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दिल्ली सरकार सोमवार को साल 2016-17 का बजट पेश करने जा रही है. पिछले एक साल के कामकाज से सबक लेते हुए सरकार ने इस साल के बजट में काफी अहम कदम उठाए हैं. दिल्ली के डिप्टी सीएम और वित्त मंत्री मनीष सिसोदिया और उनकी पत्नी सीमा ने बजट से पहले अपनी राय जाहिर की है.
सिसोदिया ने कहा, 'दिल्ली हमारा घर है और जो जो आम आदमी चाहता है उसमे तालमेल बैठाते हैं. आम आदमी की कमाई लिमिटेड है, सरकार ने महंगाई से निजात दिलाई है. चाहे बिजली हो या पानी. उन्होंने कहा, भ्रष्टाचार कम होने से भी जिंदगी आसान होती है.'
उन्होंने कहा कि कुछ चीजें मार्केट में महंगी है, कोशिश रहती है कि ब्लैक मार्केटिंग न हो. पिछला 1 साल अच्छा रहा, लेकिन केंद्र सरकार ने वैट कमिश्नर को हटाया, निवेदन करने के बाद भी केंद्र से, हम 3000 करोड़ पीछे हैं वैट में. बीच में MCD को भी पैसा देना पड़ा, लेकिन आप प्लान करते हैं. पिछला साल और ज्यादा संतुष्टपूर्ण हो सकता था.
'दिल्ली के साथ 17 साल से अन्याय'
मनीष सिसोदिया ने कहा कि टीचर हों या वीसी सबको फ्रीडम देनी चाहिए काम करने की, हमने सुविधाएं बढ़ाई हैं. उन्होंने कहा, 'केंद्र सरकार पैसे देती नहीं है, मेहनत और टैक्स दिल्ली देती है लेकिन पैसे नहीं देते. दिल्ली के साथ 17 साल से अन्याय हो रहा है.' टैक्स बढ़ाने को लेकर पूछे गए सवाल पर उन्होंने कहा कि ये कहना गलत होगा कि हमने ऐसी किसी चीज में टैक्स नहीं बढ़ाया. वैट को रेशनलाइज किया है.
'सरकार के बजट को 10 में से 10 नंबर'
डिप्टी सीएम की पत्नी सीमा ने कहा कि किचन के बजट में ध्यान रखने की जरूरत है, दाल और सब्जी महंगी हुई है. जो सामान ख़त्म होता है उसकी लिस्ट बनाते हैं. सब्जी लेने जाते हैं, बेटे को जब स्कूल लेने जाते हैं तो मंडी चले जाते हैं.
सरकार की तारीफ करते हुए उन्होंने कहा, 'मैं 10 में से 10 नंबर दूंगी बजट को.. जनता के लिए सरल बजट हो. दिल्ली के आम आदमी का सपना पूरा करने की दिशा में मददगार साबित होगा.'