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DUSU चुनाव में तीसरी बार ABVP का डंका, 3 सीटों पर जमाया कब्जा, अमित तंवर चुने गए अध्यक्ष

डीयू छात्रसंघ चुनाव के नतीजे आ गए हैं. लगातार तीसरी बार एबीवीपी का डंका बजा है. अध्यक्ष समेत तीन सीटों पर एबीवीपी ने जीत हासिल की है. जबकि संयुक्त सचिव के पद पर एनएसयूआई को जीत हासिल हुई है.

जीत के बाद एबीवीपी के सदस्यों ने मनाया जश्न जीत के बाद एबीवीपी के सदस्यों ने मनाया जश्न
अंजलि कर्मकार/रोशनी ठोकने
  • नई दिल्ली,
  • 10 सितंबर 2016,
  • अपडेटेड 11:30 PM IST

डीयू छात्रसंघ चुनाव के नतीजे आ गए हैं. लगातार तीसरी बार एबीवीपी का डंका बजा है. भाजपा की छात्र इकाई अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) ने उपाध्‍यक्ष, सचिव जैसे अहम पदों पर जीत दर्ज की है तो वहीं, कांग्रेस के छात्र संगठन एनएसयूआई को महज संयुक्‍त सचिव पर ही संतोष करना पड़ा. हालांकि एनएसयूआई ने यह सीट जीतकर दो साल बाद वापसी की है.

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डूसू अध्यक्ष बने अमित तंवर
डूसू अध्यक्ष पद के लिए अमित तंवर ने 16547 वोट लाकर निकटतम प्रतिद्वंदी एनएसयूआई के निखिल यादव पर 4500 वोटों से जीत दर्ज की. वहीं उपाध्यक्ष पद के लिए प्रियंका चावड़ी ने 15592 वोट हासिल कर 2000 वोटों से जीत दर्ज की. जेनरल सेक्रेटरी पद पर अंकित सांगवान ने 15518 वोटों के साथ लगभग 2000 वोट के अंतर से जीत दर्ज की. तीनों उम्मीदवार एबीवीपी के हैं. वहीं एनएसयूआई के मोहित ने ज्वाइंट सेक्रेटरी पद पर एबीवीपी के विसाल यादव को हराकर जीत हासिल की.

लगातार तीसरे साल डूसू में जीत का डंका बजाने में कामयाब एबीवीपी के सदस्यों ने जमकर आतिशबाजियां शुरू कर दी. विजेताओं को बधाई देने का सिलसिला भी तेज हो गया है.

गौरतलब है कि शुक्रवार को डूसू चुनाव के लिए वोटिंग हुई थी. बीते चार सालों में इस बार यहां सबसे कम वोटिंग हुई. यहां मुख्य मुक़ाबला NSUI और ABVP के बीच में था. नॉर्थ कैंपस में छात्र संगठनों ने जश्न शुरू कर दिया है. जश्न के माहौल में कोई खलल न पड़े, इसीलिए कैंपस में भी सुरक्षा बल चप्पे चप्पे पर मौजूद हैं.

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शांतिपूर्ण रहा था मतदान
डीयू में छात्रसंघ चुनाव भले ही छोटी मोटी घटनाओं को छोड़ शांतिपूर्ण रहा है, लेकिन पिछले साल के मुकाबले इस साल वोट बेहद कम पड़े हैं, इस साल महज 36.9 प्रतिशत वोट पड़े हैं, जो की पिछले साल 44 फीसदी से बेहद कम है, इस साल सबसे कम वोट लॉ सेंटर में पड़ा है जो कि 6.79 फीसदी है. कम वोटिंग की शिकायत छात्र संगठन के नेताओं ने चुनाव अधिकारी डीएस रावत से भी की है.

मुख्य चुनाव अधिकारी डीएस रावत की मानें तो वोटिंग प्रतिशत मे हुई गिरावट के पीछे 2 बड़ी वजह है पहली तो ये कि इस बार कई कॉलेजों मे होने वाले छात्र चुनाव रद्द हो गए है, वहीं दूसरी वजह इस बार फर्स्ट इयर के कई छात्रों को अब तक आईकार्ड नहीं मिल सका है, जिसकी वजह से छात्र वोट डालने कॉलेज नहीं पहुंचे .

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