
भारत बतौर अध्यक्ष जी-20 शिखर सम्मेलन की मेजबानी कर रहा है. नई दिल्ली में 9 और 10 सितंबर को जी-20 शिखर सम्मेलन होगा. इसके लिए दिल्ली को सजाया जा रहा है. इसके लिए चाणक्यापुरी के कौटिल्य मार्ग पर सरिया और ऑटोमोबाइल अपशिष्ट से निकाले गए धातु स्क्रैप से कई कलाकृतियां बनाई गई हैं.
जी-20 सदस्य देशों के जानवरों और पक्षियों की 22 कलाकृतियां बनाई गई हैं. इस पार्क को जी-20 शिखर सम्मेलन की पूर्व संध्या पर एक पृथ्वी, एक परिवार, एक भविष्य' (वसुधैव कुटुंबकम) की थीम पर दिल्ली वालों के लिए खोला जाएगा.
NDMC ने 'वेस्ट टू आर्ट पार्क' का दिया
ये कलाकृतियां 'वेस्ट टू आर्ट' के तहत नगर पालिका परिषद और ललित कला अकादमी के कलाकारों ने बनाई हैं. इन्हें बनाने में लोहे की छड़ें, ऑटोमोबाइल पार्ट्स, धातु की प्लेटें, तार-जाल, रिम, चेन, बेयरिंग बॉल और अन्य कबाड़ का इस्तेमाल हुआ है. एनडीएमसी ने इसे 'वेस्ट टू आर्ट पार्क' का नाम दिया है.
दिल्ली वासियों के लिए एक उपहार- उप-राज्यपाल
दिल्ली के उप-राज्यपाल विनय सक्सेना ने दिल्ली के आम लोगों के लिए पार्क को समर्पित करते हुए कहा कि दिल्ली में विकास की बहार है. इस खूबसूरत पार्क में (जी-20 पार्क, कौटिल्य मार्ग) G-20 देशों के पशु-पक्षियों की मूर्तियां लगाई गई हैं. ये दिल्ली वासियों के लिए एक उपहार है. दिल्ली एक उपेक्षित शहर रहा है और इसे नए विषयों और ऐसी चीजों से सुंदर बनाया जा रहा है.
वाइस चेयरमैन सतीश उपाध्याय ने कही ये बात
वाइस चेयरमैन सतीश उपाध्याय ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मिशन 'LiFE' के संकल्प के तहत नागरिकों के जीवन को आसान बनाने, पर्यावरण के अनुरूप जीवन शैली (LiFE) अपनाने और शहर की स्वच्छता सुनिश्चित करने के लिए काम किया जा रहा है. स्वच्छता सर्वेक्षण 2023 के तहत रिड्यूस, रीयूज और रिसाइकल की पहल के हिस्से के रूप में भी शामिल किया गया है. रिड्यूस, रीयूज और रिसाइकल और सर्कुलर इकोनॉमी की अवधारणा मिशन LiFE से संबंधित है.
इस पार्क में दिखेंगे ये पक्षी और जानवर
वेस्ट टू आर्ट पार्क में पक्षियों और जानवरों में भारतीय मोर, अमेरिकी बाइसन, ब्राजीलियाई जगुआर, चीन की लाल-मुकुट वाली क्रेन, सऊदी अरब का ऊंट, कोरियाई मैगपाई, ऑस्ट्रेलियाई कंगारू, रूसी भूरा-भालू, मैक्सिकन गोल्डन-ईगल, ग्रेट ब्रिटेन का शेर, इटली की गौरैया शामिल है.
इसके अलावा कैनेडियन बीवर, टर्किश रेडविंग, जापानी ग्रीन तीतर, दक्षिण अफ़्रीकी स्प्रिंगबॉक, जर्मन ईगल, इंडोनेशियाई कोमोडो ड्रैगन, फ्रेंच गैलिक रोस्टर और अर्जेंटीना का प्यूमा भी शामिल है. देश भर के 25 प्रसिद्ध कलाकारों ने अप्रैल 2023 में ललित गढ़ी गांव में इन कलाकृतियों को बनाना शुरू किया था और जुलाई में पार्क में मूर्तियां रखी गईं.