
पूर्वी दिल्ली के मेयर बिपिन बिहारी सिंह ने शुक्रवार को बड़ा फैसला लेते हुए खुद को मिली दोनों सरकारी कारों को लौटा दिया है. उन्होंने ईस्ट एमसीडी की खस्ता हालत और इन कारों के रखरखाव में होने वाले खर्चे को देखते हुए यह निर्णय लिया.
मेयर ने सरकारी कारों को लौटाने का फैसला लेते हुए कहा कि वो एक जून से लेकर अपने मेयर पद के कार्यकाल के खत्म होने तक सरकारी गाड़ी नहीं लेंगे. आपको बता दें कि बतौर मेयर बिपिन बिहारी सिंह को एक मारुति एसएक्स-4 और एक मारुति सुजुकी सियाज कार मिली हुई थीं. इन दोनों कारों के रखरखाव और ईंधन का सालाना खर्च 12 लाख रुपये के करीब आता है.
इसके अलावा इन दोनों कारों के ड्राइवरों की सैलरी के लिए सालाना 17 लाख रुपये का बजट होता है. दोनों को जोड़ने पर ये रकम करीब 29 लाख रुपये सालाना होती है. मेयर ने बताया कि 29 लाख रुपये कारों पर खर्च न करके निगम स्टाफ की बेहतरी के लिए खर्च किए जाएंगे. उन्होंने कहा कि ईस्ट एमसीडी अपनी स्थापना के बाद से ही आर्थिक बदहाली झेल रही है और ऐसे में निगम पर सरकारी गाड़ियों के रखरखाव का बोझ डालना उचित नहीं होगा.
अब निगाहें नॉर्थ एमसीडी के मेयर पर
ईस्ट एमसीडी के अलावा नॉर्थ एमसीडी भी आर्थिक रूप से बेहद बुरे दौर से गुजर रही है. ईस्ट दिल्ली के मेयर बिपिन बिहारी सिंह द्वारा सरकारी गाड़ी लौटाने के बाद अब सबकी नजरे नॉर्थ दिल्ली के मेयर आदेश गुप्ता पर टिक गई हैं. गुप्ता को भी बतौर मेयर एक मारुति सुजुकी सियाज कार मिली हुई है.
अब यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या पूर्वी दिल्ली के मेयर की तरह नॉर्थ दिल्ली के मेयर भी अपनी सरकारी कार लौटाते हैं या नहीं, क्योंकि हाल ही में आदेश गुप्ता ने एलजी अनिल बैजल को पत्र लिखकर नॉर्थ एमसीडी में फंड की कमी का जिक्र किया था. एलजी को लिखे खत में गुप्ता ने मांग की थी कि चौथे वित्त आयोग के मुताबिक नॉर्थ एमसीडी को 1,493 करोड़ की राशि दिलवाई जाए.