Advertisement

MCD की स्थायी समिति पर कब्जे की जंग, BJP-AAP के बीच रातभर चले सियासी ड्रामे की Inside Story

दिल्ली में जारी ये विवाद स्टैंडिंग कमेटी यानी स्थाई समिति के सदस्यों के चुनाव को लेकर है. दरअसल, डिप्टी मेयर चुनाव में आम आदमी पार्टी के कुछ वोट खारिज हुए जबकि कम से कम एक क्रॉस वोटिंग भी हुई. स्थाई समिति में 4 उम्मीदवार आम आदमी पार्टी के हैं, वहीं तीन बीजेपी के और वहां वोटों की लड़ाई काफी करीबी है.

MCD सदन में रातभर जमकर हुआ हंगामा MCD सदन में रातभर जमकर हुआ हंगामा
कुमार कुणाल
  • नई दिल्ली,
  • 23 फरवरी 2023,
  • अपडेटेड 9:31 AM IST

MCD चुनाव के 84 दिन बाद दिल्ली को बुधवार को मेयर और डिप्टी मेयर मिल गया. लेकिन अब स्थायी समिति चुनाव को लेकर सदन में रातभर से हंगामा जारी है. विवाद इतना बढ़ गया कि आप और बीजेपी के बीच धक्का मुक्की और हाथापाई भी हो गई. बीजेपी और आप हंगामे के लिए एक दूसरे को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं. आईए जानते हैं कि आखिर इस हंगामे की वजह क्या है?

Advertisement

ये विवाद स्टैंडिंग कमेटी यानी स्थाई समिति के सदस्यों के चुनाव को लेकर है. दरअसल, डिप्टी मेयर चुनाव में आम आदमी पार्टी के कुछ वोट खारिज हुए जबकि कम से कम एक क्रॉस वोटिंग भी हुई. स्थाई समिति में 4 उम्मीदवार आम आदमी पार्टी के हैं, वहीं तीन बीजेपी के और वहां वोटों की लड़ाई काफी करीबी है. 

मोबाइल फोन अंदर ले जाने को लेकर शुरू हुआ विवाद

कल शाम को स्थाई समिति के सदस्यों के चुनाव के लिए वोटिंग शुरू हुई. मेयर और डिप्टी मेयर चुनाव की तरह ही इसमें वोटिंग भी सीक्रेट तरीके से की जानी चाहिए थी. लेकिन आम आदमी पार्टी से नवनिर्वाचित मेयर शैली ओबेरॉय ने पार्षदों को मोबाइल फोन अंदर ले जाने की अनुमति दी, ताकि क्रॉस वोटिंग की आशंका को खारिज किया जा सके. ऐसे में कई पार्षदों ने अपने बैलट पेपर के फोटो भी खींचे. बीजेपी ने इसका विरोध किया, लेकिन तब तक 47 वोट पड़ चुके थे. 47 वोट डालने के बाद मेयर ने तय किया कि अब फोन अंदर ले जाना अलाउड नहीं किया जाएगा. 

Advertisement

बीजेपी की क्या है मांग?

बीजेपी ने अब पूरी वोटिंग नए सिरे से करवाने की मांग कर रही है. बीजेपी का कहना है कि जो वोट अब तक डाले गए, वे नियमानुसार सही नहीं है. बीजेपी का आरोप है कि यहह सीक्रेट वोटिंग का उल्लंघन है. 

AAP का क्या जवाब?

वहीं, मेयर इस बात पर अड़ी हुईं हैं कि पहले वाले वोट दोबारा नहीं डलवाए जाएंगे. उनका कहना यह है कि उनके पास अब कितने बैलट पेपर नहीं बचे हैं कि पूरे पार्षद वोट डाल पाएं. ऐसे में दोनों पार्टियों के बीच विवाद की मुख्य वजह यही है. ऐसे में पूरी प्रक्रिया अटकी हुई है. 

 

सदन में क्या क्या हुआ?

बीजेपी और आम आदमी के पार्षदों में हाथापाई हो गई. इस दौरान नेताओं ने एक दूसरे पर पानी की बोतलें भी फेंकीं. बोतल वॉर शुरू होते ही कुछ पार्षद सदन से बाहर निकल गए तो कुछ पार्षद टेबल के नीचे छिपकर बचते दिखे. कई माननीय इस लड़ाई में खुलकर हाथ आजमाते दिखे. सदन में जमकर नारेबाजी भी हुई. 
 

7 प्रत्याशी हैं मैदान में

बता दें कि स्टैंडिग कमेटी के 6 सीटों के लिए सात प्रत्याशी मैदान में हैं. श्री राम कॉलोनी वार्ड से आमिल मलिक, फतेह नगर वार्ड से रमिंदर कौर, सुंदर नगरी वार्ड से मोहिनी जीनवाल और दरियागंज वार्ड से सारिका चौधरी आप के उम्मीदवार हैं. द्वारका-बी वार्ड से कमलजीत सहरावत और झिलमिल वार्ड से पंकज लूथरा भाजपा के उम्मीदवार हैं. निर्दलीय पार्षद गजेंद्र सिंह दराल (जो बाद में भाजपा में शामिल हो गए) भी उम्मीदवार हैं.

Advertisement

मेयर चुनाव में मिली AAP को जीत

दिल्ली एमसीडी चुनाव में आम आदमी पार्टी को बड़ी जीत मिली और बीजेपी को बड़ा झटका लगा है. आप उम्मीदवार शैली ओबरॉय मेयर दिल्ली की नई मेयर बन गई हैं. शैली ओबरॉय ने बीजेपी की रेखा गुप्ता को हराया है. शैली ओबरॉय को 150 वोट मिले जबकि रेखा गुप्ता को सिर्फ 116 वोट मिले. मेयर और डिप्टी मेयर का चुनाव तो शांतिपूर्ण ढंग से हुआ लेकिन जैसे ही स्टैंडिंग कमेटी का चुनाव शुरू हुआ, दोनों दलों के पार्षदों में विवाद हो गया.

 

 

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement