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कई शहरों में बम की धमकी भरा E-mail मामला, दिल्ली पुलिस पूरे देश में कर सकती है जांच

दिल्ली पुलिस अलग-अलग राज्यों के स्कूलों, अस्पतालों और हवाईअड्डों सहित अन्य प्रतिष्ठानों को भेजी गई ई-मेल धमकियों के पीछे की साजिश का पता लगाने के लिए पूरे भारत में जांच कर सकती है.

प्रतीकात्मक तस्वीर प्रतीकात्मक तस्वीर
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 13 मई 2024,
  • अपडेटेड 10:44 PM IST

दिल्ली पुलिस अलग-अलग राज्यों के स्कूलों, अस्पतालों और हवाईअड्डों सहित अन्य प्रतिष्ठानों को भेजी गई ई-मेल धमकियों के पीछे की साजिश का पता लगाने के लिए पूरे भारत में जांच कर सकती है. न्यूज एजेंसी के मुताबिक, दिल्ली पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि पुलिस के अधिकारी ई-मेल के पैटर्न का विश्लेषण कर रहे हैं और अन्य राज्यों के पुलिस बलों से संपर्क करने की योजना बना रहे हैं. पिछले दो हफ्तों में दिल्ली, बेंगलुरु, अहमदाबाद, जयपुर और लखनऊ जैसे शहरों में स्कूल, अस्पतालों को धमकी भरे ई-मेल मिले थे. साथ ही दिल्ली, मुंबई, गोवा, नागपुर और कोलकाता के हवाई अड्डों के विभिन्न सरकारी भवनों को विदेशी से धमकी भरे मेल किए गए. पुलिस के मुताबिक, इन शहरों में जांच चल रही है.

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बीस अस्पतालों, दिल्ली हवाई अड्डे और उत्तर रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी (CPRO) ऑफिस को रविवार को 'इमारतों के अंदर विस्फोटक उपकरण रखने के बारे में धमकी भरे ई-मेल मिले. दिल्ली पुलिस ने तलाशी ली लेकिन कुछ भी संदिग्ध नहीं मिला.

अधिकारी ने कहा कि रविवार की धमकी यूरोप स्थित मेलिंग सेवा कंपनी beeble.com से भेजी गई थी. उन्होंने कहा कि जिस डिवाइस से ई-मेल भेजा गया था, उसके आईपी (इंटरनेट प्रोटोकॉल) पते के बारे में जानकारी लेने के लिए पुलिस जल्द ही इंटरपोल को लिखेगी. उन्होंने कहा कि दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल जांच कर रही है.

अधिकारी ने आगे कहा कि भेजने वाले ने कुछ दिन पहले बेंगलुरु के 70 स्कूलों को धमकी भेजते समय एक समान डोमेन सर्विस का इस्तेमाल किया था. उन्होंने कहा कि दिल्ली और अहमदाबाद के स्कूलों को धमकियां भेजने के लिए रूस-आधारित डोमेन mail.ru का इस्तेमाल किया गया था. ये ई-मेल प्रॉक्सी सर्वर या वीपीएन (वर्चुअल प्राइवेट नेटवर्क) का उपयोग करके भेजे जा रहे हैं. पुलिस ने कहा कि ऐसा संदेह है कि इस तरह के ई-मेल भेजने के पीछे का उद्देश्य लोकसभा चुनावों के बीच मेट्रो शहरों में दहशत फैलाना और सार्वजनिक व्यवस्था को बिगाड़ना था.

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