयंकर वायु प्रदूषण की चपेट में है. प्रदूषण की आशंका के चलते ही दिल्ली सरकार ने पटाखों पर बैन लगाया था. इसके बावजूद पूरे इलाके में खूब आतिशबाजी हुई. नतीजा ये हुआ कि आज पूरे दिल्ली एनसीआर में हवा की क्वालिटी गंभीर हाल में है. यहां बड़े पैमाने पर रोक के बावजूद चोरी छुपे जमकर पटाखों की बिक्री की जा रही थी. दिल्ली से सटे गाजियाबाद के लोनी इलाके में पटाखों की खरीद-फरोख्त हुई. इसके अलावा गौतमबुद्ध नगर, हापुड़, शामली, बुलंदशहर हरियाणा के फरीदाबाद गुड़गांव जैसे इलाकों में भी बड़े पैमाने पर पटाखों की बिक्री हुई.
दिल्ली पुलिस की मानें तो उन्होंने भरसक कोशिश की है कि किसी भी तरह प्रतिबंधित पटाखों को खरीद-फरोख्त से रोका जा सके. यही वजह रही कि दिल्ली में भारी पैमाने पर पटाखों की रिकवरी की गई और दो दर्जन से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार भी किया गया.
दिल्ली के नार्थ जिले की बात करें तो पुलिस ने करीब 10 क्विंटल पटाखे बरामद किए. यहां 5 आरोपी गिरफ्तार किए गए. दिल्ली के आउटर से 100 किलो, साउथ ईस्ट से 60 किलो, पूर्वी दिल्ली से 10 किलो, नार्थ ईस्ट से 32 किलो, रोहिनी से 40 किलो, नार्थ वेस्ट से 151 किलो और पश्चिमी जिले से 506 किलो पटाखों की बरामदगी हुई है. बता दें इससे भी ज्यादा पटाखे चोरी छुपे बाजार में भेज गए जिसका खामियाजा प्रदूषण के तौर पर सामने आया है.
दिल्ली पुलिस के मुताबिक पटाखे जलाने की 1143 कॉल दिल्ली पुलिस को मिली. इसमें पुलिस ने पटाखे जलाने को लेकर 210 केस रजिस्टर्ड किए. 28 अक्टूबर से दिवाली की रात तक पुलिस ने 19702 पटाखे जब्त किए हैं.
किस जिले में कितने केस?
साउथ डिस्ट्रिक्ट
पटाखे बेचने के मामले में 6 केस रजिस्टर्ड और 480 किलो पटाखे बरामद
पटाखे जलाने के 23 मामले दर्ज और 5 लोग गिरफ्तार
साउथ ईस्ट डिस्ट्रिक्ट
पटाखे बेचने के मामले में 8 केस रजिस्टर्ड, 15 लोग गिरफ्तार और 129 किलो पटाखे बरामद
पटाखे जलाने के मामले में 3 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज
ईस्ट डिस्ट्रिक्ट
पटाखे बेचने के मामले में 13 केस रजिस्टर्ड, 566 किलो पटाखे बरामद और 6 खरीददारों के खिलाफ भी मामला दर्ज
पटाखे जलाने के मामले में 6 केस रजिस्टर्ड
नार्थ ईस्ट
166 किलो पटाखे बरामद, 9 गिरफ्तारी और 9 केस दर्ज
शाहदरा
पटाखे बेचने के मामले में 6 गिरफ्तार और 114 किलो पटाखे बरामद
पटाखे जलाने के मामले में 28 केस दर्ज, 37 गिरफ्तार और 917 किलो पटाखे बरामद
वेस्ट डिस्ट्रिक्ट
पटाखे बेचने के मामले में 14 केस दर्ज , 14 गिरफ्तारी और 695 किलो पटाखे बरामद
पटाखे जलाने के मामले में 35 केस दर्ज और 11 गिरफ्तारी
द्वारका
पटाखे जलाने के मामले में 2 केस दर्ज और 2 गिरफ्तारी
आउटर
पटाखे बेचने के मामले में 10 केस दर्ज, 11 गिरफ्तारी और 742 किलो पटाखे बरामद
पटाखे जलाने के मामले में 13 केस दर्ज और 8 गिरफ्तार
सेंट्रल
पटाखे बेचने के मामले 9 केस दर्ज, 9 गिरफ्तारी और 1004 किलो पटाखे बरामद
नार्थ
पटाखे बेचने के मामले में 12 केस दर्ज, 21 गिरफ्तारी और 2533 किलो पटाखे बरामद
पटाखे जलाने के मामले में 3 केस दर्ज
नार्थ वेस्ट
पटाखे बेचने के मामले में 9 केस दर्ज, 12 गिरफ्तार और 851 किलो पटाखे बरामद
पटाखे जलाने के मामले 21 केस दर्ज और 21 गिराफ्तारी
रोहिणी
पटाखे बेचने के मामले में 14 केस दर्ज, 14 गिरफ्तारी और 11396 किलो पटाखे बरामद
जलाने के मामले 39 केस दर्ज, 39 गिराफ्तारी
आउटर नार्थ
बेचने के मामले में 3 केस दर्ज 3 गिरफातरी 28 किलो बरामद
पटाखे जलाने के मामले में 7 केस दर्ज और 7 गिराफ्तार
दिवाली प्रदूषण का डेटा
2018- पीएम 2.5- 560
2019- पीएम 2.5- 345
2020- पीएम 2.5- 587
2021- पीएम 2.5- 566
इसलिए, आधिकारिक आंकड़े बताते हैं कि यह दिवाली पिछले साल की दिवाली की तुलना में कम प्रदूषित थी, लेकिन 2018 और 2019 की दिवाली से अधिक प्रदूषित थी. पिछले साल दिवाली 14 नवंबर की थी, तब तक प्रदूषण का स्तर पहले से ही काफी ऊपर था. इस साल, चूंकि दिवाली तक प्रदूषण नियंत्रण में था और दिवाली की रात अचानक स्पाइक दर्ज किया गया था. यह ग्राफ दिवाली पर होने वाले प्रदूषण को बेहतर तरीके से समझाता है. पिछले साल प्रदूषण सुबह में अधिक था लेकिन इस बार पटाखा फोड़ने की गतिविधि में वृद्धि के कारण शाम के प्रदूषण का स्तर 2019 और 2020 की दिवाली की तुलना में बहुत अधिक था.