
दिल्ली पुलिस की साइबर सेल टीम ने राजस्थान के दौरा से एक बैंक पूर्व कर्मचारी को धोखे से कस्टमर के नाम पर 16 खाते खोलने और जालसाजी के आरोप में गिरफ्तार किया है. पुलिस ने बताया कि आरोपी बैंक कर्मचारी ने धोखे से एक कस्टमर के नाम पर 16 बैंक अकाउंट खोलकर उनका इस्तेमाल जालसाजी के लिए किया था.
पुलिस के मुताबिक, राजस्थान के दौरा में रहने वाला धन सिंह राजपूत नाम का एक व्यक्ति दिल्ली स्थित एक्सिस बैंक में काम करता था और जब कोई गांव का शख्स लोन के लिए अप्लाई करता था तो वह उस व्यक्ति का बैंक अकाउंट भी खोलता था, लेकिन पीड़ितों को लोन नहीं करता था. इसके बाद वह पीड़ित से बैंक अकाउंट की क्लोज कराने के नाम पर अकाउंट की किट वापस ले लेता था. साथ ही वह ओटीपी जनरेट कर लोगों को बैंक खातों से मोबाइल नंबर बदल देता था.
पुलिस ने बताया कि आरोपी के फर्जीवाड़े का खुलासा उस वक्त हुआ, जब एक महिला पुलिस कर्मचारियों के साथ हुए धोखाधड़ी के केस की जांच कर रही थी. दिल्ली पुलिस में कार्यरत महिला प्रेमलता ने पिछले साल 14 अगस्त को शिकायत दी थी कि उनके पास एक अनजान नंबर से कॉल आया था. कॉल करने वाले शख्स ने बताया कि उसके पति के वेतन के शेष 25 हजार रुपये अपने पास रख और सामने वाले ने उनसे कहा कि उनके पति के सैलरी का 25 हजार उसके पास रखे हैं. इसके बाद महिला ने अपना Gpay अकाउंट का नंबर अनजान शख्स को दे दिया.
इसके बाद कुछ देर बात लता को फोन पर दो मैसेज आए पहले 20 हजार रुपये रिसीव करने और अगला मैसेज 50 हजार रुपये रिसीव करने का आया. इसके बाद आरोपी ने उन्हें कॉल कर कहा कि उसने गलती से पांच हजार की जगह 50 हजार रुपये भेज दिए हैं और आरोपी ने महिला से 45 हजार रुपये वापस ले लिए. इसके बाद उसने 15 रुपये और वापस मांगे. इस तरह आरोपी ने महिला से 60 हजार रुपये ठग लिए.
'साइबर ठगों को कमीशन पर देता था अकाउंट'
महिला ने जब अपना अकाउंट चेक किया तो उन्हें पता लगा कि उनके पास कोई पैसा आया ही नहीं था, जिसके बाद उन्होंने साइबर पुलिस से शिकायत दर्ज कराई. शिकायत के बाद पुलिस को जांच में पता चला कि यह पैसा जिन अकाउंट में गया है. उन्हें अकाउंट को खोलने में एक बैंक कर्मी का हाथ है और इस तरीके के 16 अकाउंट अब तक खोले जा चुके है. आगे की जांच में पुलिस को पता चला कि 153 साइबर फ्रॉड इन अकाउंट्स के जरिए किए जा चुके हैं. जांच में पुलिस को यह भी पता चला कि धन सिंह राजपूत ने कुछ अकाउंट तो साइबर ठगों को कमीशन पर दिया था.
वहीं, मामले की जांच करते समय पुलिस की टीम दौसा पहुंची जहां पर उन्हें एक महिला मिली जिसने कहा कि उन्हें भैंस के लिए लोन चाहिए था तो धन सिंह ने बोला कि पहले बैंक अकाउंट खुलवाइए। बाद में लोन तो मिला नहीं और वह बैंक अकाउंट का किट वापस ले गए और बोले की है अकाउंट को क्लोज कर देंगे। जांच में पता चला कि उसने महिला का अकाउंट कभी बंद किया ही नहीं किया था.
इसके बाद पुलिस ने धन सिंह राजपूत से पूछताछ की नोटिस देकर उन्हें जांच में शामिल किया और फिर 17 अगस्त को धन सिंह राजपूत को गिरफ्तार कर लिया. धन सिंह के पास से पुलिस ने एक डेबिट कार्ड, चेक बुक और मोबाइल फ़ोन बरामद किया है. फिलहाल इस केस की जांच जारी है.