
दिल्ली यूनिवर्सिटी के एक अस्थायी शिक्षक ने हिंदू कॉलेज की नौकरी से निकाले जाने के कुछ हफ्ते बाद अपने ही घर में सुसाइड कर लिया. पुलिस ने गुरुवार को इसकी जानकारी दी. घटना आउटर दिल्ली के रानीबाग की है. इस घटना को लेकर सुसाइड करने वाले अस्थायी शिक्षक के पूर्व सहकर्मियों और छात्रों में आक्रोश है. सुसाइड करने वाले शिक्षक के पूर्व सहकर्मियों और छात्रों ने इसे लेकर आंदोलन शुरू कर दिया है.
बताया जाता है कि राजस्थान के बारां जिले के मोलकी गांव के समरवीर अपने कजिन के साथ आउटर दिल्ली के रानीबाग में रहते थे. समरवीर का शव उनके कमरे में पंखे से लटका पाया गया. घटना के समय उनके साथ रहने वाला कजिन ड्यूटी पर गया था. सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भिजवा दिया.
पुलिस के मुताबिक मौके से कोई सुसाइड नोट बरामद नहीं हुआ है. वहीं, समरवीर के साथ रहने वाले कजिन का कहना है कि वे नौकरी से निकाले जाने के बाद से ही डिप्रेशन में थे. कजिन ने पुलिस को बताया कि समरवीर की अभी शादी नहीं हुई थी. वे हिंदू कॉलेज में एडहॉक पर लेक्चरर के रूप में कार्यरत थे लेकिन फरवरी महीने में उनकी जगह किसी दूसरे व्यक्ति को नौकरी पर रख लिया गया था.
समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक इसे लेकर हिंदू कॉलेज की प्रिंसिपल अंजू श्रीवास्तव से फोन पर संपर्क करने की कोशिश की गई. फोन कॉल का जवाब नहीं मिलने पर टेक्स्ट मैसेज करके उनकी प्रतिक्रिया लेने की कोशिश की गई लेकिन उनकी ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं मिल सकी. हालांकि, बाद में दिल्ली यूनिवर्सिटी की ओर से समरवीर के निधन पर बयान जारी कर शोक व्यक्त किया गया.
दिल्ली यूनिवर्सिटी ने बयान जारी कर घटना को दुखद और असमय बताते हुए कहा कि इससे जो दर्द सभी महसूस कर रहे हैं, उसे कोई शब्द राहत नहीं दिला सकता. दिल्ली विश्वविद्यालय डॉक्टर समरवीर के दुखद और असामयिक निधन पर संवेदना व्यक्त करता है. वहीं, इस घटना को लेकर हिंदू कॉलेज के छात्रों और अध्यापकों ने समरवीर के लिए न्याय की मांग करते हुए कॉलेज के बाहर विरोध-प्रदर्शन किया.
तख्तियां लेकर छात्रों ने किया प्रदर्शन
प्रदर्शन कर रहे छात्रों और अध्यापकों ने हाथ में तख्तियां भी ले रखी थीं. इन तख्तियों पर एडहॉक टीचर्स के लिए जॉब सिक्योरिटी की मांग करते हुए नारे लिखे हुए थे. तख्तियों पर वी स्टैंड विद एडहॉक टीचर्स, जस्टिस टू प्रोफेसर समरवीर जैसे स्लोगन लिखे हुए थे. दिल्ली यूनिवर्सिटी की प्रोफेसर शुभांशी मिश्रा ने पीटीआई से कहा कि हिंदू कॉलेज में समरवीर की नौकरी हाल ही में छूट गई थी. ऐसा लगता है कि इससे परेशान समरवीर ने सुसाइड किया है.
मिरांडा हाउस कॉलेज की एसोसिएट प्रोफेसर आभा देव हबीब ने कहा कि लंबे समय से कॉलेजेज में कार्यरत एडहॉक अध्यापकों को स्थायी पोजिशन के लिए दो मिनट के इंटरव्यू के आधार पर हटा दिया गया है. उन्होंने कहा कि रिक्त पदों पर एडहॉक नियुक्ति की जगह गेस्टिज्म (गेस्ट टीचर्स) को थोप रही है. आभा ने कहा कि 11 नवंबर 2022 को जारी नोटिफिकेशन के जरिए वर्कलोड से जुड़े नियमों को भी बदल दिया गया और रातोरात शिक्षकों को सरप्लस घोषित कर दिया गया है.
कपिल सिब्बल ने सरकार पर साधा निशाना
पूर्व केंद्रीय मंत्री कपिल सिब्बल ने इस घटना को लेकर सरकार पर निशाना साधा है. कपिल सिब्बल ने पूर्व एडहॉक टीचर के सुसाइड को लेकर नई शिक्षा नीति पर सवाल उठाए हैं और सवाल किया है कि क्या ये विजन है? कपिल सिब्बल ने ट्वीट कर कहा है कि टीचिंग प्रोफेशन का अवमूल्यन ना करें, शिक्षा का अवमूल्यन ना करें.